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राष्ट्रीय बालिका दिवस : जहां कहीं भी किशोरी व महिलाएं मिली वहीं जुट जाती हैं जागरूकता का पाठ पढ़ाने

-बादली निवासी नेहा गुलिया पिछले 8 सालों से जुटी समाज सेवा में

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Jan 2021 08:40 AM (IST)Updated: Sun, 24 Jan 2021 08:40 AM (IST)
राष्ट्रीय बालिका दिवस : जहां कहीं भी किशोरी व महिलाएं मिली वहीं जुट जाती हैं जागरूकता का पाठ पढ़ाने
राष्ट्रीय बालिका दिवस : जहां कहीं भी किशोरी व महिलाएं मिली वहीं जुट जाती हैं जागरूकता का पाठ पढ़ाने

-बादली निवासी नेहा गुलिया पिछले 8 सालों से जुटी समाज सेवा में, राष्ट्रपति भी कर चुके हैं सम्मानित फोटो : 23 जेएचआर 38, 39, 40 जागरण संवाददाता,झज्जर :

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जहां कहीं भी किशोरी व महिलाएं मिली वहीं जुट जाती हैं जागरूकता का पाठ पढ़ाने। इसी तरह बादली निवासी नेहा गुलिया काम कर रही हैं। पिछले 8 वर्षों से वे समाज सेवा के कार्यों में जुटी हुई हैं। फिलहाल उनका मुख्य फोकस महिलाओं, किशोरियों व बच्चों को स्वास्थ्य, शिक्षा, अधिकारों आदि के बारे जागरूक करना है। उनकी समाज सेवा को देखते हुए वर्ष 2017 में राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित भी हो चुकी हैं। उस समय नेहा गुलिया एनएसएस में स्वयं सेविका के रूप में रहते हुए पौधा रोपण अभियान में अपनी पहचान बनाई थी।

नेहा गुलिया ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2012 में एनएसएस ली थी। तब से वे सामाजिक कार्यों से जुड़ी हुई हैं। फिलहाल जहां कहीं भी महिलाएं व किशोरी मिलती है, उन्हें जागरूक करती है। लगातार जागरूकता कार्यक्रम भी चला रही है। वे चाहे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ जुड़कर हों या फिर नेहरू युवा केंद्र से जुड़कर। साथ ही वे सरकार द्वारा चलाई जा रही स्कीम के बारे में भी समझाती रहती हैं। करीब डेढ़ साल पहले उन्होंने बादली में धरती एक स्वर्ग क्लब की स्थापना भी की थी। हालांकि क्लब पर्यावरण पर अधिक फोकस कर रहा है। नेहा गुलिया ने बताया कि वे ईंट भट्ठों व स्लम बस्तियों में भी महिलाओं व बच्चों को जागरूक करने के साथ-साथ पढ़ा भी चुकी हैं। उनका उद्देश्य वहां पर रहने वालों को शिक्षित करना होता है। वे अभी भी बुधवार व शुक्रवार को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चला रही हैं।

नेहा गुलिया ने बताया कि उन्हें इसकी प्रेरणा राजकीय महाविद्यालय बादली के डा. पुष्पेंद्र कादियान एवं आनंद कादियान से प्रेरणा मिली। वहीं अब वे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में एमएसड्ब्लयू की पढ़ाई कर रही हैं। जहां डा. विनीता ढींगरा ने उनका महिला, बच्चों व किशोरियों को जागरूक करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि वे लड़कियों ही नहीं उनके परिवार वालों को भी जागरूक करती हैं, ताकि वे अपनी बेटियों को आगे बढ़ने का मौका दें। साथ ही लड़कियों को अपने साथ जोड़कर जागरूकता अभियान चला रही हैं।


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