Move to Jagran APP

वेलकम टू पिड कैलिफोर्निया: आंदोलन के बीच खेल, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा का संगम

जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ टीकरी बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंचकर अगर

By JagranEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 05:58 AM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 05:58 AM (IST)
वेलकम टू पिड कैलिफोर्निया: आंदोलन के बीच खेल, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा का संगम
वेलकम टू पिड कैलिफोर्निया: आंदोलन के बीच खेल, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा का संगम

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :

loksabha election banner

टीकरी बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंचकर अगर आप कैलिफोर्निया (संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रांत) का यूं ही नाम भी लेंगे तो पंजाब का कोई भी किसान झट से बोल उठेगा, वीर जी पिड कैलिफोर्निया तो इत्थे ही है। यह बात आपको चौंका सकती है, लेकिन आंदोलन के बीच एक जगह ऐसी है जहां पहली नजर में आपको एक बैनर लगा दिखेगा और उस पर लिखा होगा वेलकम टू पिड कैलिफोर्निया। यहां आपको क्रिकेट खेलते कुछ किसान भी दिखेंगे तो दूसरी तरफ वॉलीबाल खेला जा रहा होगा। थोड़ा आगे चलेंगे तो धर्म-कर्म की शिक्षा दी जा रही होगी और रेवोलुशन का पाठ पढ़ाया जा रहा होगा। इससे पहले इसी पिड की टीम कहें तो वह, लोगों के स्वास्थ्य की जांच करती मिलेगी। आंदोलन के बीच सेवा और जज्बे को बयां करती इस तस्वीर से कैलिफोर्निया का नाम जुड़ने के पीछे भी एक शिद्दत भरी कहानी है। वहां से फेलोशिप छोड़कर लौटे डा. सवाईमान सिंह और उनकी टीम इस कहानी के नायक हैं।

दरअसल, आंदोलन की शुरुआत से ही यहां पर आ डटे डा. सवाईमान सिंह पेशे से कार्डियोलॉजिस्ट हैं। 20 साल तक संघर्ष किया और फेलोशिप पाई। आंदोलन से पहले कैलीफोर्निया में थे।। आंदोलन में हजारों लोगों के स्वास्थ्य की चिता हुई तो दूसरी तरफ फेलोशिप की चार महीने की अवधि बाकी थी। इसके बावजूद वे आंदोलन में सेवा के लिए फेलोशिप छोड़कर यहां पहुंच गए। तब से यहीं पर जमे हैं। शुरुआत में सिर्फ स्वास्थ्य कैंप लगाया। धीरे-धीरे उसमें विस्तार किया। दंत चिकित्सा की सेवाएं भी शुरू की। किताबें भी बांट रहे हैं। इस बीच एक और नई शुरुआत कर दी है। बहादुरगढ़ बाईपास पर निर्माणाधीन भवन को उन्होंने पिड कैलिफोर्निया का नाम दे दिया है। यहां क्रिकेट गेंद और बल्ला भी है, ताकि युवा दिन में क्रिकेट खेलकर तन-मन फिट रख रसे। वॉलीबाल का नेट लगाया गया है। यहां पर युवा किसान खेलते हैं। इसी रविवार को आंदोलन के बीच वॉलीबाल प्रतियोगिता भी करवाई जा रही है। भवन के अंदर का नजारा शैक्षिक गतिविधियों के रंग में रंगा है। एक हिस्से में धर्म-कर्म की शिक्षा दी जाती है तो दूसरी तरफ किसानों में शिक्षक रेवोलुशन का जोश भर रहे हैं। डा. सवाईमान सिंह कहते हैं कि आंदोलन किस दिशा में जा रहा है और सरकार कानून रद करती है या नहीं करती है। इस विषय पर हमारा ध्यान नहीं है। हम पहले दिन से यहां लोगों की सेवा करने के मकसद से आएहैं। हमारे दिल में पूरा हिदुस्तान बसता है। फाइव रिवर्स हार्ट एसोसिएशन के बैनर तले हमारा ध्यान सिर्फ इसी बात पर केंद्रित है कि हम किसी एक वर्ग या धर्म के लिए नहीं बल्कि हिदुस्तानियों की सेवा के लिए यहां पर मौजूद हैं। वे कहते हैं कि, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को अव्वल दर्जे का बनाया जाए तो भारत जैसा देश और भारत में पंजाब जैसी जगह दुनिया में कहीं भी न मिले। कैलिफोर्निया का तो महज नाम ही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.