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आज से नौतपा की तपिश में संभलकर बढ़ाएं कदम

सोमवार से नौतपा की तपिश भी गर्मी का जमकर अहसास कराएगी। ऐसे में सभी का संभलकर रहना जरूरी है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 May 2020 08:00 AM (IST)Updated: Mon, 25 May 2020 08:00 AM (IST)
आज से नौतपा की तपिश में संभलकर बढ़ाएं कदम
आज से नौतपा की तपिश में संभलकर बढ़ाएं कदम

जागरण संवाददाता, झज्जर : लॉकडाउन का चौथा चरण चल रहा है। अनावश्यक रूप से घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध है। अब सोमवार से नौतपा की तपिश भी गर्मी का जमकर अहसास कराएगी। ऐसे में सभी का संभलकर रहना जरूरी है।

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प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में आ जाता है। जिससे गर्मी बढ़ने लगती है। इस बार ज्येष्ठ मास के शुल्क पक्ष की तृतीया 25 मई, सोमवार से सूर्य कृतिका से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। सूर्य के नक्षत्र बदलते ही नौतपा आरम्भ हो जाएगा। यानि कि आने वाले नौ दिन तक तेज गर्मी रहेगी।

ज्योतिषाचार्य पंडित विरेंद्र शर्मा ने बताया कि सनातन संस्कृति में सदियों से सूर्य को देवता के रूप में भी पूजा जाता रहा है। इस माह की 25 मई को सूर्य देव प्रात: 7 बजकर 5 मिनट पर रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और 15 दिनों तक इसी नक्षत्र में स्थित रहेंगे। रोहिणी नक्षत्र में सूर्यदेव के प्रवेश से नौतपा भी प्रारंभ हो जाएंगे। मान्यता है कि नौतपा के दौरान प्रचंड गर्मी होती है तो मानसून में अच्छी बारिश होने के आसार बनते हैं। वहीं यदि तपन कम हो तो वर्षा योग भी सामान्य ही रहता है। इस वर्ष नौतपा के दौरान बारिश के आसार बनेंगे। नौतपा पर परंपरा

पं. विरेन्द्र शर्मा ने नौतपा के बारे में बताया कि परंपरा के अनुसार नौतपा के दौरान महिलाएं हाथों-पैरों में मेहंदी लगाती हैं। क्योंकि मेहंदी की तासीर ठंडी होने से तेज गर्मी से राहत मिलती है। इन दिनों में पानी खूब पिया जाता है और जल दान भी किया जाता है ताकि पानी की कमी से लोग बीमार न हों। इस तेज गर्मी से बचने के लिए दही, मक्खन और दूध का उपयोग ज्यादा किया जाता है। इसके साथ ही नारियल पानी और ठंडक देने वाली दूसरी चीजें खाई जाती हैं। शर्मा के मुताबिक 27 नक्षत्रों में गोचर करते हुए सूर्य जब रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करता है तब नौतपा प्रारंभ होता है। यह अवसर प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह में आता है। यह संपूर्ण गोचर वैसे तो 15 दिन का होता है, लेकिन इसके प्रारंभिक नौ दिन सबसे महत्वपूर्ण और पृथ्वी का ताप बढ़ाने वाले होते हैं। इसलिए इसे नौतपा कहा जाता है। इन नौ दिनों में लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। इस वर्ष नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहेगा। नौतपा वर्ष के वे नौ दिन होते हैं जब सूर्य पृथ्वी के सबसे निकट आ जाता है, इस कारण भीषण गर्मी पड़ती है। नौतपा के दौरान जनता भीषण गर्मी से त्रस्त रहेगी। आसमान में काले बादल छाएंगे और देश के अनेक भागों में तेज धूलभरी आंधियां चलेंगी और बारिश होगी। बाहर निकलने से पहले बरतें सावधानी

- किसी भी स्थिति में बगैर कुछ खाए घर से न निकलें।

- खुले शरीर बाहर न निकलें, टोपी पहने, कानों को ढककर रखें और आंखों पर धूप का चश्मा जरूर लगाएं।

- एसी से निकलते ही एकदम धूप या गर्मी में न जाएं।

- ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें। जिससे पसीना आकर शरीर का तापमान नियमित हो सके तथा शरीर में जल की कमी न हो।

- हल्का व शीघ्र पचने वाला भोजन करें।

- नरम, मुलायम, सूती कपड़े पहनें जिससे हवा और कपड़े शरीर के पसीने को सोखते रहे।

- इनके साथ-साथ समय-समय पर आवश्यकतानुसार ग्लूको•ा का सेवन करते रहे और अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल अनावश्यक न करें।


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