Move to Jagran APP

तहसील कार्यालय में टोकन को लेकर मची मारामारी, ऑनलाइन पर एक सप्ताह तक की वेटिग

तहसील कार्यालय में इन दिनों रजिस्ट्री कराने के लिए टोकन की मारामारी मची हुई है। एक दिन में वैसे तो 50 टोकन काटे जा रहे हैं और रजिस्ट्री 35 से 40 ही हो रही हैं मगर फिर भी एक सप्ताह तक की वेटिग टोकन पर चल रही है। 25 टोकन तो तहसील कार्यालय में काटे जाते हैं और 25 टोकन बाहर से ऑनलाइन कोई भी ले सकता है। बाहर से ऑनलाइन लिए जाने वाले टोकन लोग एडवांस में ही ले लेते हैं और समय पर रजिस्ट्री कराने नहीं आते। इस कारण वास्तवित रूप से तहसील में रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों को समय पर टोकन नहीं मिल पाते। यहीं वजह से है कि टोकन को लेकर तहसील में अव्यवस्था फैल रही है। तहसील कार्यालय की ओर से दिए जाने वाले टोकन भी जल्द ही खत्म हो जाते हैं जिससे काफी संख्या में लोगों को निराशा होती है। ऐसे में रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों व वसीका नवीसों ने तहसील कार्यालय से मिलने वाले टोकनों की संख्या बढ़ाने की मांग की है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Jun 2020 08:30 AM (IST)Updated: Thu, 25 Jun 2020 08:30 AM (IST)
तहसील कार्यालय में टोकन को लेकर मची मारामारी, ऑनलाइन पर एक सप्ताह तक की वेटिग

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:

loksabha election banner

तहसील कार्यालय में इन दिनों रजिस्ट्री कराने के लिए टोकन की मारामारी मची हुई है। एक दिन में वैसे तो 50 टोकन काटे जा रहे हैं और रजिस्ट्री 35 से 40 ही हो रही हैं मगर फिर भी एक सप्ताह तक की वेटिग टोकन पर चल रही है। 25 टोकन तो तहसील कार्यालय में काटे जाते हैं और 25 टोकन बाहर से ऑनलाइन कोई भी ले सकता है। बाहर से ऑनलाइन लिए जाने वाले टोकन लोग एडवांस में ही ले लेते हैं और समय पर रजिस्ट्री कराने नहीं आते। इस कारण वास्तविक रूप से तहसील में रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों को समय पर टोकन नहीं मिल पाते। यहीं वजह से है कि टोकन को लेकर तहसील में अव्यवस्था फैल रही है। तहसील कार्यालय की ओर से दिए जाने वाले टोकन भी जल्द ही खत्म हो जाते हैं जिससे काफी संख्या में लोगों को निराशा होती है। ऐसे में रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों व वसीका नवीसों ने तहसील कार्यालय से मिलने वाले टोकनों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। उधर, नायब तहसीलदार ने अपने सप्ताह के दिनों में रजिस्ट्री करने के लिए टोकन एडवांस में देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे लोगों को निराश नहीं होना पड़ता। मगर एक-दो दिन का इंतजार जरूर करना पड़ेगा। उन्होंने यह व्यवस्था आमजन की परेशानियों को दूर करने के लिए की है। इसी मारामारी के कारण टोकन की होती है कालाबाजारी, शिकायत पर पिछले दिनों हटाया जा चुका कंप्यूटर ऑपरेटर:

तहसील में जमीन की खरीद-फरोख्त का पंजीकरण करवाने के लिए जरूरी 10 रुपये के टोकन को लेकर मारामारी होने की वजह से उसकी कालाबाजारी होती है। पिछले दिनों ऐसा ही मामला सामने आया था। कुछ लोगों ने कंप्यूटर ऑपरेटर पर 10 रुपये के टोकन को दो से पांच हजार रुपये में देने का आरोप लगाया था। इसी वजह से प्रशासन ने टोकन काटने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर को यहां से बदल दिया था। वर्जन..

ऑनलाइन बाहर से ही टोकन कुछ लोग बेवजह से एडवांस में टोकन कटवा लेते हैं और रजिस्ट्री कराने समय पर आते नहीं। ऐसे में वास्तविक रूप से रजिस्ट्री कराने आने वाले लोगों को समय पर टोकन नहीं मिल पाता। इस बारे में मुख्यालय से टोकन सिस्टम की व्यवस्था दुरूस्त कराने की मांग की जाएगी।

-जगबीर सिंह, नायब तहसीलदार, बहादुरगढ़।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.