जाटलैंड में फिर आएंगे केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ¨सह, मुंडाहेड़ा के बाद अब पाटौदा
केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ¨सह की जाटलैंड के गांव मुंडाहेड़ा में करी
अमित पोपली, झज्जर : केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ¨सह की जाटलैंड के गांव मुंडाहेड़ा में करीब 6 माह पूर्व हुई जनसभा की गूंज आज भी यहां राजनैतिक चर्चाओं में हर दफा नए सिरे से सुनाई देती है। ताजा घटनाक्रम की बात हो तो 28 जनवरी को गांव पाटौदा में अमर शहीद राव तुलाराम की मूर्ति के अनावरण के लिए वे बतौर मुख्य अतिथि पहुंच रहे हैं। दरअसल, गांव मुंडाहेड़ा में केंद्रीय मंत्री ने जनसभा के दौरान अपने राजनीतिक जीवन के हर दौर का जिक्र किया था। स्वयं को सबसे काबिल और जनता के हितों से जुड़ा रहने वाला नेता बताते हुए उन्होंने उपस्थित लोगों से इस पर सहमति की मुहर भी लगवाई। साथ ही कहा था कि आप मुझे अपना सहयोग दे देंगे तो इन सारे नेताओं को मैं अपने आप देख लूंगा। अमर शहीद राव तुलाराम यादव सभा, समस्त ग्रामवासी एवं ग्राम पंचायत पाटौदा के संयुक्त प्रयासों से 28 जनवरी को होने वाले इस सामाजिक कार्यक्रम की रूपरेखा सामने आने के बाद से राजनैतिक सरगर्मियां पुन: तेज होती दिख रही है। कारण कि मूर्ति का अनावरण होने के बाद पाटौदा गांव में जनसभा होनी है। जींद उपचुनाव के दिन पाटौदा गांव में होने वाली जनसभा से सामाजिक एवं राजनैतिक रूप से निकलने वाला संदेश सूबे की राजनीति पर अपना क्या असर दिखाएगा। इस बात को लेकर भी अभी से माहौल बनने लगा है। जनसभा में भीड़ जुटाने के लिए जमीनी स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई है। वहीं चर्चा यह भी है कि राजनैतिक स्तर पर जाटलैंड में केंद्रीय मंत्री की होने वाली जनसभा बेशक ही एक दफा फिर लंबे समय तक अपना असर दिखाएगी। -- बरसात के कारण भले ही, यहां पर लू की मरोड़ थोड़ी कम होती हो, लेकिन इलाके की सियासी मरोड़ हमेशा बनी रहती है। पूर्व सीएम भूपेंद्र ¨सह हुड्डा का गढ़ कहे जाने वाले जिला झज्जर के अंतर्गत आने वाले गांव पाटौदा (कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ के विस क्षेत्र बादली में पड़ने वाला गांव) के कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री के आगमन की चर्चाएं हर किसी की जुबान पर है। जिससे जाटलैंड यानी ओल्ड रोहतक जिला में सियासी पारा पूरे उफान पर है। भले ही, झज्जर जिला ओल्ड रोहतक का पार्ट है, लेकिन यहां अहीर वोटरों की संख्या कम नहीं है। कोसली, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ से सटा होने की वजह से इलाके में इस वर्ग से जुड़े लोगों की हाजिरी बड़ी संख्या में है। कोसली विधानसभा क्षेत्र भी रोहतक संसदीय क्षेत्र में आता है। पहले झज्जर विस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मुंडाहेड़ा गांव में हुई जनसभा और अब पाटौदा में सामाजिक कार्यक्रम के बाद जनसभा, कहा जा सकता है कि सर्दी के मौसम में राजनैतिक पारा पूरी तरह से ऊफान पर चढ़ने वाला है। बताते हैं कि झज्जर हलके में अहीरों के करीब 24 हजार वोट हैं। जबकि बादली में भी इनकी संख्या 10 हजार से अधिक है। ऐसे में चुनावों से पूर्व होने वाली चर्चाएं और बनने वाले नए समीकरण किसी का भी खेल बना और बिगाड़ सकते हैं। बहरहाल, सभी की नजर 28 जनवरी के कार्यक्रम पर आन टिकीं हैं, देखा जा रहा है कि इस रोज पाटौदा से क्या संदेश निकल कर सामने आता है।