मास्क पहनने में लापरवाही करने वालों के अब सचिवालय में भी कटेंगे चालान
कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन चिता की बात यह है कि लोग सचेत नहीं हो रहे। वीरवार को 30 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। जिसमें अलग-अलग श्रेणियों से जुड़े हुए लोग शामिल हैं। प्रशासनिक स्तर पर सीमित शर्तों के साथ अनलॉक के दौर में ढील दी है लेकिन लोग इस ढील से यह समझने लगे हैं कि कोरोना शायद समाप्त हो गया है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन, चिता की बात यह है कि लोग सचेत नहीं हो रहे। वीरवार को 30 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। जिसमें अलग-अलग श्रेणियों से जुड़े हुए लोग शामिल हैं। प्रशासनिक स्तर पर सीमित शर्तों के साथ अनलॉक के दौर में ढील दी है, लेकिन लोग इस ढील से यह समझने लगे हैं कि कोरोना शायद समाप्त हो गया है। जबकि, ऐसा कतई नहीं है। शहर की विभिन्न बाजारों में उमड़ती भीड़ और पूर्व की तरह लगते जाम से कहीं ऐसा लगता नहीं है कि लॉकडाउन है। इन्हीं बाजारों से होते हुए जब आप लघु सचिवालय में भी पहुंचेंगे तो पाएंगे कि वहां पर मास्क एवं सैनिटाइजर का प्रयोग किए जाने से जुड़े विषय पर हालात अच्छे नहीं हैं। कार्यालय में मौजूद रहने वाले स्टॉफ सदस्य बेशक ही अपने काम में लगे हुए थे। लेकिन, बहुत से ऐसे थे जो कि मास्क तक नहीं लगाए हुए थे। हालांकि, एक-दो जगह पर उन्हें टोकते हुए समझाया गया तो वह कहा-सुनी पर भी उतारू हो गए।
खतरनाक अनदेखी : शारीरिक दूरी के नियमों का भी उड़ रहा मखौल
अगर नियमों की बात करें तो एक-दूसरे से दूर बैठने के लिए दो गज की दूरी का होना जरूरी है। ताकि, कोरोना संक्रमण की चेन तो मात दी जा सकें। लेकिन, शारीरिक दूरी के नियमों का भी यहां लघु सचिवालय में मखौल उड़ता हुआ दिखा। कार्यालय में काम करने के लिए पहुंचने वाले लोग हो या किसी कक्ष में बैठे हुए स्टॉफ सदस्य। वह इस तरह से आपस में बात कर रहे थे कि मानो उन्हें किसी तरह का डर नहीं है। सचिवालय में पहली बार हो रही पहल
दरअसल, प्रशासनिक व्यवस्था की बात हो तो लॉकडाउन से लेकर अनलॉक का दौर आने तक लोगों को लगातार समझाया जा रहा है। एसओपी को लेकर लघु सचिवालय में कई जगह पर बड़े-बड़े बोर्ड भी चस्पा है। समय-समय पर कोरोना की टेस्टिग भी यहां पर हुई है। जबकि, सचिवालय से जुड़े हुए कुछ स्टाफ सदस्य भी कोरोना संक्रमित रिपोर्ट हो चुके हैं। लेकिन, इन सब के बावजूद सैनिटाइजर एवं मास्क के प्रति जागरूक नहीं हो पाना, उचित नहीं है। हालांकि, प्रशासनिक स्तर पर लापरवाही करने वालों के बाहर तो चालान काटे जाते हैं। लेकिन, अभी तक सचिवालय में इस तरह की पहल नहीं हुई हैं। इधर, उपायुक्त ने कहा कि अगर यहां ऐसा हो रहा है तो जरूर चालान काटे जाएंगे। विधायक भुक्कल ने भी परखी थी व्यवस्था
पिछले माह विधायक गीता भुक्कल जब एक प्रदर्शन के दौरान लघु सचिवालय पर ज्ञापन सौंपने के लिए आई थी तो उस दौरान भी उन्होंने सचिवालय के गेट के बाहर ड्यूटी दे रहे स्टॉफ से सैनिटाइजर एवं स्क्रीनिग के बारे में जानकारी प्राप्त की थी। साथ ही यह भी कहा कि सचिवालय के स्तर पर जिस स्टॉफ की ड्यूटी लगाइ्र जाए वह विषयानुसार गंभीर जरूर हो। ताकि, लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने पाए।
बिना मास्क लगाए लघु सचिवालय में आने वाले लोगों को निरंतर जागरूक किया जा रहा है। अगर फिर भी मास्क का इस्तेमाल नहीं करते हैं तो उनके चालान किए जाएंगे। मास्क लगाना सभी के लिए अनिवार्य है। सभी कार्यालय में भी मास्क लगाने के लिए कहा गया है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कदम उठाया जाएगा।
जितेंद्र कुमार, उपायुक्त, झज्जर।