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चिमनी की मिट्टी है खास, सेना में पाया उच्च पद तो सिविल सेवा से जुड़े कई युवा

पूर्ण कौशिक, बेरी : जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर बसे गांव चिमनी ने प्राचीन काल से ही समा

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 11:03 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 11:03 PM (IST)
चिमनी की मिट्टी है खास, सेना में पाया उच्च पद तो सिविल सेवा से जुड़े कई युवा
चिमनी की मिट्टी है खास, सेना में पाया उच्च पद तो सिविल सेवा से जुड़े कई युवा

पूर्ण कौशिक, बेरी : जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर बसे गांव चिमनी ने प्राचीन काल से ही समाज में भाईचारे की मिसाल कायम करते हुए अपनी एक खास पहचान बनाई है। करीब 6000 की आबादी वाले इस गांव से जुड़े ग्रामीणों ने सिविल सेवा में बतौर अधिकारी तथा खेलों में गांव के बच्चों ने एशियाड, नेशनल व राज्य स्तर पर विभिन्न मेडल हासिल किए है। खेल और सिविल सेवा के अलावा चिमनी से जुड़ी पीढ़ी ने राजनीति में अपनी खास पहचान स्थापित की है। चिमनी की मिट्टी से जुड़े प्रताप ¨सह दौलता दूसरा लोकसभा चुनाव जीतकर एमपी बने तो हरियाणा के अलग राज्य के रूप में गठन हो जाने के बाद प्रताप ¨सह दौलता मंत्री भी बनें। डा. अशोक तंवर सिरसा लोकसभा सीट से एमपी रहे। जो कि वर्तमान में हरियाणा कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। 36 बिरादरी से जुड़े हुए लोग यहां हर त्योहार को मिल-जुल कर एक साथ मनाते है। जिससे कि गांव की एकता का सुंदर उदाहरण प्रस्तुत होता है। मूलभूत सुविधाओं के नाम पर गांव में तीन एससी चौपाल, एक बैकवर्ड चौपाल, चार सामान्य चौपाल, एक डिस्पेंसरी, एक पंचायत घर, तीन स्कूल, दो मंदिर, एक खेल स्टेडियम व एक व्यामशाला भी बनी हुई है। --उच्च पदों पर भी बढ़ा रहे शोभा

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आइएफएस गीतांजलि कादयान पत्नी पवन ¨सह, आइएएस हरदीप कादयान पुत्र उम्मीद ¨सह, आइएएस पवन कादयान पुत्र नफे ¨सह, आईपीएस अभिजीत कादयान पुत्र सतीश, एसपी आजाद ¨सह पुत्र धर्म ¨सह, आईएएस सविता कादयान पत्नी अभिजीत कादयान, एसीपी रण¨सह कुहाड़ एचसीएस जयपाल तंवर पुत्र लक्ष्मण, डीएसपी नरेंद्र कादयान, पुत्र प्रहलाद, डीएसपी राम ¨सह पुत्र छोटू राम, डीएसपी रघुवीर नांदल आदि के नाम यहां बड़े सम्मान से लिए जाते हैं। युवा पीढ़ी गांव से जुड़े और उच्च पदों पर आसीन हो चुके इन सभी को प्रेरणा के रूप में देखती है।

--सेना में भी पाए उच्च पद मेजर जनरल राजबीर कादयान पुत्र मीर ¨सह, मेजर जनरल बिजेंद्र कादयान पुत्र प्रताप ¨सह, ब्रिगेडियर जगबीर कादयान पुत्र मीर ¨सह,ब्रिगेडियर रणधीर ¨सह नांदल,ग्रुप कैप्टन कमांडर भगत ¨सह कादयान पुत्र हरद्वारी, ग्रुप कैप्टन कमांडर नसीब कादयान पुत्र हरज्ञान, कर्नल मीर ¨सह कादयान,कर्नल रणबीर ¨सह कुहाड़,कर्नल शुभराम कादयान,कर्नल रामधन कादयान,कर्नल रविन्द्र नांदल,कर्नल कवर ¨सह सेना में बड़े पद पर रहे है। आज भी युवाओं में सेना के प्रति खास चाव है और उन्हें वरिष्ठ लोगों का मार्गदर्शन भी खूब मिल रहा है। ---खेलों में भी खास है गांव की उपलब्धियां हरदेव कादयान ने नौकायन में एशियाड में गोल्ड मेडल, नरेंद्र कादयान ने हैमर थ्रो में नेशनल में गोल्ड मेडल व सोनू कादयान ने कुश्ती में नेशनल में गोल्ड मेडल जीता। दूसरी तरफ जूनियर वर्ग में आशीष कादयान ने कामनवेल्थ में कुश्ती में गोल्ड मेडल,रीना कादयान ने कामनवेल्थ में वेटलि¨फ्टग में गोल्ड मेडल व बलराम कादयान ने पैरागेम डीफ डिस्कस थ्रो में नेशनल में गोल्ड मेडल जीता है। आज भी गांव के युवा सुबह और शाम खेलों के प्रति अपनी उत्सुकता दिखाते हुए तैयारी करते हुए दिखाई देते हैं।

---प्रथम व द्वितीय विश्वयुद्ध में विशेष योगदान जमादार बदरी प्रसाद, बदलू ¨सह, मेहर ¨सह, निदालु, हरपत, देवी सहाय ने प्रथम विश्वयुद्ध में, प्रताप ¨सह, रामभगत, सूरजमल ने द्वितीय विश्वयुद्ध में, अत्तर ¨सह, हवा ¨सह ने भारत पाक युद्ध में, सूबेदार होशियार ¨सह श्रीलंका शांति सेना में तथा सिपाही रजनीश ने श्रीनगर कुपवाड़ा में कारगिल युद्ध में भाग लिया और देश के लिए शहीद हो गया।


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