हैफेड द्वारा खरीद की गई सरसों की गुणवता पर उठे सवाल, नैफेड ने वेयर हाऊस में उतरवाने से किया इंकार
जागरण संवाददाता झज्जर हैफेड द्वारा खरीद की गई सरसों की गुणवता पर नैफेड ने सवालिया ि
जागरण संवाददाता, झज्जर: हैफेड द्वारा खरीद की गई सरसों की गुणवता पर नैफेड ने सवालिया निशान लगा दिया है। नैफेड ने वेयर हाऊस सहित अन्य गोदामों पर सरसों को उतरवाने से इंकार कर दिया है। स्थिति यह बनी है कि शहर के वेयर हाऊस, गांव गुढ़ा और नया बांस गांव में बने गोदाम पर सौ से अधिक गाड़ियां सरसों के कट्टों से भरी हुई खड़ी है। नैफेड अधिकारी खरीदी गई सरसों की गुणवता में कमी बता रहे है। जिसके चलते हैफेड अधिकारियों के अलावा हैंडलिग एंजेटों की भी नींद उड़ गई है। हैंडलिग एंजेट के तौर पर काम कर रहे आढ़तियों ने कृषि मंत्री के समक्ष भी इस मामले को रखा है। कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद उपायुक्त की नैफेड, हैफेड और डीएफएससी के अधिकारियों से मीटिग की चर्चा है। कारण चाहे कुछ भी रहे हो लेकिन परेशानी तो किसानों को हो रही है। जिनका भुगतान समय पर नहीं हो पा रहा है। उधर, हैफेड के डीएम इसको कोई बड़ा इश्यू नहीं मान रहे है। उनका कहना है कि सर्वेयर के आने के बाद माल गोदाम में उतार लिया जाएगा। कारण चाहे कुछ भी रहे हो, लेकिन खरीद के दौरान क्वालिटी का ध्यान नहीं रखे जाने को लेकर हैफेड कर्मचारियों द्वारा लापरवाही बरते जाने की बात सामने आ रही है। ----कृषि मंत्री से की मुलाकात : नैफेड द्वारा खरीदी गई सरसों को गोदाम में उतरवाने से इंकार करने पर हैंडलिग एंजेट के तौर पर काम कर रहे आढ़तियों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। परेशान आढ़तियों ने सोमवार को कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ से भी मुलाकात करते हुए इस मामले को रखा है। इनका कहना है कि इसमें उनका क्या कसूर है। खरीद तो हैफेड कर्मचारियों ने ही की है। अगर गुणवता ठीक नहीं थी तो मंडी में ही बताना चाहिए था। अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान चांद पहलवान ने बताया कि उन्होंने विभाग द्वारा तय किए गए नियमों के मुताबिक ही साफ- सफाई और नमी की निर्धारित मात्रा के अनुसार सरसों दी है। लेकिन माल नहीं उतरने से भुगतान नहीं हो रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि मंडी परिसर में बिजली आपूर्ति की भी समस्या है। बिजली बहुत कम समय ही मिल पाती है। जिसके चलते कट्टो की सिलाई में भी परेशानी हो रही है। ----सरसों के उठान कार्य ने भी नहीं पकड़ी गति मंडी परिसर में सरसों के उठान प्रक्रिया भी बिल्कुल धीमी हो रखी है। एसीएस और उपायुक्त के आदेशों का भी हैफेड अधिकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है। सरसों का उठान नहीं होने के कारण किसानों का पीला सोना मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़ा है। ऐसे में आढ़तियों और किसानों दोनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गेहूं की ढेरियों को ऊपर करने के लिए आढ़ती जेसीबी की सहायता ले रहे है। जिसके चलते उन्हें अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है। इसके अलावा सरसों का रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद भी किसानों को गेट पास नहीं मिल पा रहा है। प्रतिदिन किसान कई- कई घंटे चिलचिलाती धूप में बाहर खड़े रहते है। किसान जगदेव ने बताया कि एक- एक सप्ताह से किसान चक्कर लगा रहे है। लेकिन गेट पास नहीं बन पा रहे है। ---- सरसों की क्वालिटी अच्छी नहीं है। जिसके चलते उन्हें गोदाम में नहीं रखवाया गया है। झज्जर, गुढ़ा और नयाबांस में करीब एक सौ गाड़ियां अभी बाहर खड़ी है। खरीद के दौरान साफ- सफाई का ध्यान नहीं रखा गया है।
----सुरेश, तकनीकी प्रबंधक, नैफेड ----ऐसा कोई इश्यू नहीं है। सर्वेयर नहीं होने के कारण ऐसा हुआ है।
---देवेंद्र सिंह, डीएम हैफेड।