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Haryana News: फरवरी का महीना इन फसलों के लिए खास है जरूरी, ज्यादा से ज्यादा दें ध्यान और कमाएं मुनाफा

किसानों को खेती करने के लिए फरवरी का महीना बहुत खास माना जाता है। इस महीने रबी सीजन की फसलें पकनी लगभग शुरू हो जाती हैं। बता दें इस सीजन में मुख्यतौर पर गर्मी में खाई जाने वाली सब्जियों और फलों की खेती होती है। जायद फसलों की खेती फरवरी के बीच में शुरू हो जाती है। इनमें तरबूज खीरा खरबूजा ककड़ी मूंग उड़द आदि की फसलें शामिल हैं।

By Amit Popli Edited By: Monu Kumar JhaPublished: Sun, 25 Feb 2024 03:55 PM (IST)Updated: Sun, 25 Feb 2024 03:55 PM (IST)
Haryana News: फरवरी का महीना इन फसलों के लिए खास है जरूरी। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, झज्जर। खेती-बाड़ी के लिए फरवरी का महीना बहुत खास है। इस महीने रबी सीजन की फसलें पकनी शुरू हो जाती हैं। जबकि, दूसरी ओर से ऐसी फसलों की खेती होती है। जिनके लिए यह समय अनुकूल रहता है। किसानों को ऐसे में अपनी फसलों का खास ध्यान रखना होता है, ताकि फसल के उत्पादन पर कोई प्रतिकूल असर न पड़े। जिसके मद्देनजर किसानों को अतिरिक्त ध्यान देना चाहिए।

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गर्मी में खाई जाने वाली सब्जियों और फलों की होती है खेती 

विशेषज्ञ कुलदीप शर्मा के मुताबिक मौजूदा समय में खेती को एक व्यवसाय की दृष्टि से भी देखा जाने लगा है। ऐसे में किसान भी बाजार की मांग और उससे होने वाले मुनाफे को देखकर फसलों की खेती करने लगे हैं, जिससे उन्हें बेहतर लाभ मिल सके। इसके लिए किसानों को इस बात की जानकारी होना बेहद जरूरी है कि किस सीजन में कौन सी फसल की खेती करनी चाहिए।

रबी और खरीफ के अलावा जायद सीजन में फसलों की होती है खेती

इस सीजन में आम तौर पर गर्मी में खाई जाने वाली सब्जियों और फलों की खेती की जाती है। विशेषज्ञों के मुताबिक रबी और खरीफ के अलावा जायद सीजन ( Rabi season, Kharif season, Zaid season) में फसलों की खेती की जाती है। यह सीजन फरवरी के मध्य से लेकर अप्रैल के पहले सप्ताह तक मानी जाती है।

इस सीजन में अधिक मुनाफा होने की रहती है उम्मीद 

इस सीजन में आम तौर पर फल और सब्जियां उगाई जाती हैं, जो गर्मियों के दिनों में तैयार होती हैं। इस सीजन में खेती करने वाले किसानों को फसलों की वृद्धि और विकास के लिए बहुत सी जरूरी बातों का ध्यान रखना होता है। वहीं इस सीजन में उगाई फसलों से अधिक मुनाफा भी होने की उम्मीद रहती है।

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खेती में इन बातों का रखें ध्यान

दरअसल, जायद की खेती फरवरी मध्य से शुरू हो जाती है। इस वर्ग की फसलों में तेज गर्मी और शुष्क हवाएं सहन करने की अच्छी क्षमता होती हैं। तरबूज, खीरा, खरबूजा ककड़ी, मूंग, उड़द, सूरजमुखी इत्यादि फसलें इस श्रेणी में आती है। समय की बात करें तो इस समय गर्मी की शुरुआत होने लगती है और धीरे-धीरे गर्मी बढ़ जाती है।

जायद की सीजन में फसलों को अन्य मौसम की तुलना में सबसे अधिक पानी की जरूरत होती है। ऐसे में खेतों की सिंचाई शाम या सुबह में करनी चाहिए। क्योंकि तेज धूप में खेतों की सिंचाई करने से पौधों पर बुरा असर पड़ सकता है।

बीज या पौधों की रोपाई करते हुए निश्चित दूरी का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा अधिक सिंचाई होने से खेत पर कई तरह के घास फूस उग जाते हैं, जो बड़े होकर पौधों को प्रभावित कर सकते हैं। इसलिए उनकी साफ सफाई बहुत जरूरी है।

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