अध्यापकों का डोर-टू-डोर अभियान से सरकारी स्कूलों में पहुंच रहे विद्यार्थी
- जिले के सरकारी स्कूलों में 55167 विद्यार्थियों ने लिया दाखिला
- जिले के सरकारी स्कूलों में 55167 विद्यार्थियों ने लिया दाखिला, सबसे अधिक 12वीं में 5427
- पहली कक्षा पर फोकस, पिछले साल थे 3555 और अभी तक 2356 फोटो : 29 जेएचआर 5 जागरण संवाददाता, झज्जर :
कोरोना महामारी के बीच सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। जिसके सकारात्मक परिणाम भी आ रहे हैं। दाखिल संख्या भी पिछले दिनों में बढ़ी है। दरअसल, विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए राजकीय स्कूलों के अध्यापक डोर-टू-डोर अभियान चलाकर अभिभावकों से रूबरू हो रहे हैं। इधर, जिन स्कूलों में दाखिले कम हो रहे हैं, उनके मुखियाओं की खुद जिला शिक्षा अधिकारी बीपी राणा बैठक ले रहे हैं। ऐसे स्कूल मुखियाओं को विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के विशेष निर्देश दिए जा रहे हैं। आंकड़ों की नजर से देखें तो अब तक जिले में पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक कुल 55 हजार 167 विद्यार्थियों ने राजकीय विद्यालयों में दाखिला लिया हैं। सबसे अधिक बारहवीं कक्षा में कुल 5427 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया। सबसे कम दाखिले की बात करें तो पहली कक्षा में केवल 2356 विद्यार्थी ही आए हैं। पहली से पांचवीं तक की बात करें तो कक्षा वाइज बढ़ते क्रम के अनुसार विद्यार्थियों की संख्या भी अधिक हैं। पहली कक्षा में सबसे कम और पांचवीं में सबसे अधिक। वहीं छठी से बारहवीं तक की बात करें तो सबसे कम छठी कक्षा में और सबसे अधिक बारहवीं कक्षा में हैं। - जिला सक्षम नोडल अधिकारी डा. सुदर्शन पूनिया ने बताया कि फिलहाल विभाग पहली कक्षा में विद्यार्थियों के दाखिले को बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। अभी तक पिछले साल से भी कम दाखिले हुए हैं। इसलिए अध्यापकों को पहली कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने के लिए कहा जा रहा है। पिछले वर्ष पहली कक्षा में 3 हजार 555 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया था। वहीं इस बार केवल 2 हजार 356 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। प्रदेश की बात करें तो कुल पहली कक्षा से बारहवीं कक्षा तक कुल 22 लाख 30 हजार 357 बच्चों ने दाखिला लिया हैं। कक्षावार बात करें तो सबसे अधिक पांचवीं कक्षा में दो लाख 21 हजार 846 बच्चों ने दाखिला लिया और सबसे कम पहली कक्षा में एक लाख 23 हजार 18 विद्यार्थियों ने दाखिला लिया है। बाक्स :
कक्षा विद्यार्थियों की संख्या
पहली 2356
दूसरी 3933
तीसरी 4162
चौथी 4537
पांचवीं 4976
छठी 4397
सातवीं 4616
आठवीं 4982
नौवीं 5097
दसवीं 5319
ग्यारहवीं 5365
बारहवीं 5427
कुल 55167