9 बजे राहुकाल समाप्त हो जाने के बाद शुरू करें खरीदारी
जागरण संवाददाता, झज्जर : त्योहारों का सीजन धूमधाम से शुरू हो गया है। बड़ी बेसब्री से लोग दी
जागरण संवाददाता, झज्जर : त्योहारों का सीजन धूमधाम से शुरू हो गया है। बड़ी बेसब्री से लोग दीपावली के साथ अन्य त्योहारों का इंतजार कर रहे हैं। दीपावली से दो दिन मनाए जाने वाले धनतेरस को लेकर बाजार भी उसी के अनुरूप अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुट गया है। चली आ रही परंपराओं के मुताबिक मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए लोग अपने घर के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चीजें खरीदते हैं। जहां एक और इस खास दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने के बाद बर्तनों की खरीदारी की जाती है। ¨हदू कैलेंडर के मुताबिक धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी के दिन यानि दीपावली से दो दिन पहले मनाया जाता है। धन का मतलब समृद्धि और तेरस का मतलब तेरहवां दिन होता है। सोमवार को धनतेरस का त्योहार धूमधाम से मनाया जाएगा। कारोबारियों के लिए धनतेरस का खास महत्व होता है क्योंकि धारणा है कि इस दिन लक्ष्मी पूजा से समृद्धि, खुशियां और सफलता मिलती है। पंडितों के अनुसार इस मुहूर्त में शुभ कार्य, लेन-देन भी शुभ माना जाता है।
क्षेत्र में धनतेरस के अवसर पर बर्तन, आभूषण, वाहन आदि की खरीदारी की जाती हैं। हर तरफ रौनक बढ़ने लगी है। एक दिन पहले रविवार, छुट्टी का दिन होने के बावजूद भी यहां कारोबारी अपनी दुकान पर पहुंचे और त्योहार की तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
पंडित वीरेंद्र शर्मा के मुताबिक धनतेरस के दिन सुबह 9 बजे के बाद खरीदारी शुरू करनी चाहिए। राहुकाल समाप्त हो जाने के बाद खरीदारी करने से और अधिक फायदा पहुंचेंगा। दिवस विशेष के दिन धन और आरोग्य के लिए भगवान धनवंतरि की पूजा अर्चना की जाती है। भगवान कुबेर की भी पूजा का प्रावधान है। इसी दिन भगवान धनवंतरी का जन्म हुआ था जो कि समुंद्र मंथन के दौरान अपने साथ अमृत का कलश और आयुर्वेद लेकर प्रकट हुए थे और इसी कारण से भगवान धनवंतरी को औषधी का जनक भी कहा जाता है। धनतेरस के दिन सोने-चांदी के बर्तन खरीदना भी शुभ माना जाता है। इस दिन धातु खरीदना भी बेहद शुभ रहता है। शर्मा के मुताबिक सोमवार के दिन में ग्रहों की चाल को देखें तो सूर्य भगवान की पूजा करने, गोशाला में गेहूं एवं गुड़ आदि का दान देने के अलावा भगवान शिव की विशेष रूप से पूजा अर्चना करने से शुभ फल की प्राप्ति होगी। झज्जर में स्वर्णकारों की छोटी-बड़ी करीब 290 दुकानें हैं। इन दुकानों पर सोने चांदी के आभूषणों के अलावा अनेक प्रकार के आइटमों की बिक्री होती है। त्योहार को देखते हुए यह सभी तैयारी को अंतिम रूप देने में जुटे है। इधर, बाजार में दिख रहे माहौल को केंद्र में रखते हुए सिक्के, चांदी के छोटे आभूषण चुटकी, अंगूठी, लक्ष्मी गणेश आदि सामान को ज्यादा स्टॉक किया गया है। इनका कहना है कि पिछली दफा भी खास कारोबार देखने को नहीं मिला था। ठीक उसी के अनुपात में ही अब की दफा सामान लाया गया है। इसी कड़ी में गाड़ियों एवं दुपहिया वाहनों की एजेंसियों के यहां ग्राहकों के लिए ऑफर दिए जा रहे है। हालांकि बु¨कग के लिए आने वाले ग्राहकों की संख्या अभी ज्यादा नहीं हैं। त्योहारी दिनों को देखते हुए सेल का भी सीजन यहां देखने को मिल रहा है। खास तौर पर गारमेंटस के दुकानदारों के यहां तो रेडीमेड के कपड़ों आदि की सेल बाजार में कई जगह पर दिखाई दी। जिसको रविवार को भी लोगों ने भी खूब हाथो-हाथ लिया। बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों के स्तर पर भी सेल आदि का सामान लाते हुए त्योहार के माहौल को कैश करने का प्रबंध बाजार के हिसाब से किया गया है। रोशनी के पर्व दीपावली पर साज सज्जा में कोई कमी नहीं रहने पाए। इसको ध्यान में रखते हुए भी बाजार में दुकानदारों ने खास सामान लाया हुआ है। एक ओर जहां चाइनीज के बहिष्कार के चलते मिट्टी से बने हुए सामान के अलावा दीयों आदि के भी जगह जगह स्टॉल लगे हुए है। कपड़े, जूते, चप्पल व अन्य सामान की जगह-जगह सेल भी लगी हुई है। धनतेरस के मौके पर बर्तनों की खरीद को लेकर शगुन रहता है। उसी के मुताबिक ही वैसी ही तैयारियां बर्तनों की दुकानों पर देखने को मिली। रविवार सुबह से इन दुकानों से जुड़े संचालक अपनी दुकानों में साफ-सफाई एवं अन्य कार्यों को समेटने में जुटे रहें। बाजार के व्यापारी संजय चांदना के मुताबिक दो तीन दफा से उपहार के रूप में बर्तनों को दोनों को प्रचलन तो कम हुआ है। लेकिन उम्मीद के मुताबिक तैयारी तो की ही है। इधर, चावला इलैक्ट्रोनिक्स के संचालक नरेंद्र चावला का कहना है कि पिछले कई वर्षो से त्योहार के दौरान ग्राहकी में कमी आ रही है। सामान्य दिनों की तर्ज पर कारोबार चल रहा है। बेशक ही दुकानदारों में उत्साह है। कंपनियों की तरफ से ऑफर भी दिए जा रहे हैं। उम्मीद है कि जरूर कारोबार उठेगा।