स्नीफर डॉग भी नहीं सूंघ पाया हत्यारे से जुड़ा कोई सुराग
जागरण संवाददाता झज्जर मध्यप्रदेश से मेहनत मजदूरी करने के लिए आए पांच मजदूरों की दर्दनाक
जागरण संवाददाता, झज्जर : मध्यप्रदेश से मेहनत मजदूरी करने के लिए आए पांच मजदूरों की दर्दनाक हत्या के मामले में मंगलवार देर रात सेक्टर 6 में जांच में जुटी रही पुलिस की टीम द्वारा स्नीफर डॉग भी मदद के लिए बुलाए गए। डॉग करीब 100 मीटर के इर्द-गिर्द की दूरी में ही घूमता रहा। लेकिन, कोई ऐसी खास मदद नहीं मिल पाई। जिसकी पुलिस उम्मीद कर रही थी। हालांकि, दिन के समय में मकान के बाहर पुलिस की तैनाती कर दी गई है। ताकि चल रही जांच के दौरान घटनास्थल पर किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं होने पाए। इधर, एक साथ पांच लोगों की हत्या के बाद से रिहायशी सेक्टर में रहने वाले परिवारों की चिता भी बढ़ गई है। लोगों का कहना है कि वे पिछले काफी समय से पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों के समक्ष अपनी बात रखते हुए चौकी बनाए जाने की मांग उठा चुके हैं। लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं हो पाया। उधर, विधायक गीता भुक्कल ने पांचों हत्या के मामले में एसएसपी अशोक कुमार से भी बात करते हुए सेक्टर में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध करवाए जाने की मांग उठाई है। भुक्कल के मुताबिक अगर कोई स्थायी चौकी नहीं बन पा रही है तो मौजूदा समय में अस्थाई चौकी तैयार की जानी चाहिए। वारदात वाली रोड पर 200 मीटर तक नहीं कोई सीसीटीवी कैमरा :
सेक्टर को गुरुग्राम रोड से जोड़ने वाले मार्ग पर स्थित निर्माणाधीन मकान नंबर 639 जिस मार्ग पर स्थित है, वहां करीब 200 मीटर के दायरे में तीन-चार कोठियां ही बनी हुई है। जबकि इनमें से किसी के यहां भी कैमरा नहीं लगे हुए है। थोड़ी दूरी पर एक कोठी में कैमरा तो लगे हुए है। लेकिन इन कैमरा का फोकस मार्ग की तरफ नहीं है। ऐसी स्थिति में अतिरिक्त मदद मिलने का जो पहलु पुलिस के स्तर पर दिख रहा था, उसमें जरूरी परेशानी बनती हुई दिख रही है। इधर, दिन के समय में एसएसपी अशोक कुमार ने पुलिस टीम के साथ मौका मुआयना करते हुए निर्देश दिए है। बॉक्स : एक साथ पांच लोगों की हत्या का समाचार हर किसी के लिए चौंकाने वाला है। खास बात यह है कि अभी तक किसी भी स्तर पर यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हत्या का समय तथा कारण क्या रहें। जिस परिस्थिति में शव पाए गए है, वह जांच को अलग दिशा दे रहा है। अभी तक की संभावनाओं में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि पांचों नशे की हालात में थे और वे जहां पर जिस परिस्थिति में थे, वहीं पर ही वारदात को अंजाम दे दिया गया। चूंकि, मकान की पहली मंजिल के बाहर वाले कमरे में पाए गए पांचों शव के अलावा किसी भी अन्य स्थान पर खून आदि का कोई निशान नहीं मिला है। जबकि मकान के तीनों साइड में खाली प्लॉट है। पड़ौस के किसी भी व्यक्ति ने निर्माणाधीन मकान में ऐसा कुछ संदिग्ध नहीं देखा। जिससे पुलिस को किसी तरह की कोई मदद मिल सके।
गांव से गुरुग्राम आई सूचना के बाद पहुंचे परिजन : मध्यप्रदेश के पन्ना जिला के अंतर्गत आने वाले दगड़ा गांव से संबंध रखने वाले जीजा-साला का परिवार पिछले करीब पांच वर्षों से हरियाणा में मजदूरी कर रहा था। मकान नंबर 639 में काम करने के लिए ठेकेदार ने इन्हें 20 दिन पहले ही छोड़ा था। मौके पर किसी भी प्रकार के संघर्ष, लूट या किसी अन्य तरह की अनहोनी की आशंका पुलिस को दिखाई नहीं दे रही है। सोमवार दिन का काम समाप्त हो जाने के बाद ही यह परिवार करीब 300 गज की दूरी पर निर्माणाधीन एक अन्य मकान में काम कर रहे मध्यप्रदेश निवासी केशव तथा उनके परिवार से मिला था। मंगलवार को विश्वकर्मा दिवस का अवकाश होने के कारण इनका किसी के साथ भी संपर्क नहीं हुआ। मंगलवार को जब गांव से परिवार के सदस्य इनसे बात करने के लिए फोन करते रहे तो उनका कोई संपर्क नहीं हो पाया। दिन भर कई दफा फोन करने के बाद भी जब बात नहीं हो पाई तो उन्होंने केशव की पत्नी चंदा को कुशल क्षेम पता करने के लिए वहां पर भेजा। चंदा मकान में पहुंची तो पांचों अचेत अवस्था में पड़े थे और सभी को चद्दर से ढका हुआ था। चद्दर उठाकर देखा तो सभी लहू-लूहान अवस्था में थे। जिसे देखकर वह अपनी साइट पर लौट आई और परिवार के सदस्यों को घटनाक्रम की जानकारी दी। दूसरी साइट भी ठेकेदार रामदर्शन की है। इसलिए उन्होंने वहां के ठेकेदार को जानकारी दी और पुलिस तक सूचना पहुंची। बाद में एसएसपी अशोक कुमार की अगुवाई में पुलिस की विभिन्न टीमों ने वहां पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी जुटाई। बुधवार दिन में पहुंचे परिजनों ने बताया कि उन्हें गांव से घटना की सूचना मिली थी, जिसके बाद वे यहां पर आए है।