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फलदायक पेड़ों की भांति करें माता-पिता की सेवा : प्रदीप

- जीवन में वट वृक्ष का रुप होते हैं माता-पिता - दैनिक जागरण के आह्वान से जुड़कर की गई प्रार्थना

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Jun 2021 07:30 AM (IST)Updated: Mon, 07 Jun 2021 07:30 AM (IST)
फलदायक पेड़ों की भांति करें माता-पिता की सेवा : प्रदीप

- जीवन में वट वृक्ष का रुप होते हैं माता-पिता

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- दैनिक जागरण के आह्वान से जुड़कर की गई प्रार्थना, रखा मौन

- इधर, महंत परमानंद गिरी महाराज की अध्यक्षता में हुआ पौधारोपण फोटो : 23 जागरण संवाददाता, झज्जर : जिस प्रकार पौधारोपण करने के बाद पेड़ का जलसिचन करना और उसका समय-समय पर ख्याल रखना आवश्यक होता है उसी प्रकार घर के बड़े पेड़ों के रुप में माता-पिता की सेवा करना और उनका ध्यान रखना भी उतना ही आवश्यक है। जैसे पौधा बड़ा होकर जब पेड़ का रुप धारण कर हमें फल देता है उसी प्रकार माता-पिता भी वट-वृक्ष बनकर अपने बच्चों को फल के रुप में आशीर्वाद देते हैं। इसलिए हम सभी को चाहिए कि अपने माता-पिता, अपने बुजुर्गों का न केवल आदर करें बल्कि उनके जीवन की हर आवश्यकता को ध्यान में रखकर उन्हें सुखी और स्वस्थ बनाने का प्रयास करें। रविवार को झज्जर के आर्य समाज में पुरोहित प्रदीप शास्त्री ने यह बात यहां आयोजित मासिक वैदिक यज्ञ के बाद उपस्थित आर्यजनों के बीच कही। प्रदीप शास्त्री ने कहा कि माता-पिता को भी चाहिए कि वे अपने बच्चों को ऐसे संस्कार दें कि वे बड़े होकर उनके दिये संस्कारों का पालन करते हुए उनके बुढ़ापे का सहारा बन सकें। प्रदीप शास्त्री ने कहा कि भौतिकता से भरी जिदगी में परिवार टूटने लगे हैं। जिसके कारण बच्चों में संस्कारों का अभाव होने लगा है। शास्त्री ने कहा कि नई पीढि़यों को सत्कर्म की ओर प्रेरित करते हुए उन्हें अच्छे संस्कारयुक्त बनाना आज की आवश्यकता है। उन्होनें कहा कि वैदिक यज्ञ दुनिया का सर्वश्रेष्ठ कर्म है और हमें अपने बच्चों को दैनिक जीवन में यज्ञ करने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि सत्कर्मों से उनका जीवन भी श्रेष्ठ बन सके। दैनिक जागरण के आह्वान से जुड़कर की गई प्रार्थना, रखा मौन

बॉक्स : रविवार को आर्य समाज समिति के तत्वाधान में हुए वैदिक यज्ञ व सत्संग कार्यक्रम में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान मौत का ग्रास बने लोगों की आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया वहीं महामारी से जूझ रहे लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की गई। आह्वान के दूसरे दिन भी लोग काफी भावुक दिखें। इस मौके पर आर्य दलीप सिंह, राज रानी व रोशनी देवी ने मधुर भजनों की प्रस्तुति भी दी। इस मौके पर आर्य समाज समिति के प्रधान एडवोकेट प्रवेश छिकारा, डाक्टर गौतम प्रकाश आर्य, लाला प्रकाशवीर आर्य, लाला रामअवतार, आत्मप्रकाश चुघ, जीतेंद्र बराणी, जयप्रकाश राठी, कर्मबीर, लाला सूर्य प्रकाश आर्य सहित अन्य आर्यजन उपस्थित रहे। महंत परमानंद गिरी महाराज की अध्यक्षता में हुआ पौधारोपण : नगर खेड़ा मंदिर के महंत परमानंद गिरी की अध्यक्षता में पौधारोपण का अभियान चलाया गया। जिसमें महंत ने अपनी बात रखते हुए कहा कि जिस तरह से पिछले दिनों हमने आक्सीजन की किल्लत को महसूस किया है। वह सभी पेड़ों की कमी से हो रहा है। अब यह लापरवाही का समय नहीं है। सभी को इस विषय में गंभीरता से ध्यान देना होगा। इस मौके पर सेठ गोपाल गोयल, मंडल अध्यक्ष केशव सिघल, पूर्व चेयरमैन ईश्वर शर्मा, समाजसेवी संटी तलवार, हरि प्रकाश यादव आदि मौजूद रहे।


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