मनुष्य को महानता की ओर ले जाते हैं संस्कार, अच्छे कार्यों में लगाए समय
सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हवन यज्ञ में आहूति डालकर सुख-समृद्धि व शांति मंगल कामना की।
जागरण संवाददाता, झज्जर :
श्रीमद् भागवत परिवार एवं गोस्वामी परिवार की ओर से पंजाबी धर्मशाला में कराए जा रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा कार्यक्रम का समापन पूर्णाहुति हवन यज्ञ एवं भंडारे के साथ हुआ। सैकड़ों श्रद्धालुओं ने हवन यज्ञ में आहूति डालकर सुख-समृद्धि व शांति मंगल कामना की। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
कथा व्यास ने कहा कि हवन-यज्ञ से वातावरण एवं वायुमंडल शुद्ध होने के साथ-साथ व्यक्ति को आत्मिक बल मिलता है। व्यक्ति में धार्मिक आस्था जागृत होती है। यज्ञ से देवता प्रसन्न होकर मनवांछित फल प्रदान करते हैं। भागवत कथा के श्रवण से व्यक्ति भव सागर से पार हो जाता है। उन्होंने कहा कि संसार में मनुष्य को सदा अच्छे कर्म करना चाहिए, माता-पिता के संस्कार ही संतान में जाते हैं। संस्कार ही मनुष्य को महानता की ओर ले जाते हैं। कथा के आयोजक नीरज गोस्वामी ने कहा कि सभी सहयोग से सत्संग का लाभ प्राप्त हुआ। कार्तिक मास की इस पावन बेला में जिस तरह से कथा श्रवण करते हुए पुण्य अर्जित किया, वह स्वयं में काफी सकारात्मक विषय है।
इस अवसर पर आयोजक तरुण, हरीश गोस्वामी, किशन शर्मा, पंचनद के जिला प्रधान ईश्वर शर्मा, सुभाष गुर्जर, रमेश वाल्मीकि, कर्नल महेंद्र सिंह, विनीत पोपली, इकबाल, पं. गुलशन शर्मा, संटी तलवार, जग्गी गेरा सहित अन्य मौजूद रहे। कथा प्रवक्ता तरुण गोस्वामी ने बताया कि पिछले कई वर्षों से गोलोकवासी पं. लेखराज गोस्वामी जनकल्याण हेतु श्रीमद् भगवत कथा का आयोजन किया करते थे। मौजूदा समय में उनकी पुण्य स्मृति में यह आयोजन कराया गया है।