बहाली के लिए पीटीआइ ने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के नाम सौंपा ज्ञापन
पीटीआइ ने बहाली की मांग को लेकर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के नाम पर प्रेषित एक ज्ञापन सौंपा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के निजी सचिव को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने वापस नौकरी पर रखने की मांग उठाई।
जागरण संवाददाता, झज्जर : पीटीआइ ने बहाली की मांग को लेकर भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के नाम पर प्रेषित एक ज्ञापन सौंपा। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के निजी सचिव को ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने वापस नौकरी पर रखने की मांग उठाई। पीटीआइ ने कहा कि सरकार उनकी मांग को पूरा करते हुए नौकरी पर वापस रखे। अगर समय रहते ऐसा नहीं हुआ तो वे कड़ा कदम उठाने से भी पीछे नहीं हटेंगे।बता दें कि पीटीआइ पिछले 47 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। लघु सचिवालय में जारी धरने पर बैठे पीटीआइ ने रोष स्वरूप सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। शुक्रवार को क्रमिक अनशन पर पीटीआइ प्रीत सिंह, पिकेश देवी, अनिता व सुनीता देवी बैठी। धरने की अध्यक्षता संघर्ष समिति के जिला प्रधान देवेंद्र ने की।
धरनारत पीटीआइ को लेक्चरर वेलफेयर एसोसिएशन से अनिल अहलावत, मास्टर एसोसिएशन से नरेश कुमार, डीपीई देवेंद्र, लेक्चरर मनोज कुमार, कला अध्यापक सतेंद्र, अरविद, शिवचरण लेक्चरर, लेक्चरर सुरेश कुमारी, पूर्व प्राचार्य राजबीर दहिया आदि ने समर्थन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने पीटीआइ को हटाकर गलत किया है। नौकरी से हटाकर पीटीआइ व उसके परिवार के पेट पर लात मारने का काम किया है। इसलिए सरकार को उनके परिवार को ध्यान में रखते हुए उचित कदम उठाना चाहिए।
तय कार्यक्रम के मुताबिक पीटीआइ लघु सचिवालय से भाजपा कार्यालय तक प्रदर्शन करते हुए पहुंचे। जहां पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। हाथ में थाली लेकर उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष धनखड़ के निवास के बाहर जमकर विरोध जताया। कहा कि आज जिस तरह से उन्हें नौकरी से हटाया गया है, के कारण उन्हें रोजगार की दिक्कत आन खड़ी हुई है। कोरोना संकट की घड़ी में परिवार के लिए जीवन यापन भी मुश्किल हो गया है। जिला प्रधान देवेंद्र शर्मा ने कहा कि पीटीआइ रोष स्वरूप 1 अगस्त को मोटरसाइकिल रैली के माध्यम से प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि वे सुबह 10 बजे जहांआरा बाग स्टेडियम में एकत्रित होंगे। यहां से मोटरसाइकिलों पर शहर में प्रदर्शन करते हुए धरनास्थल पर पहुंचेंगे। साथ ही उन्होंने निर्णय लिया कि वे विरोध स्वरूप 5 अगस्त को मुख्यमंत्री का पुतला फूकेंगे। उन्होंने कहा कि अगर अब भी सरकार नहीं जगी और उन्हें बहाल नहीं किया तो वे अपने आदोलन को और तेज कर देंगे।