राहत : खेल परिसरों में खिलाडिय़ों के लिए अभ्यास के लिए बनेंगे छोटे ग्रुप
लॉकडाउन 4.0 के दौरान खिलाड़ियों की सुविधा के लिए उनके शारीरिक व मानसिक विकास के लिए झज्जर जिलें के खेल परिसरों को अभ्यास के लिए खोला जा रहा है।
जागरण संवाददाता, झज्जर : लॉकडाउन 4.0 के दौरान खिलाड़ियों की सुविधा के लिए उनके शारीरिक व मानसिक विकास के लिए झज्जर जिलें के खेल परिसरों को अभ्यास के लिए खोला जा रहा है। 31 मई तक सभी खेल परिसरों के खिलाड़ी शारीरिक दूरी का पालना करते हुए छोटे-छोटे समूहों में अभ्यास कर सकेंगे। हालांकि इस दौरान दर्शकों की आवाजाही नहीं रहेगी।
दरअसल, खेल एवं युवा कार्यक्रम विभाग हरियाणा की ओर से जारी की गई कोविड-19 के तहत सुरक्षा गाइडलाइन को लेकर खेल स्टेडियम में खिलाड़ियों की सुविधा के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किया है। सरकार की ओर से जारी की गई हिदायतों की अनुपालना में खेल प्रशिक्षकों व स्टाफ के सदस्यों को अरोग्य सेतु एप का प्रयोग करना जरूरी है। खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि खेल परिसरों में एसी के इस्तेमाल के लिए लोक निर्माण विभाग की गाइडलाइन को अपनाना होगा। खेल विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों की थर्मल स्कैनिग करवाई जाए और सभी का हेल्थ रिकार्ड भी रखा जाए। इस तरह से होगा प्रशिक्षण
- खेल परिसर आने वाले हर खिलाड़ी को स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी कोविड-19 की एडवाइजरी के बारे में जानकारी दी जाए।
- खेल प्रागंण के प्रवेश द्वार पर सैनिटाइजर का प्रयोग जरूरी है
- सैनिटाइजर का प्रयोग करने बारें गाइडलाइन को भी चस्पा किया जाए।
- खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को खेल मैदान में शारीरिक दूरी के नियमों की पालना करने के साथ-साथ मास्क का प्रयोग करना बहुत जरूरी है।
छोटे-छोटे ग्रुप में दिया जाएगा खेल प्रशिक्षण : डीसी जितेंद्र कुमार ने कहा कि खिलाड़ियों को प्रशिक्षण देने से पहले 8 से 10 खिलाडियों का एक ग्रुप बनाना होगा। अगर खिलाड़ियों की संख्या ज्यादा है तो 8 से 10 खिलाडियों के छोटे-छोटे कई ग्रुप बनाने होंगे। ग्रुप में भी खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को कम से कम दो मीटर की दूरी रखनी होगी। खेल प्रांगण में फ्री हैंड एक्सरसाइज और योग पर विशेष ध्यान देना होगा। अगर किसी टीम इवेंट में 18 खिलाड़ी और 2 कोच हैं तो वह एक घंटा निर्धारित संख्या में ग्रुप को प्रशिक्षण देंगे और उसके बाद दूसरे ग्रुप को प्रशिक्षण देंगे। इसके अलावा किसी व्यक्तिगत गेम में प्रशिक्षक को तय करना होगा कि एक समय में 10 से ज्यादा खिलाड़ी न हों। प्रशिक्षक को इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा कि एक ग्रुप के स्टेडियम छोड़ने के बाद ही दूसरे ग्रुप को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाएगा।