अब बेरी मंदिर में कूपन से होगी एंट्री
मां भीमेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्र के दिनों में लगने वाले मेले का नजारा काफी बदल गया है। पिछली दफा जहां श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश भी नहीं कर पाए थे। वहीं अबकी दफा अतिरिक्त सावधानी के साथ राहत देते हुए दर्शनों की व्यवस्था बनाई गई है।
पूर्ण कौशिक, बेरी : मां भीमेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्र के दिनों में लगने वाले मेले का नजारा काफी बदल गया है। पिछली दफा जहां श्रद्धालु मंदिर में प्रवेश भी नहीं कर पाए थे। वहीं, अबकी दफा अतिरिक्त सावधानी के साथ राहत देते हुए दर्शनों की व्यवस्था बनाई गई है।
अब पुराने जैसा माहौल तो नहीं है। न ही मेले की व्यवस्था है और न ही हाट-बाजार लगे हैं। सिर्फ कूपन लेकर दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। जबकि, पुलिस-प्रशासन के स्तर पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। रविवार को भी काफी कम लोग यहां पर दर्शन के लिए आए। हालांकि, उम्मीद की जा रही है सप्तमी और अष्टमी आने तक मंदिर में भीड़ काफी बढ़ जाएगी। क्योंकि, अभी तक इस बात का प्रचार हुआ था कि मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं हो पाएंगे। अब फैसले में बदलाव हो गया है। साथ ही अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है।
रविवार सुबह के समय करीब 250 से 300 श्रद्धालुओं ने बगैर कूपन के दर्शन किए। उसके बाद कूपन की व्यवस्था अमल में लाई गई, ताकि किसी तरह से कोई अव्यवस्था न हो। परिवार सहित पहुंचने वाले श्रद्धालु को एक कूपन प्रति परिवार दिया गया। रविवार को 1815 कूपन वितरित किए गए। बेरी माता के मंदिर में कोरोना महामारी के चलते तालाब से मिट्टी निकालने की चली आ रही परंपरा पर अबकी बार पूर्ण रूप से पाबंदी है।
शारीरिक दूरी के नियम का रखा जा रहा ध्यान
मंदिर में दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की शारीरिक दूरी का ध्यान रखा जा रहा है। मंदिर में सिर्फ मास्क पहने श्रद्धालुओं को ही एंट्री दी जा रही है। श्रद्धालुओं और मंदिर परिसर को सैनिटाइज करने के खास इंतजाम किए गए हैं। पिछले सालों के मुकाबले इस बार देवी के मंदिर में भीड़ काफी कम है। बड़ी संख्या में लोग घरों पर ही पूजा अर्चना कर रहे हैं। जबकि, फेसबुक लाइव से दर्शनों की व्यवस्था की गई है। नौ जून को एक दिन के लिए खुले थे कपाट
लॉकडाउन से अनलॉक का दौर आने के दरमियान 9 जून को सिर्फ एक दिन के लिए बेरी स्थित मां भीमेश्वरी देवी मंदिर के कपाट खोले गए थे। जिस दिन मंदिर में कुल 160 श्रद्धालु रजिस्टर में दर्ज किए गए। खास बात यह रही थी कि 160 में से दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से 70 श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए पहुंचे। जिन्हें मंदिर समिति एवं प्रशासन के स्तर पर अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए दर्शन करवाए गए। इसके बाद दिल्ली के हालात को मद्देनजर पुन: मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद रखने का फैसला लिया गया। नवरात्र शुरू होने के पहले तक कपाट नहीं खोले जाने के निर्देश थे। लेकिन, अन्य दिनों में हो रहे दर्शनों को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन ने विशेष तैयारियों के साथ व्यवस्था की है।
बेरी स्थित मां भीमेश्वरी देवी के दो मंदिर हैं। यहां पर अंदर और बाहर के मंदिर में अलग-अलग समय पर दर्शन होते हैं। मंगला आरती के समय में ऋषि दुर्वासा द्वारा गाई जाने वाले आरती भक्त बड़ी श्रद्धा के साथ गाते हैं।
पं. पंकज वशिष्ठ, पुजारी।