Move to Jagran APP

जीवन में कुछ भी असंभव नहीं, सकारात्मक सोच से करें मेहनत ं

जागरण संवाददाता, झज्जर : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बृहस्पतिवार को कृमि नियंत्र

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 Aug 2017 06:28 PM (IST)Updated: Thu, 31 Aug 2017 06:28 PM (IST)
जीवन में कुछ भी असंभव नहीं, सकारात्मक सोच से करें मेहनत
ं
जीवन में कुछ भी असंभव नहीं, सकारात्मक सोच से करें मेहनत ं

जागरण संवाददाता, झज्जर : राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बृहस्पतिवार को कृमि नियंत्रण कार्यक्रम का शुभारंभ करने पहुंची उपायुक्त सोनल गोयल ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है। आत्मविश्वास, इच्छाशक्ति, धैर्य, निरंतर कोशिश, सकारात्मक सोच के साथ की गई मेहनत से सफलता जरूर मिलती है। देश की ताकत स्वस्थ और शिक्षित युवा हैं, दुनिया में भारत सबसे ज्यादा युवा देश है। अब युवा शक्ति को तय करना है कि वो भारत को कैसे दुनिया का सर्वश्रेष्ठ देश बनाएं। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए गोयल ने कहा कि बच्चों के शारीरिक विकास के लिए कृमि नियंत्रण दवाई जरूर खिलानी चाहिए, साथ ही हमें बच्चों को बीमारियों से बचाने के उपायों के बारे में अवगत कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्व में युवाओं की सबसे ज्यादा संख्या भारत में है। भारत का प्रत्येक युवा स्वस्थ हो, इसी सोच के साथ कृमि नियंत्रण और स्वच्छ भारत मिशन जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। जिनकी सफलता का मूलमंत्र जनभागीदारी है।

loksabha election banner

स्वच्छता का पढ़ाया पाठ

उपायुक्त ने कहा कि यह जानकर हर्ष होता है झज्जर जिला ¨लगानुपात सुधार मामले में दूसरे नंबर पर आ गया है साथ ही शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी परिणामों से भी यह प्रमाणित हो गया है कि शिक्षा के क्षेत्र में झज्जर जिला अग्रणी बना हुआ है। गोयल ने कहा कि झज्जर जिले का ग्रामीण क्षेत्र ओडीएफ हो चुका है, अब शहरी क्षेत्र को ओडीएफ बनाने के लिए जनभागीदारी अहम है। छात्र इस कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने आह्वान किया कि जिले की युवा शक्ति ठान ले तो माहभर में जिले को पूर्ण स्वच्छ बनाया जा सकता है। शिक्षा व स्वास्थ विभाग के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि सभी बच्चों को कृमि नियंत्रण की दवाई खिलाई जाए और साथ ही स्वच्छता के बारे में बच्चों को निरंतर जागरूक किया जाए।

पेट में कीड़े मारने के लिए दवाई जरूरी

सीएमओ डॉ रमेश धनखड़ ने कृमि नियंत्रण की दवाई की उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पेट में कीड़े होने से एनिमिया नामक बीमारी हो जाती है, जिससे बच्चे के शारीरिक विकास में बाधा आ जाती है। इसलिए छह माह में एक बार जरूर कृमि नियंत्रण कार्यक्रम के तहत दवाई खाएं। सरकार की ओर से साल में दो बार कृमि नियंत्रण कार्यक्रम चलाया जाता है। सीएमओ ने बताया कि विभाग की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि एक वर्ष से 19 वर्ष तक की आयु के सभी बच्चों को दवाई खिलाई जाए। अगर किसी वजह से बच्चे रहे जाते हैं तो उनको छह सितंबर को दवाई खिलाई जाएगी। उन्होंने बच्चों को स्वच्छता के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। सीएमओ ने कहा कि बरसात के मौसम में बीमारियों से बचने के लिए स्वास्थ विभाग की ओर से जागरूकता अभियान चलाया हुआ है। स्कूली बच्चों को भी इसमें भागीदार बनाया गया है।

कार्यक्रम में पंहुचने पर सीएमओ डा रमेश धनखड़ और स्कूल प्रिंसिपल नित्यानंद ने उपायुक्त सोनल गोयल का स्वागत किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.