गेहूं का नहीं हो रहा लदान, किसान और आढ़ती परेशान
जागरण संवाददाता, झज्जर : जिला में गेहूं की खरीद का कार्य बेशक बंद हो गया हो, लेकिन किसा
जागरण संवाददाता, झज्जर : जिला में गेहूं की खरीद का कार्य बेशक बंद हो गया हो, लेकिन किसानों और आढ़तियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। झज्जर की अनाज मंडी में 25 दिन से बारदाना नहीं है और करीब 85 हजार क्विंटल गेहूं यहां पर एजेंसी की तरफ से खरीदा हुआ पड़ा है। जो वर्षा में भीगने के कारण खराब हो रहा है।बारदाना न होने के कारण मंडी में गेहूं के बड़े-बड़े ढेर लगे हुए हैं। वहीं छारा की अनाज मंडी में भी करीब 50 हजार कट्टे गेहूं मंडी में पड़ा हुआ है। लेकिन गेहूं का लदान न होने के कारण उनका भुगतान भी रूका हुआ है। इस मामले को लेकर किसान और आढ़ती उपायुक्त से मिलने के लिए झज्जर पहुंचे। उपायुक्त से मांग की है कि उनकी मंडी से गेहूं का जल्द लदान करावा कर उनकी राशि का भुगतान करवाया जाए।
छारा मंडी से आए किसान साधूराम, रमेश, अनील, रोहताश आदि का कहना है कि खरीद एजेंसियों की लापरवाही के कारण गेहूं वर्षा में भीग कर खराब हो सकता है। इस लिए समय रहते गेहूं का लदान करवाया जाए।
वहीं झज्जर की अनाज मंडी के आढ़ती और सूरहा गांव के पूर्व सरपंच बलजीत ¨सह का कहना है कि पिछले 25 दिन से हैफेड की तरफ गेहूं के लिए बारदाना तक नहीं दिया जा रहा। जिससे वे गेहूं को कट्टों में भर सके और उसका लदान हो सके। उनकी दुकानों पर लेबर खाली बैठी है। लेबर के पास काम न होने के कारण उनके खाने का प्रबंध तक आढ़तियों को करना पड़ रहा है। इसकी वजह से गेहूं का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। किसान उनकी दुकानों के चक्कर लगा रहे हैं और उन्हें राशि नहीं मिल रही है।
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बारदाना हैफेड की तरफ से दिया जाना है। गेहूं की ºरीद अधिक होने के कारण बारदाना कम पड़ गया था। बारदाना मंगवाया गया है। लेकिन बारदाने का रैक गाजियाबाद में खड़ा है। उसके रोहतक पहुंचने के बाद समस्या का समाधान हो जाएगा।
- अशोक शर्मा, डीएफएससी, झज्जर।