ग्राहक कम और रास्ता पूछने वाले ज्यादा आते है साहब, ठीक ढंग से बोर्ड भी नहीं लगे हुए
जागरण संवाददाता, झज्जर : मंगलवार रात साढ़े दस बजे शहर के पुराना तहसील चौक पर पहुंचते
जागरण संवाददाता, झज्जर : मंगलवार रात साढ़े दस बजे शहर के पुराना तहसील चौक पर पहुंचते हुए पाया कि ट्रक के पास युवक खड़ा है। यहां से गुजर रहे वाहनों को युवक रूकवाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन कोई भी वाहन चालक अपना वाहन नहीं रोकता हैं। दैनिक जागरण टीम ने युवक से पूछा तो उसने बताया कि पिछले बीस मिनट से परेशान हो रहा हूं, गाड़ी लेकर बेरी जाना है। लेकिन रास्ता पता नहीं है, कहीं दिशा सूचक बोर्ड भी नहीं लगे हुए है। ऐसे में किससे रास्ते की जानकारी हासिल करूं। वाहन चालक भी अपना वाहन नहीं रोक रहे। ट्रक चालक को रास्ता बताते हुए टीम आगे निकल जाती हैं। सिलानी गेट चौक पर पुलिस की पीसीआर बाजार की ओर से आती हुई दिखाई दी, कुछ देर तक पीसीआर सिलानी गेट चौक पर रूकी, फिर आगे बढ़ गई। ---रात 11 बजे : सिलानी गेट क्षेत्र सिलानी गेट क्षेत्र में 24 घंटे खुली रहने वाली दुकान पर टीम रूकती है, वहां की कार्यशैली को देखती है। कुछ व्यक्ति अंदर चाय पी रहे होते हैं तो कुछ बाहर खड़े होते हैं। प्रत्येक पांच से सात मिनट के अंतराल पर कोई ना कोई वाहन चालक अपने वाहन को रोकते हुए कोई गुरुग्राम तो कोई बादली, कोई दादरी तो कोई रोहतक जाने का रास्ता पूछने के लिए आते हैं। फिर आगे बढ़ जाते हैं। दुकानदार ईश्वर शर्मा ने बताया कि साहब ग्राहक कम और रास्त पूछने वाले ज्यादा आते हैं।आप ने भी देख लिया होगा, इतनी देर में कितने ग्राहक आए है और कितने रास्ता पूछने के लिए भटके हुए वाहन चालक आए हैं। दिशा-सूचक बोर्ड नहीं लगे होने के चलते प्रतिदिन सौ से सवा सौ तक वाहन चालक रात भर में रास्ता पूछने के लिए आते हैं। हमें तो रास्ता बताने में कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन वाहन चालकों को परेशानी तो होती ही है। ----रात 11:30 बजे: अग्रसेन चौक अग्रसेन चौक के पास तीन से चार की संख्या में लोग जा रहे होते है। पूछने पर बताते है, भाई बाहर के ना सै, पास की कालोनी म्ह हे रवैह सै, दियाड़ी मजदूरी का काम सै, गाड़ी तारन नै चिमनी गाम म्हं जान लाग रे सै, कोई दिक्कत ना सै। ये कहते हुए सभी आगे निकल जाते है। ----रात 11:45 बजे : शहर के धौड़ चौक धौड़ा चौक पर स्थित ढाबे पर कुछ लोग खाना खा रहे है, पुलिस की पीसीआर आकर रूकती है और ढाबा संचालक से ढाबा बंद करने को कहती है। ढाबा संचालक अपने कर्मचारियों को जल्द कार्य पूरा करने को कहते है। पुलिस की टीम थोड़ी देर रूकते हुए आगे निकल जाती है। रात 12:00 बजे : पुराना बस अड्डा रोड, आंबेडकर चौक, बेरी गेट, सीताराम गेट क्षेत्र में पाया कि सड़क किनारे बेसहारा गौवंश किसी दुकान के शेड के नीचे या फिर आपस में चिपकते हुए ठंड से बचने का प्रयास कर रहे हैं और सड़कों पर केवल भारी वाहनों की ही आवाजाही ही बनी हुई है।