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बढ़ते रह विरोध के बीच सड़कों पर उतरें एनएचएम कर्मचारी

जागरण संवाददाता, झज्जर : विभाग द्वारा हड़ताली एनएचएम कर्मचारियों की बर्खास्तगी के आदेश जारी

By JagranEdited By: Published: Fri, 08 Feb 2019 05:38 PM (IST)Updated: Fri, 08 Feb 2019 05:38 PM (IST)
बढ़ते रह विरोध के बीच सड़कों पर उतरें एनएचएम कर्मचारी
बढ़ते रह विरोध के बीच सड़कों पर उतरें एनएचएम कर्मचारी

जागरण संवाददाता, झज्जर : विभाग द्वारा हड़ताली एनएचएम कर्मचारियों की बर्खास्तगी के आदेश जारी करने के बाद भी कर्मचारी झुकने को तैयार नहीं हैं। आदेशों की परवाह किए बगैर कर्मचारी चौथे दिन भी हड़ताल पर रहे और दोपहर बाद सड़कों पर उतर आए। हड़ताली कर्मचारियों ने स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के पुतले के साथ शहर में प्रदर्शन किया और सरकार विरोधी जमकर नारेबाजी की। कर्मचारी प्रदर्शन करते हुए नागरिक अस्पताल परिसर से होते हुए श्रीराम पार्क तक पहुंचे और अनिल विज का पुतला सड़क के बीचों- बीच रखते हुए अपना विरोध जताया। हड़ताली महिला कर्मचारियों ने अनिल विज के पुतले पर मातम करते हुए रोष प्रकट किया। इससे पूर्व कर्मचारी सुबह नौ बजे से ही नागरिक अस्पताल परिसर में धरना स्थल पर एकत्रित हुए। संगठन के नेताओं के अलावा विभिन्न कर्मचारी संगठनों से जुड़े हुए कर्मचारी नेताओं ने धरने को संबोधित किया। शुक्रवार को जिले में तैनात कुल 511 कर्मचारियों में से 366 कर्मचारियों ने हड़ताल में भाग लेते हुए कामकाज ठप्प रखा। शुक्रवार को रिटायर्ड कर्मचारी संघ से देवेंद्र यादव ने एनएचएम कर्मचारियों को संबोधत करते हुए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। उधर, एनएचएम कर्मचारियों ने सिविल सर्जन को आगामी तीन दिनों तक हड़ताल अवधि बढ़ाएं जाने को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। ----सीएचसी वाईज हड़ताली कर्मचारियों की संख्या सीएचसी कर्मचारियों की संख्या

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बादली 37

छारा 12

डीघल 27

ढाकला 37

दूबलधन 40

नागरिक अस्पताल झज्जर 35

नागरिक अस्पताल बहादुरगढ़ 37

नागरिक अस्पताल बेरी 14

जमालपुर 44

सिविल सर्जन कार्यालय 19

अर्बन हेल्थ सेंटर 38

आयुष विभाग 11

आरटीएस 26 ----प्रमुख मांगे - नियमित करना या सेवा सुरक्षा।

- सेवा नियम में संशोधन किया जाए।

- सातवां वेतनमान का लाभ दिया जाए।

- आउटसोर्सिग प्रथा पर रोक लगाई जाए।

- आउटसोर्सिंग पर किए गए स्टाफ को एनएचएम में समायोजित किया जाए।

- जिन एनएचएम कर्मचारियों को सेवा नियम का लाभ नहीं दिया गया, उन्हें भी सेवा नियम में शामिल किया जाए।

- नियमित कर्मचारियों की भांति सभी भत्ते दिए जाएं।

- कर्मचारियों को वरिष्ठता का लाभ दिया जाए।

- पिछली हड़ताल के दौरान कर्मचारियों का रुका हुआ वेतन दिया जाए। ----फिलहाल तीन दिनों के लिए हड़ताल की अवधि को बढ़ाने का सिविल सर्जन को नोटिस दिया गया हैं। जब तक विभागीय स्तर पर मांगों को पूरा करने का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया जाता तब तक हड़ताल पर रहेंगे। कर्मचारियों के साथ वायदा खिलाफी की जा रही है। कर्मचारियों की जायज मांगों को भी पूरा नहीं किया जा रहा। जिसके चलते सभी हड़ताल करने को मजबूर है।

----मंजू आर्या, जिला प्रधान।


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