खाप 11 के प्रधान की अगुवाई में पुलिस कप्तान से मिलने पहुंचे ग्रामीण
जागरण संवाददाता, झज्जर : दो अधेड़ उम्र की महिलाओं की हत्या के मामले में आरोपित के पुलिस
जागरण संवाददाता, झज्जर : दो अधेड़ उम्र की महिलाओं की हत्या के मामले में आरोपित के पुलिस की जद में नहीं आ पाने से नाराज ग्रामीण खाप 11 के प्रधान ओम प्रकाश शर्मा की अगुवाई में पुलिस कप्तान पंकज नैन से मुलाकात करने के लिए पहुंचे। गांव बिलोचपुरा, ¨भडावास, शाहजहांपुर, कोयलपुर, चढ़वाना, कोन्द्रावाली, खेतावास, मुंडाहेड़ा, रेढ़ूवास, निवादा आदि गांवों के लोगों ने कहा कि जिस तरह से यह वारदात हुई है, तभी से ग्रामीणों में डर पनपा हुआ है। परिवार डरे हुए है। कारण कि अभी तक आरोपित को लेकर कुछ भी ठोस सामने नहीं आ पाया है। इधर, एसपी ने ग्रामीणों को आश्वस्त करते हुए कहा कि एएसपी शशांक कुमार सावन की अगुवाई में एसआइटी का गठन करते हुए जांच करवाई जा रही है। आरोपित के संदर्भ में पुख्ता जानकारी देने वाले के लिए एक लाख रूपये का ईनाम भी घोषित किया हुआ है। हालांकि, उन्होंने दोहराया कि ग्रामीणों के स्तर पर जो भी बात किसी भी तरह से सामने आती है तो वह जरूर पुलिस के संज्ञान में लाए। किसी किसी भी एक सिरे को पकड़ते हुए अंजाम तक पहुंचा जा सके। पुलिस के स्तर पर की गई जा रही कार्रवाई को लेकर भी उन्होंने अपनी बात रखी।
ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल में महिलाएं भी बड़ी संख्या में शामिल थी। जो कि पूरी घटना को लेकर काफी नाराज दिखी। पुलिस कप्तान से बातचीत के दौरान भी अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अब परिवार में महिलाओं को अकेला छोड़ते हुए डर लगता है। तकरीबन, गांव की स्थिति है कि लोग कामकाज के लिए बाहर जाते है।अकेले होने की स्थिति में डर बनना लाजिमी है।
इस मौके पर मुख्य रूप से सरपंच सुभाष बिलोचपुरा, पूर्व सरपंच लीला राम नंबरदार ¨भडावास, सुनील कुमार सरपंच कोन्द्रावाली, पुष्कर दत्त सरपंच मुंडाहेड़ा, राम अवतार सरपंच निवादा, अतर ¨सह सरपंच, कैप्टन वीर ¨सह ¨भडावास, पंचायत समिति सदस्य सरला यादव, रामरति देवी, विमला देवी, अंजू देवी, सज्जन कौर, स्नेह लता, निधि सहित बड़ी संख्या में महिला व पुरुष शामिल रहे।
आखिर क्या है मामला गौरतलब है कि बिलोचपुरा गांव में अधेड़ उम्र की महिला की हत्या की दूसरी वारदात के सामने आने के बाद ग्रामीणों में जहां रोष पनपा हुआ है। इससे पहले मई 2018 में हुई घटनाक्रम में खेतों में घर बनाकर रह रहे परिवार का मुखिया मुंदसा गांव में किसी धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए गया था। जबकि उसकी पत्नी घर पर अकेली थी। शाम के समय में जब वह धार्मिक कार्यक्रम से वापिस लौटा तो पत्नी मृत अवस्था में थी। जिसके सिर आदि पर चोट के निशान थे। दूसरी वारदात में भी काफी कुछ एक जैसा ही सामने आया। यहां भी मृतका का पति धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गया हुआ था। जबकि सांय के समय में बेटा जब काम से घर वापिस लौटा तो ठीक पहली वारदात जैसे हालात घर में पाए गए थे।