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जागरण विशेष : पुराना बाजरा उठने से पहले शुरू होने जा रही दोबारा खरीद

एक अक्टूबर से बाजरे की खरीद शुरू होने जा रही है। लेकिन वर्ष 2019 में खरीदा गया बाजरा अनाज मंडी की शेड के नीचे अभी भी रखा हुआ है। पुराना बाजरा उठने से पहले ही अब फिर से खरीद होने जा रही है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 27 Sep 2020 07:00 AM (IST)Updated: Sun, 27 Sep 2020 07:00 AM (IST)
जागरण विशेष : पुराना बाजरा उठने से पहले शुरू होने जा रही दोबारा खरीद
जागरण विशेष : पुराना बाजरा उठने से पहले शुरू होने जा रही दोबारा खरीद

जागरण संवाददाता, झज्जर : एक अक्टूबर से बाजरे की खरीद शुरू होने जा रही है। लेकिन, वर्ष 2019 में खरीदा गया बाजरा अनाज मंडी की शेड के नीचे अभी भी रखा हुआ है। पुराना बाजरा उठने से पहले ही अब फिर से खरीद होने जा रही है। हालांकि, प्रशासन बार-बार बाजरा उठने के दावे तो कर रहा है। लेकिन, बाजरे के करीब 10 हजार कट्टे कट्टे (बैग) अभी भी मौजूद हैं। बैग उठाए जाने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।

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अनाज मंडी में शेड के नीचे बाजरे के बैग रखे हुए होने से इनके बरसात में भीगने से खराब होने का खतरा भी रहता है। साथ ही बंदर भी यहां उछलकूद करते रहते हैं। इस कारण बाजरे के बैग फट जाते हैं और बाजरा बिखर जाता है। इधर, मार्केट कमेटी बाजरे की खरीद को लेकर तैयारियां कर रही है। शेड के नीचे बाजरा, खुले में भीगा था गेहूं व सरसों

अनाज मंडी में शेड के नीचे बाजरा रखा होने के कारण पिछले दिनों गेहूं व सरसों की खरीद के दौरान अनाज डालने के लिए कम जगह मिल पाई थी। आधे शेड के नीचे बाजरा रखा हुआ था, और आधे के नीचे गेहूं। गेहूं व सरसों शेड के नीचे न होने के कारण बरसात से अनाज भी खराब हुआ। जब गेहूं का उठान किया गया तो नीचे से खराब गेहूं निकले, जिन्हें फेंकना ही पड़ा। अब फिर एक साल बीत जाने के बाद भी उठान नहीं हुआ है। खुले में डालना पड़ेगा नया बाजरा

1 अक्टूबर को मंडी में नया बाजरा आना आरंभ हो जाएगा। ऐसे में इस बाजरे को सुरक्षित रखने के लिए उचित स्थान भी आसानी से नहीं मिल पाएगा। ऐसे में मजबूरन बाजरा खुले आसमान के नीचे डालना पड़ेगा। मार्केट कमेटी का कहना है कि उन्होंने बाजरे का उठान करने के लिए 2-3 दफा हैफेड को पत्र भी लिखे। एक बार तो उठान शुरू किया। लेकिन अभी भी काफी बाजरे का उठान बाकी है। 2 हजार रुपये क्विंटल खरीदा था बाजरा

वर्ष 2019 की बात करें तो 2 हजार रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरा खरीदा गया था। इस बार 2150 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरा खरीदा जाएगा। अनाज मंडी में रखा करीब 5 हजार क्विंटल बाजरा रखा है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि करीब 10 लाख रुपये का बाजरा उठान का इंतजार कर रहा है। मार्केट कमेटी खरीद की तैयारी में जुटी

बाजरा खरीद शुरू होने से पहले मार्केट कमेटी भी अपने स्तर पर व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियां कर रही है। बाजरा मंडी में पहुंचने से पहले साफ-सफाई करवाई जाएगी। वहीं मंडी में पीने के पानी की व्यवस्था करवाई जा रही है। साथ ही टूटा गेट भी दुरुस्त करवाया गया है, ताकि बेसहारा पशु मंडी में न घुसें और अनाज सुरक्षित रहे। किसानों के लिए गेट पास की व्यवस्था भी की जा रही है। हालांकि बाजरे का उठान नहीं होने के कारण शेड के नीचे का वह हिस्सा बिना सफाई के ही बच रहा है।

हैफेड को बाजरे का उठान करने के लिए 2-3 दफा पत्र लिखा गया है। जल्द ही बाजरे का उठान करके, इस जगह की साफ-सफाई के लिए कहा गया है। ताकि नए बाजरे के लिए शेड के नीचे जगह मिले। वहीं बाजरा खरीद को लेकर भी तैयारियां कर ली हैं।

सविता सैनी, सचिव, मार्केट कमेटी झज्जर। शेड के नीचे करीब 10 हजार बैग बाजरा रखा है। बाजरे का उठान नहीं होने के कारण अनाज को खुले में डालना पड़ रहा है। गेहूं व सरसों को भी खुले आसमान के नीचे डाला था। वहीं अगर समय से बाजरे का उठान नहीं हुआ तो फिर से नया बाजरा खुले आसमान के नीचे डालना पड़ेगा। जिससे अनाज खराब होने का खतरा रहता है।

श्रीभगवान, आढ़ती प्रधान, अनाज मंडी, झज्जर।


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