मौसम की करवट से मंडी में बढ़ी चिता, फसल को ढकने के लिए इस्तेमाल में लाए तिरपाल
जागरण संवाददाता झज्जर कुछ दिनों से बढ़ रही गर्मी के बाद मौसम ने अचानक करवट ली है। ि
जागरण संवाददाता, झज्जर : कुछ दिनों से बढ़ रही गर्मी के बाद मौसम ने अचानक करवट ली है। जिससे लोगों को गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन किसानों की चिताएं बढ़ गई हैं। मंडी में खुले आसमान के नीचे रखी हुई गेंहू और सरसों काफी हद तक भीग गई। व्यवस्था के स्तर पर कुछ ठोस दिखाई नहीं दिया। हालांकि, मौसम सोमवार रात से बदलने लगा था। देर रात से ही धूल भरी तेज आंधी के बाद जहां बिजली गुल हो गई थी। वहीं पूर्वानुमान को देखते हुए आढ़ती एवं किसान पहले से ही चितित थे। दिख रही चिता को बढ़ाने का काम किया मंगलवार सांय हुई बरसात ने।
सायं के समय बदले मौसम के बाद हुई बरसात ने तापमान को कम करते हुए गर्मी से आंशिक राहत प्रदान की। वहीं, खेतों में फसल कटाई का इंतजार कर रहा किसान हो या मंडी तक अपनी फसल को लाने का इंतजार कर रहा किसान। इन दिनों दोनों चितित है। इधर, जिला मुख्यालय के अलावा बेरी, बादली, मातनहेल, माछरौली आदि में भी मौसम ऐसा ही बना रहा। जिसके कारण भी परेशानी हुई। मौसम को देखते हुए किसानों व आढ़तियों के दिलों की बढ़ रही धड़कन : विशेषज्ञों द्वारा किए गए पूर्वानुमान के मुताबिक दो-तीन दिन तक मौसम ऐसा ही रहने की उम्मीद है। बदलाव ने किसान की चाल थाम दी है। कारण कि बरसात होने के बाद अभी फसल को सुखाने में समय देना चाह रहा है। इधर, जिन्होंने कटाई कर ली है वह भी इस प्रयास में है कि नमी को संतुलित करते हुए ही मंडी तक लेकर जाए। ताकि वहां पर जाने के बाद नियम और कायदों के कारण ज्यादा समय तक उन्हें इंतजार नहीं करना पड़े। एक ही दिन में हुई इस बरसात ने सभी स्थानों पर कटाई और कढ़ाई पर असर डाला है। गेंहू एवं सरसों दोनों के स्तर पर ही ऐसी स्थिति बनी हुई है। दिन में खुशनुमा रहे मौसम से मिली राहत : मंगलवार को तीन से चार डिग्री तक तापमान में गिरावट दर्ज की गई। हालांकि अभी एसी का प्रयोग आम तो नहीं हुआ है। हां, इतना अवश्य है कि पंखों में भी आज ठंडक का अहसास रात से होने लगा था। बहरहाल, आंशिक रूप से मिली राहत का असर यह हुआ कि बाजार में रौनक दिखाई दी और लोगों ने जरूरत के सामान की खरीदारी भी की।