..यहा जीवनदाता ही खो रहे है जीवन
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : शहर के बस स्टैड पर कूड़े में लगाई जाने वाली आग ने कई
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
शहर के बस स्टैड पर कूड़े में लगाई जाने वाली आग ने कई जीवनदाताओं का जीवन ही लील डाला। यहा अब तक इस आग में जलकर पाच पेड़ हरियाली खो चुके है। कूड़े का उठान यहा से नियमित नहीं हो रहा है। ऐसे में और पेड़ों के लिए भी खतरा बना हुआ है।
एक तरफ जब बढ़ते शहरीकरण में हरियाली को सहेजने की दरकार है, तब बस स्टैड पर दशकों से खड़े हरे-भरे पेड़ों को इस तरह से आग की भेंट चढ़ाया जाना पूरी व्यवस्था पर ही सवाल खड़े कर रहा है। न तो इस तरफ वन विभाग का ही ध्यान है, न ही प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का और न ही प्रशासनिक स्तर पर पेड़ों के इस तरह से खत्म होने को लेकर कोई संज्ञान लिया जा रहा है। बचे हुए पेड़ों पर भी मंडरा रहा है खतरा
बस स्टैड परिसर में कई पेड़ है। इनमें से कुछ तो आग की भेंट चढ़ गए और जो बाकी है, उन पर भी खतरा बना हुआ है। जहा पर ये पेड़ है, वहीं पर कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। इसका उठान नियमित नहीं हो रहा। ऐसे में यहा पर आग लगा दी जाती है। यह आग फैलती हुई पेड़ों तक पहुच जाती है। इसी कारण से कई पेड़ चलकर सूख चुके है। इस तरफ ध्यान न दिया गया तो बाकी पेड़ भी नहीं बचेंगे।
शहर की संस्था क्लीन एंड ग्रीन एसोसिएशन से जुड़े सोमवीर का कहना है कि जब इस तरह की नौबत आएगी तो फिर हर साल पौधारोपण अभियान चलाने का क्या फायदा। इस तरह से तो कूड़े की आग न केवल शहर में प्रदूषण की वजह बनती है बल्कि कई पेड़ों को लील चुकी है। यह सच में बड़ा नुकसान है। इस तरफ प्रशासन को गंभीर होना चाहिए। वर्जन..
बस स्टैंड में सफाई तो करवा दी जाती है लेकिन डस्टबीन यहा पर नहीं है। कूड़े का उठान नगर परिषद की ओर से करवाया जाता है, मगर यह कई-कई दिनों तक नहीं होता। इसमें आग कौन लगा देता है। इस बारे में जानकारी नहीं है।
--किरोड़ीमल, बस स्टैड अधीक्षक, बहादुरगढ़।