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कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने शिक्षकों को भेजा वंदन पत्र

जागरण संवाददाता, झज्जर : देश के पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस पर ह

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Sep 2017 03:00 AM (IST)Updated: Wed, 06 Sep 2017 03:00 AM (IST)
कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने शिक्षकों को भेजा वंदन पत्र
कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने शिक्षकों को भेजा वंदन पत्र

जागरण संवाददाता, झज्जर : देश के पूर्व राष्ट्रपति डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस पर हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने शिक्षकों को वंदन किया है। शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने स्कूलों के शिक्षकों को पत्र भेजकर कहा है कि आप बच्चों के साथ राष्ट्र के भी निर्माता हैं। शिक्षक ही श्रेष्ठ देना सिखाते है।

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शिक्षक दिवस के अवसर पर कृषि मंत्री ने अपने विद्यार्थी जीवन के समय को याद करते हुए पत्र में लिखा है जब वे स्कूल में अध्ययनरत थे तब एक शिक्षक ने उन्हें पुस्तकालय की पुस्तकें पढऩे को प्रेरित किया, जिसके परिणाम स्वरूप वे आज भी पुस्तक प्रेम से बंधे हैं। उनकी जिज्ञासा तब तक शांत नहीं होती जब तक वे नई पुस्तक पढ़ नहीं लेते। उन्होंने अपने पत्र में शिक्षक को श्रेष्ठ देने वाला मार्गदर्शक बताते हुए अपील भी की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक विद्यर्थियों में स्वाध्याय में उनका मन रमाये। इससे इसके उनकी पठन-पाठन की आदत जीवन भर काम आएगी। चूंकि पुस्तकों को श्रेष्ठ मित्र भी कहा गया है। पुस्तकें मनुष्य को सकरात्मकता और इंसानियत भी सिखाती हैं।

धनखड़ ने पत्र में शिक्षकों से ये भी कहा है कि हरियाणा की भूमि खेलों के लिए उर्वरा है, अत: बच्चों को खेल के मैदान में उतारें और खेलना सिखाएं। पत्र के माध्यम से उन्होंने यह भी अपील की है कि विद्यार्थियों को नौकरी के पीछे भागने के बजाय मालिक बनना सिखाएं। उन्होंने ये भी लिखा है भावनाओं और विचारों पर नियंत्रण से किसी का भी पाथेय आसान होता, इसलिए हर विद्यार्थी को विचारों और भावनाओं पर नियंत्रण करना सिखाएं। कृषि मंत्री ने ये भी उल्लेख किया है कि आज वे आज सरकार में मंत्री हैं और यहां तक पहुंचाने में शिक्षकों के योगदान को कभी भुला नहीं सकते। धनखड ने सभी शिक्षकों को वंदन करते हुए उन्हें निरन्तर श्रेष्ठ देने की अपील भी की है।


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