गुलाम नबी आजाद ने भावनात्मक रूप से जोड़ा भीड़ को, दीपेंद्र को बताया भतीजा और दिया एम्स का बनवाने का श्रेय
जागरण संवाददाता झज्जर सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भतीजा बताते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय
जागरण संवाददाता, झज्जर : सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा को भतीजा बताते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम नबी आजाद ने अपने संबोधन की शुरूआत हरियाणवीं अंदाज में की। Þतम्ने तो लट्ठ गाड दिया, रात के साढ़े 12 बजे इतनी बड़ी संख्या में मौजूद रहने को लट्ठ गाडना ही कहा जाता हैÞ, से शुरूआत करते हुए उन्होंने उपस्थित भीड़ से संवाद भी किया। करीब 12 मिनट के संबोधन में लोगों के मूड को देखते हुए अपनी बात रखी। बेरी में विधायक डा. रघुबीर सिंह कादियान की अगुवाई में आयोजित सभा में ग्रामीण आंचल से जुड़ी हाजिरी को देखते हुए उन्होंने उसी लहजे में अपनी बात कही। जैसा कि वहां के लोग सुनना चाह रहे थे। इधर, झज्जर में पूर्व शिक्षा मंत्री एवं विधायक गीता भुक्कल द्वारा आयोजित सभा में शहरी मतदाताओं के मुताबिक अपनी बात रखते हुए कहा कि अगर दीपेंद्र की जिद्द और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के प्रयासों से बाढ़सा में जमीन ही नहीं मिलती तो यह संस्थान किसी अन्य स्थान पर चला जाता। लेकिन यह आपका सांसद दीपेंद्र ही था, जो कि लगातार इस बात के पीछे पड़ा रहा, कि अगर एम्स खुलेगा तो हमारे यहां ही खुलेगा। दरअसल, कांग्रेस कभी झूठ और झूठे वायदों की खेती नहीं करती हैं। हम हमेशा उन्हीं बातों को जनता के समक्ष रखते आए हैं, जिसे पूरा किया जा सकता है।
2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े जोर-शोर से कहा था कि सरकार बनने के बाद 15 लाख रूपये देश के हर आदमी के खाते में आ जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। चूंकि यह संभव ही नहीं था। हां, चुनावी जुमला छोड़कर इन्होंने लोगों को भ्रमित जरूर कर दिया। आज जब परिस्थितियां बदलने लगी है तो प्रधानमंत्री चौकीदार के रूप में जनता के सामने आ गए है। इनके राज में ऐसी-ऐसी चोरियां हो रही हैं, जिसका खामियाजा देश की भोली-भाली जनता को उठाना पड़ रहा है। जनता के इस दर्द को समझा कांग्रेस पार्टी ने, तभी न्याय के रूप में ऐसी योजना लेकर आए है। जिसमें 72 हजार रुपये सलाना राशि की मदद एक सम्मान राशि के रूप में दी जाएगी। इसलिए सभी को मतदान तक यूं ही अपनी सक्रियता बनाई रखनी है। यात्रा के दौरान जिस प्रकार का माहौल दिख रहा है, से दीपेंद्र की जीत तय है। बस अब तो यह सूचना आना शेष हैं कि वे अपने पुराने रिकॉर्ड को कितने अंतर से तोड़ते हैं।
हरियाणा में मासूम बेटियों के साथ बढ़ते अपराध पर चिता व्यक्त करते हुए आजाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा पानीपत की धरा से दिया था। बेटियों के साथ बढ़ते अपराध का रिकॉर्ड जो पिछले साढ़े चार साल में देखने को मिला है। बड़ी गंभीर स्थिति सामने आ रही है। मासूम बच्चियों के साथ बढ़ती आपराधिक घटनाएं चरम पर हैं। ऐसे में जरूरी हो गया है कि केंद्र की सत्ता के साथ-साथ हरियाणा में सत्ता परिवर्तन की तैयारी भी अभी से कर ली जाए। अपनी बात के अंत में उन्होंने ईवीएम को लेकर भी सजगता बनाए रखने की बात दोहराई।कहा कि वोट डालने के बाद कांग्रेस का चुनाव चिह्न जरूर साथ वाली मशीन में देख लेना। अगर ऐसा नहीं हो तो अपनी बात जोर-शोर से उठानी है।