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इनेलो टीम को संजीवनी देने के लिए आए पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला

झज्जर । नेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला सोमवार को नव-नि

By JagranEdited By: Published: Mon, 06 Jan 2020 11:23 PM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 06:20 AM (IST)
इनेलो टीम को संजीवनी देने के लिए आए पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला
इनेलो टीम को संजीवनी देने के लिए आए पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला

जागरण संवाददाता, झज्जर :

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इनेलो सुप्रीमो एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला सोमवार को नव-नियुक्त प्रदेशाध्यक्ष नफे सिंह राठी के साथ जिला मुख्यालय स्थित पार्टी कार्यालय में पहुंचे। यहां पर कार्यकर्ताओं का हौंसला बढ़ाते हुए उन्होंने मौजूदा सरकार को खूब निशाने पर रखा। साथ ही चल रहे घटनाक्रम को देखते हुए कहा कि जिस तरह के हालात बने हुए है। सरकार के नेता बयानबाजी कर रहे है, को देखकर ऐसा लगता है कि हरियाणा में सरकार समय से पहले गिर जाएगी। निश्चित ही आने वाले समय में इनेलो की सरकार बनेगी और इनेलो का सत्ता को लेकर चल रहा बनवास भी दूर हो जाएगा। कहा कि पांडवों को 12 साल व भगवान राम को चौदह साल का बनवास हुआ था। ऐसा ही बनवास इनेलो 15 साल के रूप में काट चुकी है। अब बनवास खत्म हो गया है और जल्द ही हरियाणा की सत्ता में इनेलो काबिज होगी।

चौटाला ने कहा कि जो लोग इनेलो छोड़कर दूसरे दलों में गए थे, उनको वहां अपमान झेलना पड़ा है। जबकि सभी को पता है कि कार्यकर्ता का सम्मान केवल और केवल इनेलो ही कर सकती है। कहा जो कार्यकर्ता रुठ गए हैं या छोड़ गए हैं उन्हें भी मनाया जाए और संगठन को मजबूत करने का काम किया जाए। उन्होंने कहा राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं चुनाव में इनेलो की सरकार न बन पाने पर कार्यकर्ता निराश ना हो। कार्यकर्ता एकजुट होकर संगठन को मजबूत करते हुए वर्तमान सरकार को उखाड़ फेंकने का काम करें। इसके लिए नहीं कार्यकर्ताओं को संगठन के साथ जोड़ना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र में जन आंदोलन से ही सरकार परिवर्तन होता है। कहा कि कांग्रेस ने मुझे साजिश के तहत जेल भेजा था, सोचा था इनेलो खत्म हो जाएगी। आज इनेलो अब पहले से भी मजबूत स्थिति में है। कहा कि मेरी सजा पूरी हो चुकी है। लेकिन, फिर भी मुझे जेल से नहीं छोड़ा जा रहा है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वैसे तो वह चर्चा करने का विषय ही नहीं है, लेकिन दुष्यंत को स्वयं टटोलना चाहिए कि उन्हें पार्टी से क्यों निकाला गया। स्पष्ट करते हुए कहा कि अनुशासनहीनता जो भी करेगा। उसे पार्टी में रखा नहीं जाएगा।


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