अधेड़ उम्र की महिलाओं का हत्यारोपी पुलिस पकड़ से बाहर, एक लाख रूपये के ईनाम की हो रखी है घोषणा
जागरण संवाददाता, झज्जर : बिलोचपुरा गांव में पिछले चार माह के अंतराल में दो अधेड़ उम्र की
जागरण संवाददाता, झज्जर : बिलोचपुरा गांव में पिछले चार माह के अंतराल में दो अधेड़ उम्र की महिलाओं की निर्ममता पूर्वक पीट-पीट कर हत्या की गई है। एक हजार से कम की आबादी वाले इस गांव के माहौल की बात हो तो उक्त दोनों घटनाओं के अलावा यहां से अन्य कोई बड़ा मामला सामने नहीं आया। जिससे गांव की पृष्ठभूमि को जोड़कर कोई संशय किया जाए। लेकिन जिन परिस्थितियों में यह दोनों हत्याएं हुई है। बेशक ही उससे यह तो समझा जा रहा है कि आरोपित गांव की भौगोलिक परिस्थिति के साथ-साथ दोनों परिवारों की दैनिक दिनचर्या से भी जुड़ा हुआ है। कारण कि दोनों घटनाओं को जब अंजाम दिया गया। ठीक उस दौरान महिलाएं अपने घर में अकेली थी। इसे इत्तिफाक ही कहा जाएगा कि दोनों महिलाओं के पति भी उस दौरान धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए गए थे। हालांकि, इन परिवारों का अभी तक आपस में कोई ¨लक सामने नहीं आया है और ना ही यह दोनों पड़ौसी थे। पहली घटना में जिस महिला को आरोपित ने यहां अपना शिकार बनाया। वहां दंपती गांव के बाहर खेतों में बने अपने मकान में रह रहे थे। जबकि दूसरी घटना को जिस गली में अंजाम दिया गया है। वहां मकान तो काफी है। लेकिन दो ही मकानों में परिवार रह रहे हैं। सीमेन की रिपोर्ट आने के बाद अलग दिशा में बढ़ेगी जांच बिलोचपुरा गांव की दोनों घटनाओं में तिथि और स्थान बेशक ही अलग है। लेकिन पीट-पीट कर हत्या करने और मौके से सीमेन पाए जाने का पहलू जरूर एक जैसा है। जो कि पुलिस की जांच को आगे बढ़ाने में ठोस मदद करेगा। मौके से मिले सीमेन को जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजा गया है। रिपोर्ट में अगर दोनों सीमेन मैच हो जाते है तो बेशक ही पुलिस के यह बड़ी मदद होगी। कारण कि दो अलग-अलग घटनाओं के लिए पुलिस को फिर एक ही आरोपित को पकड़ने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। जबकि दोनों अलग अलग पाए जाते हैं तो मामला अधिक पेंचीदा हो जाएगा। चूंकि ठीक एक जैसी परिस्थिति में दो लोगों द्वारा अंजाम दी गई वारदात सिरदर्द बढ़ाने का विषय है। --एक पखवाड़ा पूर्व गांव में हुई दूसरी वारदात के सामने आने के बाद ग्रामीणों में जहां रोष पनपा हुआ है। वहीं क्षेत्र विशेष में रहने वाले लोग भयभीत है। हालांकि मामले की गंभीरता को समझते हुए पुलिस कप्तान पंकज नैन ने टीम के साथ मौका मुआयना करने के बाद आरोपित के संदर्भ में सूचना देने पर एक लाख रूपये के ईनाम की घोषण भी कर रखी है। जबकि जांच का जिम्मा यहां एएसपी शशांक कुमार सावन को सौंपा हुआ है। जिनकी अगुवाई में विभिन्न टीम आरोपितों की धरपकड़ में जुटी हुई है। इधर, यह भी सामने आया है कि एक लाख के ईनाम की घोषणा होने के बाद भी अभी तक ऐसी कोइ्र ठोस सूचना पुलिस के हाथ नहीं लग पाई है। जिसे आधार बनाते हुए आखिरी कड़ी तक पहुंचा जा सके। बॉक्स : गौरतलब है कि मई 2018 में हुई घटनाक्रम में खेतों में घर बनाकर रह रहे परिवार का मुखिया मुंदसा गांव में किसी धार्मिक आयोजन में शामिल होने के लिए गया था। जबकि उसकी पत्नी घर पर अकेली थी। शाम के समय में जब वह धार्मिक कार्यक्रम से वापिस लौटा तो पत्नी मृत अवस्था में थी। जिसके सिर आदि पर चोट के निशान थे और शरीर के कुछ हिस्सों पर कपड़े भी नहीं थे। दूसरी वारदात में भी काफी कुछ एक जैसा ही सामने आया। यहां भी मृतका का पति धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए गया हुआ था। जबकि सांय के समय में बेटा जब काम से घर वापिस लौटा तो ठीक पहली वारदात जैसे हालात घर में पाए गए थे। --एएसपी शशांक कुमार सावन के मुताबिक हर संभव प्रयास किया जा रहा है। विभिन्न टीमें जांच में जुटी है। बेशक ही सीमेन की रिपोर्ट का इंतजार है। जो कि एक बड़ी मदद साबित होगा। पुलिस कप्तान के स्तर पर एक लाख रूपये का ईनाम भी घोषित किया हुआ है।