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डीएपी खाद के लिए मारामारी, रोजाना हो रहे झगड़े, पुलिस की मदद से निपट रहे मामले

- लोगों को नियंत्रण करने के लिए पुलिस की लेनी पड़ रही मदद

By JagranEdited By: Published: Mon, 25 Oct 2021 06:18 PM (IST)Updated: Mon, 25 Oct 2021 06:18 PM (IST)
डीएपी खाद के लिए मारामारी, रोजाना हो रहे झगड़े, पुलिस की मदद से निपट रहे मामले
डीएपी खाद के लिए मारामारी, रोजाना हो रहे झगड़े, पुलिस की मदद से निपट रहे मामले

जागरण संवाददाता, झज्जर :

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डीएपी खाद की किल्लत के चलते लोग आपस में झगड़ा करने तक को उतारू हो रहे हैं। सोमवार दोपहर को रेवाड़ी रोड स्थित खरीद केंद्र पर डीएपी खाद लेने के लिए किसानों की लंबी लाइन देखने को मिली। लोग कई घंटों से लाइन में लगे हुए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान लाइन के बीच में घुसने को लेकर आपस में विवाद हो गया। विवाद को बढ़ता देख पुलिस को भी बीच-बचाव के लिए आना पड़ा। पुलिस ने दोनों पक्षों को समझाया और शांत करवाने का प्रयास किया। पुलिस के समक्ष भी दोनों पक्षों का झगड़ा चलता रहा। काफी मशक्कत के बाद दोनों पक्ष शांत हुए। यह कोई पहला विवाद नहीं हैं, जहां पर खाद लेने आए लोगों में झगड़ा हुआ हो। इस तरह के विवाद डीएपी खाद के लिए लाइन में लगे लोगों के बीच कई बार होते रहते हैं। इसका कारण डीएपी की किल्लत भी है। हर कोई पहले डीएपी लेना चाहता है। ताकि रबी फसलों की बिजाई कर सकें।

डीएपी की किल्लत किसानों के लिए किसी आफत से कम नहीं है। जहां एक तरफ किसानों को डीएपी उपलब्ध नहीं हो रही। वहीं जब डीएपी खाद खरीद केंद्रों पर पहुंचती है तो लोगों की लंबी लाइन लग जाती है। जहां पर धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ता है। डीएपी के लिए पुरुष ही नहीं महिलाएं भी लाइन में लगी हुई हैं। जबकि, रोजाना ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को भी बुलाना पड़ता है। जिन्हें मौजूद रहने वाली भीड़ को नियंत्रित व व्यवस्थित करने के लिए पुलिस को भी मशक्कत करनी पड़ती है। किसानों का कहना है कि डीएपी नहीं मिलने के कारण सरसों की बिजाई में देरी हो रही है। जिससे पैदावार पर भी इसका असर पड़ सकता है।


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