Move to Jagran APP

बहादुरगढ़ में भ्रूण लिग जांच गिरोह का खुलासा, महिला समेत दो सदस्य काबू, 38 हजार रुपये बरामद किए

जागरण संवाददाता बहादुरगढ़ गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग व क्राइम ब्रांच की टीम ने बहादुरगढ़ में ए

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 09:07 AM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 09:07 AM (IST)
बहादुरगढ़ में भ्रूण लिग जांच गिरोह का खुलासा, महिला समेत दो सदस्य काबू, 38 हजार रुपये बरामद किए
बहादुरगढ़ में भ्रूण लिग जांच गिरोह का खुलासा, महिला समेत दो सदस्य काबू, 38 हजार रुपये बरामद किए

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग व क्राइम ब्रांच की टीम ने बहादुरगढ़ में एक अंतरराज्यीय भ्रूण लिग जांच गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के मुख्य सरगना समेत एक महिला को भी काबू किया है। दोनों को स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया है। टीम की ओर से शिकायत दी गई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। समाचार भेजे जाने तक मामला दर्ज नहीं हो सका था। पकड़ी गई महिला ग्राहकों को फंसाने का काम करती थी। पकड़े गए दोनों आरोपितों से 38 हजार रुपये बरामद किए हैं। 40 हजार रुपये में भ्रूण लिग जांच का सौदा हुआ था। झज्जर स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम के सदस्य भी इस कार्रवाई के दौरान मौजूद रहे। टीम का नेतृत्व गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ एवं पीएनडीटी टीम के प्रभारी डा. अनिल गुप्ता व क्राइम ब्रांच गुरुग्राम के एसआइ सुरेश कुमार कर रहे थे। टीम में गुरुग्राम से डा. दिपांशु सैनी, झज्जर स्वास्थ्य विभाग के पीएनडीटी प्रभारी डा. अचल त्रिपाठी, डा. हर्षदीप वर्मा, गुरुग्राम क्राइम ब्रांच से एचसी परमवीर आदि शामिल थे। गुरुग्राम पीएनडीटी टीम के प्रभारी डा. अनिल गुप्ता ने बताया कि हमें सूचना मिली थी कि दिल्ली के घेवरा में यूपी के बुलंदशहर का रहने वाला शिव कुमार झोलाछाप डाक्टर है और गोंडा की रहने वाली मंशा इसी गांव में नर्स कम दाई का काम करती है। दोनों भ्रूण लिग जांच करवाने के धंधे में लिप्त हैं। ये गर्भवती महिलाओं से मोटी रकम लेकर गर्भ में पल रहे भ्रूण की जांच करवाते हैं। सूचना पर तीन-चार दिन पहले हमने एक महिला को ग्राहक बनाकर इनके पास भेजा था। इन्होंने 50 हजार रुपये की मांग की लेकिन सौदा 40 हजार में तय हो गया। तय योजना के अनुसार शिव कुमार व मंशा ने हमारी ओर से ग्राहक बनाई महिला को जांच के लिए वीरवार को बुलाया। दोनों ने पैसे लेकर आपस में बीस-बीस हजार बांट लिए। फिर शाम को दोनों महिला को सिविल अस्पताल के पास स्थित एक अल्ट्रासाउंड केंद्र में लेकर गया। यहां पर मंशा ने दो हजार रुपये की पर्ची कटवाई और महिला का अल्ट्रासाउंड करने की बात कही। पर्ची काटने के बाद सेंटर पर मौजूद कर्मचारी ने महिला का स्थानीय पहचान पत्र मांगा, मगर वह नहीं था। ऐसे में अल्ट्रासाउंड केंद्र ने महिला की जांच करने से मना कर दिया और फीस महिला को वापस लौटा दी। इस पर दोनों आरोपित महिला को सेंटर से बाहर लेकर आए। इसी दौरान इशारा पाकर टीम के सदस्यों ने दोनों आरोपितों को धर-दबोचा। टीम ने शिव कुमार के कब्जे से 20 तथा मंशा के कब्जे से 18 हजार रुपये बरामद किए। दो दिन तक घुमाया, वीरवार शाम को पकड़ा: गुरुग्राम स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम के प्रभारी डिप्टी सिविल सर्जन डा. अनिल गुप्ता ने बताया कि आरोपित को पकड़ने के लिए उनकी पूरी टीम दो दिन से घूम रही थी। तीन चार दिन पहले आरोपित ने ग्राहक बनाई महिला के साथ सौदा किया था। आरोपित शिव कुमार ने उसे बुधवार को बुलाया था। वह उसे कभी दिल्ली तो कभी बहादुरगढ़ बुला रहा था। बुधवार को बहादुरगढ़ में बुलाकर उसने चार बार महिला को समय दिया, लेकिन बाद में सेंटर बंद होने का बहाना बनाकर घर भेज दिया। वीरवार को उसने फिर महिला को बुलाया। इधर-उधर घुमाता रहा। सुबह 10 बजे से हर दो घंटे में डाक्टर के आने का भरोसा देता रहा। आखिरकार चार बजे दोनों आरोपितों ने महिला को सिविल अस्पताल के पास स्थित एक अल्ट्रासाउंड केंद्र पर बुलाया गया। मगर काफी देर बाद भी जांच न होने के बाद जब दोनों आरोपित बाहर निकले तो दबोच लिए गए।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.