बेसहारा गोवंश हुए खतरनाक, साड की टक्कर से बुजुर्ग महिला की मौत
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़: शहर के पाश इलाके सेक्टर छह के पास पटेल नगर में बुधव
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़:
शहर के पाश इलाके सेक्टर छह के पास पटेल नगर में बुधवार रात करीब आठ बजे घर के पास टहल रही एक बुजुर्ग महिला को साड ने अपने सींगों में उठाकर जोर से पटक दिया। इस हादसे में घायल हुई महिला ने करीब सात घटे बाद सिविल अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। परिजनों ने महिला का बृहस्पतिवार को अंतिम संस्कार कर दिया गया। साड की टक्कर से महिला की मौत होने पर परिजनों ने प्रशासन के प्रति रोष प्रकट किया है और शहर में आवारा घूम रहे पशुओं को पकड़ने की माग की है।
पटेल नगर निवासी साभो देवी (74) बुधवाररात करीब आठ बजे खाना खाने के बाद घर के बाहर टहल रही थी। घर से कु छ दूरी पर जब वह 27 फुटा रोड पर पहुची यहा अचानक उनके सामने आवारा घूम रहा एक गोवंश (साड) आ गया। एकाएक साड के सामने आने से बुजुर्ग महिला संभल नहीं पाई और साड ने उन्हें अपने सींगों में उठा लिया और जमीन पर जोर से पटक दिया। आसपास मौजूद लोगों ने तुरत इसकी सूचना परिजनों को दी। महिला की छाती और सिर में चोट आई। कान और नाक से खून बहने लगा। परिजनो ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। यहा उपचार के दौरान उनकी हालत में सुधार तो हुआ लेकिन करीब सात घटे बाद बृहस्पतिवार अल सुबह साभो देवी ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। बृहस्पतिवार सुबह परिजनों ने बुजुर्ग महिला का अंतिम संस्कार कर दिया। मृतका के भतीजे प्रदीप तंवर ने बताया कि रात को करीब आठ बजे साड ने उन्हे टक्कर मारी थी। अस्पताल में बृहस्पतिवार अल सुबह करीब 3 बजे उन्हे दम तोड़ दिया। दिन में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक वर्ष पहले साड की टक्कर से हुई थी पूर्व पार्षद के पिता व एक अन्य बुजुर्ग की मौत
साड की टक्कर लगने से मौत की यह पहली खबर नहीं है। इससे पहले भी दो घटनाएं हो चुकी है। लाइन पार क्षेत्र में करीब एक साल पहले लावारिस साड की टक्कर से चोटिल होकर मरने की दो घटनाएं हुई थी। एक घटना में पूर्व पार्षद फ्रेंडस कालोनी निवासी बलजीत नादल के पिता चंद्र सिंह नादल की मौत हुई थी तथा दूसरी घटना में फ्रेंडस कालोनी शेर सिंह की साड की टक्कर लगने से चार-पाच दिन उपचार के बाद मौत हुई थी तथा इस घटना में एक अन्य बुजुर्ग ज्ञान दत्त चोटिल हुए थे। बेसहारा पशुओं को लेकर प्रशासन की लाचारी, आमजन पर पड़ रही भारी
शहर में बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ती ही जा रही है। बेसहारा पशु हर मुख्य सड़क पर घूमते हुए दिखाई दे जाएंगे। साथ ही इनका मुख्य ठिकाना बादली रोड मेला ग्राउड, सब्जी मंडी, अनाज मंडी, सेक्टर 9 मोड़, सेक्टर क्षेत्र, लाइनपार है। यहा पर 8-10 पशुओं के झुंड देखे जा सकते है। मेन बाजार में भी सैय्यद वाले रोड पर तरफ पड़ने वाले कूड़े के पास कई बेसहारा पशु मुंह मारते हुए दिखाई दे जाएंगे। बेसहारा पशुओं को लेकर प्रशासन पूरी तरह लाचार है और प्रशासन की यह लाचारी आमजन पर भारी पड़ रही है। पकड़े गए थे 750 पशु, शहर को घोषित किया था स्ट्रे कैटल फ्री
प्रशासन की ओर से करीब सात माह पूर्व स्ट्रे कैटल फ्री अभियान चलाया गया था। इस अभियान के तहत करीब 10 दिनों में शहर के विभिन्न स्थानों से करीब 750 पशुओं को पकड़कर गोशालाओं में छोड़ा गया था। उस समय प्रशासन ने बहादुरगढ़ शहर को स्ट्रे कैटल फ्री घोषित कर दिया था लेकिन कुछ दिन बाद ही शहर में फिर से बेसहारा पशु दिखाई देने लगे और अब तो इनकी तादात हर रोज बढ़ रही है। करीब एक माह पहले मेन बाजार में भी घुस गए थे आधा दर्जन गोवंश, कई हुए थो घायल
शहर में बेसहारा पशु आमजन के लिए परेशानी खड़ी कर रहे है। सड़कों पर दुर्घटना का कारण बन रहे है। साथ ही जब ये आपस में लड़ाई करते है तो इनकी जद में आने से लोगों के घायल होने का भी खतरा बना रहता है। करीब एक माह पहले 23 जुलाई को भी भारी संख्या में बेसहारा पशु मेन बाजार में घुस गए थे, जिसकी वजह से आधा दर्जन वाहन क्षतिग्रस्त हो गए थे और कुछ लोगों को चोटे भी आई थी।
----------------
शहर में एकाएक भारी संख्या में बेसहारा पशु हो गए है। यह एक गंभीर मामला है कि आखिरकार ये पशु इतनी संख्या में अचानक कहा से आ गए है। इसको लेकर जल्द ही बेसहारा गोवंश को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जाएगा।
-जगनिवास, एसडीएम।