अनाज मंडी में ड्रेनेज सिस्टम ठीक नहीं होने से खराब हो रहा गेंहू
जागरण संवाददाता, झज्जर : गेहूं की खरीद के दौरान हर वर्ष हजारों क्विंटल गेहूं वर्षा में भी
जागरण संवाददाता, झज्जर : गेहूं की खरीद के दौरान हर वर्ष हजारों क्विंटल गेहूं वर्षा में भीग जाता है। गौर करने का विषय है कि मार्केट कमेटी की अनदेखी के चलते सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों को निवाला सड़ जाता है। क्योंकि अनाज मंडियों में खरीदा जाने वाला गेहूं इन लोगों को सस्ती दरों पर वितरित किया जाता है। यह बात कोई नहीं है, ऐसी स्थिति हर साल बनती है। इस बार गेहूं की खरीद के सीजन में बुधवार की रात को तीसरी बार वर्षा में गेहूं भीगा है। हालांकि बुधवार की शाम को मौसम खराब होने के कारण गेहूं के ढेरों व चट्टों को ऊपर से तो आढ़तियों ने ढक दिया था। लेकिन मंडी का ड्रेनेज सिस्टम ठीक न होने से गेहूं के ढेरों के नीचे पानी घुस गया है। तीसरी बार गेहूं भीगने के कारण मंडी से जोरदार बदबू भी आने लगी है। खरीद एजेंसियों की तरफ से आढ़तियों की लापरवाही बता कर पल्ला झाड़ लिया जाता है। लेकिन अनाज मंडियों की देखरेख की जिम्मेदारी मार्केट कमेटी की होती है। क्योंकि मार्केट फीस वसूलती है और उसके बदले उसे सुविधाएं देनी होती हैं। इतना होने के बावजूद शहर की अनाज मंडी का ड्रेनेज सिस्टम आज तक ठीक नहीं किया गया है। जबकि सबसे बड़ी खरीद गेहूं के सीजन में होती है। ऊपर से तो आढ़ती गेहूं के ढेरों को तिरपालों से ढक देते हैं। लेकिन अनाज मंडी का ड्रेनेज सिस्टम ठीक न होने से वर्षा का पानी गेहूं के लगाए गए बड़े ढेरों के नीचे घुस जाता है और बड़े ढेर लगे होने के कारण हवा पास नहीं हो पाती और गेहूं के ढेरों से बदबू आने लगती है। ढेरों के नीचे सड़े हुए गेहूं की मोटी परत जम जाती हैं। जब गेहूं की खरीद धीमी पड़ जाती है तो इस सड़े हुए गेहूं को भी कट्टों में भर दिया जाता है। बृहस्पतिवार की सुबह आढ़तियों ने अपनी मोटर लगाकर गेहूं के ढेरों के नीचे भरे पानी को निकालना शुरू कर दिया था। मंडी में पानी भरने का मुख्य कारण गेट के सामने ने गुजरने वाला नाला ऊंचा होना बताया जा रहा है। दो-तीन दिन पूर्व झज्जर की अनाज मंडी का दौरा करने पहुंचे सांसद दीपेंद्र ¨सह हुड्डा के सामने भी आढ़तियों ने यह समस्या रखी थी।
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कार्यकारी अभियंता को ड्रेनेज सिस्टम के लिए एस्टीमेट तैयार करने के लिए कहा गया है। मंडी में जहां पर झील है वहां पर पानी की निकासी के लिए दो पंप सैट भेजे गए हैं।
- रोहित यादव, एसडीएम, झज्जर।