जलभराव की समस्या पर ग्रामीणों ने जताई नाराजगी
संवाद सूत्र, बादली : बृहस्पतिवार को गांव छुड़ानी के किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष जाहिर
संवाद सूत्र, बादली : बृहस्पतिवार को गांव छुड़ानी के किसानों ने सरकार के खिलाफ रोष जाहिर करते हुए आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि फिलहाल उनकी फसल में पानी भर गया है। जिससे वह खराब होने के कगार पर है। बार-बार शिकायत करने पर समस्या की ओर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। ग्रामीणों अपनी समस्या निवारण की लेकर हर स्तर पर मांग कर चुके हैं। लेकिन समाधान नहीं होने से ग्रामीणों में सरकार के प्रति रोष बना हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समस्या का समाधान शीघ्र ही नहीं हुआ तो सरकार के जुड़े प्रतिनिधियों के गांव में घुसने तक पर पाबंदी लगा दी जाएगी।
किसान सतनारायण, रण¨सह, जयभगवान, चन्द्रभान, नरेंद्र, मेदल, सुनील, पप्पू, प्रवीन, लाल नंबरदार, बिजेन्द्र और कुलदीप सहित अन्य का कहना है कि प्रतिवर्ष रबि और खरीफ दोनों की करीब 400 एकड़ तक की फसल खराब हो जाती है। फसल के खराब होने का कारण मातन, खरहर और खरमान के किसानों द्वारा मातन ¨लक ड्रेन में पानी निकालना है। आमतौर पर किसान जमीन और जोहड़ आदि के खराब पानी को ड्रेन में छोड़ देते है जबकि ड्रेन का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है और इससे छुड़ानी के खेतों में जलभराव की स्थिति बनती है।
किसानों ने मांग करते हुए कहा कि खरहर, खरमान और मातन गांव से निकलने वाली मातन ¨लक ड्रेन को ड्रेन नंबर 8 से जोड़ा जाए। उनका कहना है कि 1978 में मातन ¨लक ड्रेन का निर्माण करवाया गया था। जिस पर सरकार ने उनकी मांग पर अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया। बॉक्स
एसडीएम त्रिलोकचंद का कहना है कि किसानों की समस्या उनके संज्ञान में नहीं आई है। अगर क्षेत्र में किसानों की ऐसी कोई समस्या है तो हर पुख्ता समाधान किया जाएगा। प्रयास रहेगा कि क्षेत्र के किसान किसी भी विषय को लेकर परेशान नहीं हो।