कांशीगिरि के वाíषकोत्सव पर नहीं उमड़ेगी भक्तों की भीड़, ऑनलाइन होंगे बाबा के दर्शन
प्राचीन शक्तिपीठ मंदिर बाबा कांशीगिरि का वाíषकोत्सव 14 से 17 अगस्त तक होगा। परंतु कोविड-19 की वैश्विक महामारी के चलते दूर-दराज के शहरों से इस बार भक्तों का जमावड़ा मंदिर में नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, झज्जर : प्राचीन शक्तिपीठ मंदिर बाबा कांशीगिरि का वाíषकोत्सव 14 से 17 अगस्त तक होगा। परंतु कोविड-19 की वैश्विक महामारी के चलते दूर-दराज के शहरों से इस बार भक्तों का जमावड़ा मंदिर में नहीं होगा। परंपरा का निर्वहन भी हो सके और बाबा कांशीगिरि के भक्तजनों को उनके दर्शन हों, इसके लिए मंदिर प्रबंधन ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।
परंपरानुरुप तीन दिन तक चलने वाले धर्म प्रचार कार्यक्रम के तहत 14-15 व 16 अगस्त को फेसबुक लाइव के माध्यम से ऑनलाइन भजन व बाबा की आरती का आयोजन होगा वहीं कार्यक्रम के चौथे व अंतिम दिन 17 अगस्त को बाबा की महाआरती भक्तों को लाइव दिखेगी। मंदिर कमेटी के सदस्य व भजन गायक योगेश रंजन कार्यक्रम के चारों दिन भक्तों तक बाबा कांशीगिरि के इस कार्यक्रम को लाइव प्रस्तुत करेंगे।रविवार को मंदिर प्रांगण में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। जिसका संचालन महासचिव शंकर ग्रोवर ने किया। आजादी के पहले से होता आ रहा है आयोजन
बता दें कि बाबा कांशीगिरि के इस वाíषकोत्सव का क्रम आजादी से पूर्व से ही जारी है। बाबा के भक्त हाल पाकिस्तान के शहर कोट अद्दू में इस कार्यक्रम का आयोजन करते थे। तभी से यह क्रम जारी है। बीते पांच वर्षों से मंदिर के प्रधान का कार्यभाल संभाल रहे डा. रुपचंद अरोड़ा ने बताया कि देश की आजादी के बाद यह पहला मौका होगा जब बाबा के भक्तों को हर वर्ष भादस माह की त्रयोदशी पर होने वाले इस वाíषकोत्सव के मौके पर भीड़ के रूप मे यहां नहीं पहुंचेंगे। लक्ष्मीनारायण काठपालिया को दोबारा सौंपी प्रधानी
इसी दौरान सर्वसम्मति से पूर्व में भी प्रधान रहे लक्ष्मीनारायण काठपालिया को दोबारा मंदिर कमेटी के प्रधान के रुप में कमान सौंपी गई। रविवार को हुई बैठक की अध्यक्षता श्रवण मदान ने की वहीं इस मौके पर नरेंद्र मदान, डाक्टर गौतमप्रकाश आर्य, बोधराज ग्रोवर, वीके नरुला, पदम खट्टर, वीके शर्मा, हिमांशु हंस, आशीष चावला, प्रिस सेठी, प्रदीप हुड्डा, किशनचंद बतरा सहित मंदिर कमेटी के सदस्य मुख्य रूप से मौजूद रहे।