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मधुबनी पेंटिग कार्यशाला का किया डीसी ने किया अवलोकन

डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि रचनात्मक शैली के साथ बेटियां व महिलाएं जहां छिपी प्रतिभा को निखार सकती हैं वहीं स्वरोजगार का माध्यम भी यह शैली बन सकती है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 07:10 AM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 07:10 AM (IST)
मधुबनी पेंटिग कार्यशाला का किया डीसी ने किया अवलोकन
मधुबनी पेंटिग कार्यशाला का किया डीसी ने किया अवलोकन

जागरण संवाददाता, झज्जर : डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि रचनात्मक शैली के साथ बेटियां व महिलाएं जहां छिपी प्रतिभा को निखार सकती हैं वहीं स्वरोजगार का माध्यम भी यह शैली बन सकती है। ऐसे में अधिक से अधिक पूर्ण जिज्ञासा के साथ प्रशिक्षण शिविर का लाभ उठाया जा सकता है। डीसी पूनिया संबंधित अधिकारियों के साथ गांव सासरौली में चल रहे प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन करने पहुंचे। स्वयं सहायता समूह की ओर से चल रहे प्रशिक्षण शिविर में डीसी ने महिलाओं की इस प्रकार की अनूठी पहल की सराहना की। डीसी श्याम लाल पूनिया ने कहा कि झज्जर जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में बेटियों व महिलाओं में प्रतिभा छिपी है, ऐसे में छिपी प्रतिभा को उचित मंच प्रदान करने में प्रशिक्षण शिविर सहयोगी रहते हैं। उन्होंने शिविर में बेटियों व महिलाओं द्वारा की गई पेंटिग व अन्य प्रतिभा को देखते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया। सीएमजीजीए सुप्रिया सिन्हा ने डीसी को बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन झज्जर व जेके लक्ष्मी सीमेंट प्लांट के संयुक्त प्रयास से ग्राम सासरौली की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा मधुबनी पेंटिग बनाने का कार्य आरंभ किया गया है। इस कार्य को आरंभ कराने की पहल डीपीएम झज्जर योगेश पाराशर एवं जेके लक्ष्मी प्लांट की सीएसआर मैनेजर राशि सक्सेना ने की है। उन्होंने बताया कि समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षक शालिनी सिंह मधुबनी बिहार से आई है, कहना है कि अब प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा लेडिज सूट, मास्क, साड़ी, तकिया कवर, थालपोश, मेजपोश और कई तरह की आकर्षक वस्तुओं के ऊपर भी इस पेंटिग को किया जा रहा है। शिविर के प्रशिक्षक विशाल कुमार पाल ने बताया कि महिलाएं अब इस नए पहल से अपनी आजीविका को और सतत बनाने में मदद मिलेगी, महिलाएं अभी से ही अपने गांव में इस काम को करके अपने रोजगार के अवसर ढूंढ रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन महिलाओं को समय-समय पर जरूरी वस्तुओं जैसे पेंटिग करने के लिए टेबल, ब्रश, रंग इत्यादि जेके लक्ष्मी सीमेंट झज्जर यूनिट के सीएसआर के अंतर्गत दिया जाता है। जेके लक्ष्मी झज्जर यूनिट से सीएसआर मैनेजर राशि सक्सेना समय-समय पर ट्रेनिग में आकर इन महिलाओं का मार्गदर्शन करती हैं और इन को प्रोत्साहित करती हैं जिससे महिलाएं और भी उत्साहित हो कर इस पहल को आगे बढ़ा रही हैं। सीएमजीजीए ने बताया कि मातनहेल ब्लॉक में इससे पहले इस प्रकार की गतिविधि आरंभ नहीं कराई गई थी बिहार के क्षेत्र मिथिलांचल जो कि यहां से 1400 किलोमीटर की दूरी पर है, वहां की कला सासरौली गांव में एचएसआरएलएम योजना के अंतर्गत फल फूल रही है। आने वाले समय में यह गतिविधि महिलाओं के लिए रोजगार के नए आयाम लाएगी।

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