महामृत्युंजय मंत्र के साथ कांउसलिग, दवा के साथ घर जैसा खाना
गुरुग्राम रेवाड़ी महेंद्रगढ़ और दादरी में रिपोर्ट होने वाले संक्रमितों के उपचार के लिए वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज को कोविड 19 समर्पित अस्पताल बनाया गया है। 150 बेड की व्यवस्था कॉलेज में की गई है।
अमित पोपली, झज्जर : गुरुग्राम, रेवाड़ी, महेंद्रगढ़ और दादरी में रिपोर्ट होने वाले संक्रमितों के उपचार के लिए वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज को कोविड 19 समर्पित अस्पताल बनाया गया है। 150 बेड की व्यवस्था कॉलेज में की गई है। दस दिन में यहां पर करीब 30 संक्रमित पहुंच चुके हैं। संक्रमितों का मनोबल बनाए रखने के लिए महामृत्युंजय मंत्र के साथ कांउसलिग की जा रही है। दवा के साथ घर जैसा खाना दिया जा रहा है। ताकि, सकारात्मक परिणाम सामने आएं। उक्त संक्रमितों में से 10 की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद उन्हें घर वापस भेजने की तैयारी चल रही है। कोरोना संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों के बीच उनका सकुशल घर वापस जाना नि:संदेह सुखद प्रतीत होता है।
कोरोना वायरस के लिए अभी तक कोई वैक्सीन तैयार नहीं हो पाई है। लेकिन, हमारे यहां संक्रमितों की रिकवरी रेट अन्य देशों से काफी बेहतर है। ऐसे में संक्रमित होने वाले मरीजों के सकुशल होकर वापस जाने का विषय सभी के पहेली बना हुआ है। दरअसल, कोरोना को मात देने के लिए किसी भी मरीज की इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखने के साथ-साथ उसका मनोबल बनाए रखना भी जरूरी होता है। ताकि, संक्रमित व्यक्ति का शरीर भी चिकित्सक द्वारा दिए जा रहे उपचार का सहयोग करे। गिरावड़ स्थित वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज में बनाए गए कोविड 19 समर्पित अस्पताल में विशेष तौर पर इन सभी विषयों का ध्यान रखा जा रहा है।
भजनों के साथ दिन की शुरुआत, खाने में भरपूर विटामिन सी
अभी तक तय किए गए शेड्यूल के मुताबिक सुबह सवेरे के समय में महामृत्युंजय मंत्र सहित अन्य धाíमक भजन आदि के साथ दिन की शुरुआत की जाती है। विटामिन सी, विटामिन डी की खुराक के साथ-साथ फ्रूट भी दिया जा रहा है। खाना बिल्कुल घर जैसा दिया जा रहा है। उनका मनोबल बनाए रखने के लिए काउंसलिग के विशेष सेशन करवाए जा रहे हैं। कॉलेज में मौजूद विशेषज्ञों के अलावा वेबिनार के माध्यम से भी प्रक्रिया अमल में लाई जा रही है।
जिले का दूसरा कोविड-19 अस्पताल यह जिले का दूसरा कोविड-19 समर्पित अस्पताल है। बाढ़सा गांव में दिल्ली एम्स प्रबंधन के स्तर पर एक केंद्र राष्ट्रीय कैंसर संस्थान में चलाया जा रहा है। यहां पर एक रिहायशी सदन को विशेष तौर पर अस्पताल में परिवर्तित किया गया है। करीब 300 मरीजों के उपचार के लिए अस्पताल में व्यवस्थाएं हैं। जबकि, दूसरा अस्पताल गिरावड़ स्थित वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज को बनाया गया है। जहां पर अभी पिछले दस दिनों में करीब 30 संक्रमित भर्ती हैं। इधर, आंशकितों को क्वारंटाइन करने की प्रक्रिया तो यहां पर पिछले कई दिनों से चल रही है। उपचार के लिए आने वाले किसी भी मरीज को ऐसा महसूस नहीं होने दिया जाता कि वह अकेला है। घर जैसे माहौल में उनका उपचार हो रहा है। काउंसलिग के लिए विशेषज्ञ वेबिनार भी ले रहा हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक के उपचार में 10 संक्रमितों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जिन्हें जल्द ही घर भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।
- डा. दीप्ति सिंह, नोडल अधिकारी, वर्ल्ड मेडिकल कॉलेज
महामृत्युंजय मंत्र एक ऐसा मंत्र है जिसका जप करने से मनुष्य मौत पर भी विजय प्राप्त कर सकता है। शास्त्रों में अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग संख्याओं में मंत्र के जप का विधान है। किसी भी तरह के भय से छुटकारा पाने, रोगों से मुक्ति के लिए, उन्नति के लिए, अकाल मृत्यु से बचने के लिए मंत्र का जाप करना चाहिए या श्रवण करना चाहिए। यदि साधक पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ यह मंत्र जाप करे, तो वांछित फल की प्राप्ति की प्रबल संभावना रहती है।
-पं. वीरेंद्र शर्मा, ज्योतिषाचार्य।