22 मार्च को डीईओ कार्यालय पर प्रदर्शन करेंगे लिपिक
संवाद सूत्र, साल्हावास : हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन हेमसा संबंधित सर्व कर्मचार
संवाद सूत्र, साल्हावास : हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन हेमसा संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के तत्वावधान में खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय साल्हावास में खंड स्तरीय बैठक प्रधान अतुल कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में सभी पदाधिकारियों ने शिरकत की। मुख्य वक्ता के तौर पर राज्य उपाध्यक्ष शर्मिला हुड्डा ने बताया कि शिक्षा विभाग में काम करने वाले लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को आर्थिक खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। सरकारी स्कूलों, खंड कार्यालयों व जिला कार्यालय में कार्यरत लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि से वंचित किया जा रहा है। लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ टाइ¨पग टेस्ट पास करने उपरांत ही देय बनता है। निदेशक सैकेंडरी शिक्षा हरियाणा के वर्तमान निर्देशों से पहले लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का प्रतिमाह टाइप टेस्ट लिया जाना अनिवार्य था। जून 2015 में निदेशक द्वारा आदेश पारित किए गए कि टाइ¨पग टेस्ट हर तीन माह के बाद लिया जाए।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग में 25 अप्रैल 2012 को लिपिक वर्गीय कर्मचारियों की नियुक्ति प्रदान की गई थी। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के आदेशों की अनुपालना में लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का अब तक 45 बार टाइ¨पग टेस्ट लिया जाना बनता था, लेकिन जिला शिक्षा अधिकारी ने मात्र 4 या 5 बार ही टाइप टेस्ट लिया है। जिससे साफ प्रतीत होता है कि जिला शिक्षा अधिकारी उच्च अधिकारियों के आदेशों की खुले आम धज्जियां उड़ा रहे हैं और दिनरात काम करने वाले लिपिक वर्गीय कर्मचारियों को प्रति माह 2500-3000 रूपये आर्थिक खामियाजा उठाना पड़ रहा है। हेमसा संगठन ने जिला शिक्षा अधिकारी को बार-बार पत्र के माध्यम से तथा व्यक्तिगत मुलाकात लेकर टाइ¨पग टेस्ट लिए जाने का अनुरोध किया है, लेकिन शिक्षा अधिकारी के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। खंड स्तरीय बैठक में फैसला लिया गया कि अगर समय रहते लिपिक वर्गीय कर्मचारियों का टाइप टेस्ट नहीं लिया गया तो आगामी 22 मार्च को जिला स्तरीय विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर मुकेश कुमार, र¨वद्र ¨सह, अरुण कुमार, सतीश सरजीत, राकेश, पवन ¨सह, संदीप कुमार, प्रीतम, ओमबीर, संजय, कविता, महेंद्र आदि मौजूद थे।