सफाई व्यवस्था ठीक, गंदे पानी की निकासी बनी परेशानी
जागरण संवाददाता, झज्जर : सफाई व्यवस्था को लेकर दैनिक जागरण की तरफ से चलाया रहा अभियान
जागरण संवाददाता, झज्जर : सफाई व्यवस्था को लेकर दैनिक जागरण की तरफ से चलाया रहा अभियान समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। शहर के 19 में से जागरण की टीम 18 वार्डो का दौरा कर चुकी है। बुधवार को टीम ने वार्ड नंबर 18 का दौरा किया। इस वार्ड में सफाई व्यवस्था बदहाल है। कई स्थानों पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। इनको समय पर न उठाने के कारण बेसहारा पशु विचरण करते रहते हैं। इतना ही नहीं वार्ड में गेंद पानी की निकासी के नाले न होने के कारण धांधू नगर व किला कालोनी में हालात बदहाल हैं। वार्ड के सुभाष नगर व मॉडल टॉउन में सफाई व्यवस्था बेहतर है। करीब साढ़े चार हजार की आबादी वाले वार्ड में करीब 1650 मतदाता है। वर्तमान पार्षद लंबे समय से व्यवस्था को लेकर अपनी आवाज भी बुलंद करते रहे हैं। लेकिन सफाई व्यवस्था का समाधान नहीं हो पा रहा है। पार्षद का कहना है कि वह वार्ड को 10 में से 7 नंबर ही देंगे। वार्ड में सफाई व्यवस्था के स्तर पर सफाई के मात्र 4 सफाई कर्मी तैनात किए हुए है। जिनमें से एक रेहड़ी वाला, एक नाली को साफ करने वाला व दो कर्मचारी झाडू वाले हैं। इनमें से एक कर्मचारी कभी कभार ही नालियां साफ करने के लिए आता है।
देश भर में साफ-सफाई की व्यवस्था को परखने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण चल रहा है। झज्जर में 10 व 11 जनवरी को इस सर्वेक्षण के तहत रिकार्ड की जांच की जा चुकी है। अब क्षेत्र में सर्वेक्षण करने के लिए टीम भी दौरा कर रही है। इस सर्वेक्षण कार्य के पूरा होने से पहले दैनिक जागरण ने अपने कार्यक्रम के तहत बीड़ा उठाया है कि वह वार्ड स्तर पर पहुंचते हुए हालात का जायजा लेंगे। जो हालात वार्ड में बने हुए हैं और प्रतिनिधि के साथ-साथ मौजिज लोगों की आवाज भी हैं, को व्यवस्था के समक्ष रखा जा सके। ताकि उठाए जाने वाले कदमों में इन सभी तथ्यों पर गौर करते हुए कदम उठाएं जाएं। ताकि जिससे सबसे बड़ा वार्ड भी बेहतर वार्ड में शुमार हो सके। दैनिक जागरण का सदैव प्रयास भी रहा है कि स्वच्छता के विषय के साथ-साथ हम उसकी अहमियत को भी समझें। चूंकि स्वयं के बदलने से ही बदलाव का आना संभव है।
----
वार्ड की स्थिति :
वार्ड नंबर : 18
वार्ड की जनसंख्या : करीब 4500
वार्ड में वोट : करीब 1650
वार्ड कालोनियां : किला कॉलोनी, सुभाष नगर, धांधू नगर व मॉडल टाउन क्षेत्र पड़ते हैं।
सफाई कर्मचारी : 4
-----------------
वार्ड की सफाई व्यवस्था की तरफ नगर पालिका का कोई ध्यान नहीं है। एक सफाई कर्मचारी कभी कभार ही दिखाई देता है। वार्ड में सफाई व्यवस्था को लेकर लोगों में भी जागरूकता की कमी है। लोग अपने घरों से निकलने वाले कूड़े को थैलियों में भर कर नालों में डाल देते हैं। जिससे गंदे पानी की निकासी भी रूक जाती है।
- जयपाल, निवासी, वार्ड-6
-----
कॉलोनियों में कूड़ा डालने के लिए स्थान निर्धारित किए गए हैं। समय पर कूड़ा नहीं उठाने के कारण वार्ड में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। सफाई के लिए लगाए गए चार कर्मचारियों में एक रेहड़ी वाला, एक नाली साफ करने वाला व दो कर्मचारी झाडू वाले हैं। वार्ड की कॉलोनियों के हिसाब से कर्मचारियों की संख्या कम हैं। समय पर कूड़ा उठाने की व्यवस्था भी नहीं की जा रही है।
- राकेश कुमार, निवासी, वार्ड-6
-------
वार्ड में सफाई कर्मचारी काफी कम हैं। चार कर्मचारियों में से एक कर्मचारी तो आता ही नहीं है। कूड़े को उठाने के लिए जेसीबी मशीन लगानी चाहिए ताकि सफाई जल्दी की जा सके। वार्ड में कई स्थानों पर गंदे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है।
- ममता यादव, पार्षद, वार्ड-6
------
दैनिक जागरण के सुझाव :
- डं¨पग प्वाईटों पर हर रोज कूड़े को उठाने की व्यवस्था होनी चाहिए।
- हर गली में छोटे व मुख्य स्थानों पर छोटे कूड़ादान रखवाने चाहिए।
- सफाई कर्मचारियों को नियमित रूप से चैक किया जाए।
- वार्डों में एरिया के हिसाब से नियुक्ति की जानी चाहिए।
- लोगों को जागरूक करने के लिए निरंतर अभियान चलाने चाहिए।
- सीवर लाइनों की सफाई नियमित तौर पर होनी चाहिए।
- नालों की सफाई के एक माह में एक बार होनी चाहिए।
- सबसे जरूरी, पॉलीथीन का इस्तेमाल बंद हो और उसे किसी भी सूरत में नालियों में नहीं डाला जाए
- वार्डवासी कूड़ा इधर-उधर डालने की बजाय सफाई कर्मी को ही दें।