डिजिटल लाइब्रेरी से दूर होगी किताबों की पकड़
- पौने दो करोड़ रुपये की लागत से होगी तैयार - दो मंजिला बन रहा भवन निर्माण क
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- पौने दो करोड़ रुपये की लागत से होगी तैयार
- दो मंजिला बन रहा भवन, निर्माण कार्य शुरू
- नगर पालिका के स्तर पर करवाया जा रहा तैयार
जागरण संवाददाता, झज्जर : अब तक पढ़ने के लिए किताबों का सहारा लिया जाता था। खासकर विद्यार्थी अपना ज्ञान बढ़ाने के लिए किताबों पर निर्भर रहते थे। लेकिन अब डिजिटल लाइब्रेरी किताबों की पकड़ को दूर करने का काम करेगी। जिले के लोगों को जल्द ही डिजिटल लाइब्रेरी की सौगात मिलने जा रही है। दरअसल, यहां नगर पालिका डिजिटल लाइब्रेरी भवन का निर्माण करवा रही है। जिससे हर वर्ग के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। नगर पालिका भवन के साथ खाली पड़ी जमीन पर 65 गुना 80 वर्ग फीट (5200 वर्ग फीट) में डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जा रही है। दो मंजिला भवन का निर्माण कार्य मार्च माह के प्रथम सप्ताह से ही शुरू हो गया था। हालांकि निर्माण कार्य पूरा होने के लिए एक साल की समय सीमा निर्धारित की गई है। लेकिन उम्मीद जताई जा रही है कि निर्माण कार्य समय सीमा से पहले ही पूरा हो जाएगा। खुद नगर पालिका की देखरेख में इसका निर्माण हो रहा है। बता दें कि पहले यह डिजिटल लाइब्रेरी नगर पालिका भवन के सामने खाली जमीन पर बननी थी, लेकिन अब नपा भवन के साथ बनाई जा रही है। बॉक्स : बता दे कि डिजिटल लाइब्रेरी एक पुस्तकालय है, जिसमें डाटा डिजिटल स्वरूपों (जैसे कि प्रिट, माइक्रोफ़ॉर्म, या अन्य मीडिया के विपरीत) में स्टोर होता हैं और कंप्यूटर द्वारा एक्सेस किया जा सकता हैं। कंटेंट को स्थानीय रूप से स्टोर किया जा सकता है, या दूरस्थ रूप से एक्सेस किया जा सकता है। इस शब्द को पहली बार 1994 में डिजिटल लाइब्रेरी इनिशिएटिव द्वारा लोकप्रिय किया गया था। अब पुस्तकालय के इस स्वरूप से जिला मुख्यालय पर पहुंचने वाले हर वर्ग से जुड़े लोगों को इसका फायदा पहुंचेंगा। डिजिटल लाइब्रेरी के दो मंजिला भवन निर्माण में पौने दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। भवन में सभी आवश्यक सुविधाएं जैसे इंटरनेट, एयर कंडीशनर (एसी), शुद्ध पानी, बिजली व्यवस्था व शौचालय आदि मुहैया करवाई जाएंगी। - पौने दो करोड़ की लागत से बनने वाले डिजिटल लाइब्रेरी के भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। एक साल में निर्माण पूरा होने का समय निर्धारित किया है। हालांकि छह माह में ही पूरा होने की उम्मीद है। निर्माण में गुणवत्तापूर्ण सामग्री पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
निजेश कुमार, एमई, नगर पालिका, झज्जर।