राज्य शिक्षक अवार्ड लेकर लौटे शिक्षक बिजेंद्र का किया स्वागत
जागरण संवाददाता, झज्जर : शिक्षक दिवस पर राज्य पुरस्कार से नवाजे गए शिक्षक बिजेंद्र कुमार
जागरण संवाददाता, झज्जर :
शिक्षक दिवस पर राज्य पुरस्कार से नवाजे गए शिक्षक बिजेंद्र कुमार का बृहस्पतिवार को जोरदार स्वागत किया गया। बिजेंद्र कुमार के सम्मान में जहां उनके विद्यालय खापड़वास में सम्मान समारोह हुआ वहीं झज्जर में राज्य शिक्षक अवार्डी संघ ने भी उनका अभिनंदन किया। सभी ने अध्यापक बिजेंद्र अहलावत को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। ज्ञात हो कि अध्यापक दिवस पर हरियाणा महामहिम राज्यपाल द्वारा जिन शिक्षकों को राज्य अवार्ड से सम्मानित किया गया उनमें झज्जर जिले के एक मात्र शिक्षक बिजेंद्र कुमार अहलावत शामिल थे। उनकी उपलब्धि और कार्यशैली से प्रभावित होकर आज ग्राम पंचायत व गांव के गणमान्य व्यक्तियों ने राजकीय माध्यमिक विद्यालय खापड़वास में उनका भव्य स्वागत् किया। इस अवसर पर खण्ड मातनहेल के मौलिक शिक्षा अधिकारी कश्मीर सुहाग व विद्यालय के मुख्याध्यापक रामफूल व समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे। मौलिक शिक्षा अधिकारी कश्मीर सुहाग व ग्राम पंचायत व गांव के गणमान्य व्यक्तियों ने फु ल मालाओं के साथ शिक्षक पुरस्कार विजेता बिजेन्द्र कुमार अहलावत का स्वागत किया। इस अवसर पर बीईओ कश्मीर सुहाग के अलावा रणबीर ¨सह कादयान प्राचार्य, राजबीर दहिया प्राचार्य, संजय शर्मा, राजेंद्र कुमार, नरेश शर्मा, नरेंद्र फोगाट, नरेंद्र, सुदर्शन पूनिया, रामफूल, सतीश रोहिला, खेमचंद नारायाण दास, जयकुमार डीपीई, जोगेंद्र धनखड, राजबीर देसवाल डीपीई सहित अन्य मौजूद रहे। विद्यार्थियों ने रैली निकालकर नेत्रदान के प्रति किया जागरूक
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, झज्जर के विद्यार्थियों ने आज नेत्रदान के प्रति जागरूकता रैली निकाली। प्राचार्या डा. बिमला नरवाल ने रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सिविल सर्जन डा. रणदीप पूनिया व उप सिविल सर्जन डा. कुलदीप के मार्ग दर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में डा. रोबिन अहलावत, आरबीएसके और दीपक व नरेंद्र में सक्रियता से भूमिका अदा की। इस अवसर पर बच्चों ने मरणोपरांत नेत्रदान के नारे भी लगाए। विद्यालय से आरंभ हुई यह जागरूकता रैली शहर के विभिन्न मार्र्गो से होते हुए वापिस स्कूल में आकर संपन्न हुई। इस अवसर प्राचार्या डा. बिमला नरवाल के अलावा मुख्याध्यपिका विशाखा शर्मा भी मौजूद रही।