ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहूति के बाद हुआ भंडारा
- श्री राम धर्मशाला में हुए श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहूति
- श्री राम धर्मशाला में हुए श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ की पूर्णाहूति
- कलश वितरण से सम्पन्न हुई कथाव्यास भावुक कृष्ण की प्रथम कथा फोटो : 15 जागरण संवाददाता, झज्जर : हरीपुरा स्थित श्रीराम धर्मशाला में शनिवार को श्रीमद् भागवत कथा के समापन के बाद रविवार को पूर्णाहूति हवन व कलश वितरण हुआ। समापन अवसर पर वृंदावन से पहुंची भजन मंडली ने कृष्णभक्ति से सराबोर एक के बाद एक भजनों की प्रस्तुति देकर पूरे माहौल को कृष्णमय बना दिया। इससे पूर्व रविवार को पूर्णाहूति ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया। कथाव्यास भावुक कृष्ण भारद्वाज के ब्रह्मत्व में आयोजित इस यज्ञ में कथा यज्ञमान राम गेरा, जग्गी गेरा सहित कथा आरंभ के अवसर पर कलश धारण करने वाली महिलाओं ने भी शिरकत की।
यज्ञ के दौरान कथाव्यास भावुक भारद्वाज ने श्रीमद भागवत के मानव जीवन में महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि रामचरित मानस मानव जीवन को जीने का आदर्श देती है वहीं श्रीमद् भागवत कथा मानव को बेखौफ मौत को स्वीकार करने का पाठ पढ़ाती है। उन्होनें कहा कि मानव के लिए जीवन और मरण दोनों ही अहम हैं। जबकि, कथा के पहले दिन कलश धारण कर नगर परिक्रमा करने वाली महिलाओं को उनके कलश भी वितरित किये गये। सात दिनों तक चली कथा में शहरवासियों की अभूतपूर्व उपस्थिति के लिए मुलतान सभा के चौधरी राधेश्याम भाटिया ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मुलतान सभा के प्रधान संजय भाटिया, अश्विनी अरोड़ा, पंडित गुलशन शर्मा, लालचंद सिघल सहित नगर के कई गणमान्य लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया।