जलजमाव से खराब होती फसलों में नुकसान की भरपाई को मुआवजे का इंतजार
- मंगलवार को 470 किसानों ने दी फसल में जलजमाव की शिकायत
जागरण संवाददाता,झज्जर :
बरसात के कारण खेतों में हुए जल जमाव को लेकर किसानों की चिता बढ़ी हुई है। किसान को अपनी फसल खराब होने की चिता सता रही है। ऐसे में वे खराब हो रही फसल के बदले उचित मुआवजे का इंतजार कर रहे हैं। इसी उम्मीद में किसान अपनी फसलों में जलजमाव की शिकायत देने के लिए पहुंच रहे हैं। मंगलवार को कुल 470 किसानों ने अपनी शिकायत दर्ज करवाईं। ताकि उनकी फसलों में हुए नुकसान का सर्वे हो और उचित मुआवजा मिल सके। बरसात के बाद से ही शिकायत देने वाले किसानों की संख्या बढ़ी है। जिले की बात करें तो एक हजार से अधिक किसान अपनी फसलों में जल जमाव की शिकायत दे चुके हैं।
जिन किसानों ने अपनी फसलों का बीमा प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के तहत करवाया हुआ है, वे किसान ही नुकसान की शिकायत दे सकते हैं। जिन भी किसानों ने अपनी फसलों का बीमा नहीं करवाया तो उसकी शिकायत भी नहीं ली जा रही। प्रक्रिया के तहत किसानों को अपने खेत में नुकसान होने के 72 घंटे के अंदर ही इसकी शिकायत देनी होती है। अगर कोई 72 घंटे में शिकायत नहीं दे पाता तो उसकी शिकायत भी स्वीकार नहीं की जाती। इसलिए, जिस भी किसान के खेत में नुकसान हो वे बिना विलंब किए, इसकी शिकायत दें।
बॉक्स : प्रक्रिया के तहत शिकायत मिलने के बाद कृषि विभाग व बीमा कंपनी की टीम खेतों में जाकर सर्वे करेगी। सर्वे के अनुसार खेत में जितना नुकसान होगा उसके आधार पर मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल जलजमाव के कारण जिले के गेहूं व सरसों में ही अधिक नुकसान हुआ है। क्योंकि, बहुत बड़े क्षेत्र में सरसों व गेहूं की खेती हो रखी है।
-प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना के प्रोजेक्ट मैनेजर मंदीप दूहन ने बताया कि मंगलवार को 470 किसानों ने शिकायत दी है, जिनके खेतों में जलजमाव हुआ है। शिकायत के आधार पर सर्वे किया जाएगा।