हड़ताल खत्म होते ही सभी रूटों पर दौड़ी रोडवेज बसें, ड्यूटी से हटाए कच्चे कर्मचारियों में पनपा रोष
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ : रोडवेज की हड़ताल खत्म होने के बाद यात्रियों को राहत मिल गई है। शनिवार को सभी कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए। इससे लगभग सभी रूटों पर बसें दौड़ी। हालांकि पूरी तरह व्यवस्था रविवार से सुधरेगी। उधर, कर्मचारियों की हाजिरी के बाद अब तक ड्यूटी दे रहे अधिकारी थकान मिटाने के लिए इधर-उधर रहे। वहीं ड्यूटी से हटाए गए कच्चे कर्मचारियों मे रोष पनप गया है। वे देवी लाल पार्क में धरना देने पहुंच गए। कुछ देर बाद उन्हें यहां से हटा दिया गया।
जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़ :
रोडवेज की हड़ताल खत्म होने के बाद यात्रियों को राहत मिल गई है। शनिवार को सभी कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए। इससे लगभग सभी रूटों पर बसें दौड़ी। हालांकि पूरी तरह व्यवस्था रविवार से सुधरेगी। उधर, कर्मचारियों की हाजिरी के बाद अब तक ड्यूटी दे रहे अधिकारी थकान मिटाने के लिए इधर-उधर रहे। वहीं ड्यूटी से हटाए गए कच्चे कर्मचारियों मे रोष पनप गया है। वे देवी लाल पार्क में धरना देने पहुंच गए। कुछ देर बाद उन्हें यहां से हटा दिया गया।
शनिवार सुबह साढ़े नौ बजे सभी कर्मचारी हड़ताल खत्म करके ड्यूटी पर लौट आए। यूनियन नेताओं का कर्मचारियों ने यहां फूल मालाओं से स्वागत किया और जनहित में जीत होने की बात कही। इसके बाद सभी कर्मचारियों की हाजिरी लगवाई गई और उन्हें ड्यूटी पर भेजा गया। सभी रूटों पर दौड़ी बसें, शाम तक 52 चली हड़ताल खत्म होते ही शनिवार को लगभग सभी रूटों पर बसें चली। हालांकि सुबह के समय की बसें नहीं निकल पाई। जब सभी कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए, तब बसें निकलनी शुरू हुई। शाम तक यहां से 52 बसें निकली। पूरी तरह व्यवस्था रविवार को सुचारू हो पाएगी। अधिकारियों ने मिटाई थकान, कर्मचारियों ने संभाली कमान : कर्मचारियों की इस दो सप्ताह से ज्यादा दिनों की हड़ताल के दौरान जिन अधिकारियों ने यहां पर लगातार ड्यूटी की, वे कर्मचारियों के आते ही थकान मिटाने के लिए निकल गए। ऐसे में बस स्टैंड से लेकर ड्यूटी सेक्शन और यार्ड की ड्यूटी कर्मचारियों ने ही अपने आप संभाली। ज्यादातर अधिकारियों के इसके बाद फोन भी बंद मिले। जिन्होंने फोन रिसीव किए, वे नींद में थे। डीटीसी बसें भी पहुंची, यात्रियों को राहत रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल खत्म होते ही शनिवार को दिल्ली परिवहन निगम की कुछ बसें भी यहां बस स्टैंड पर पहुंच गई। इससे भी यात्रियों को राहत मिली है। अब दीपावली से पहले का सफर रोडवेज और डीटीसी बसों के कारण आसान हो सकेगा। कच्चे कर्मचारियों में रोष : हड़ताल के दौरान बसों के संचालन के लिए ड्यूटी देने वाले आउट सोíसंग के तहत ड्यूटी करने वाले कर्मचारियों को हटाते ही उनमें रोष पनप गया। ये कर्मचारी शहर के देवी लाल पार्क में एकत्रित हुए और सरकार
के खिलाफ रोष प्रकट किया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही उन्हें
काम पर वापस नहीं रखा जाता है तो वे अदालत का दरवाजा
खटखटाएंगे। हड़ताल के दौरान बहादुरगढ़ में 130 चालक, परिचालक
आउट सोíसग के तहत लिए गए थे। शनिवार को इनको हटा दिया गया।
कर्मचारी बस स्टैंड पर एकत्रित होकर देवीलाल पार्क में पहुंचे और
धरना दे दिया। कर्मचारी प्रदीप, मंजीत, नीतिन, विकास, विजय, संजय, अनिल, नितीश, सुनील, संदीप बराही, जोगेंद्र महराणा ने कहा कि उन्हें जब भर्ती
किया गया तो कहा गया था कि यह इमरजेंसी भर्ती है, जो सरकार कर सकती है। मगर अब उन्हे हटा दिया गया। वे दूसरी जगह से काम छोड़कर आए थे। अब उनका वह रोजगार भी ठप हो गया।
सरकार ने उनके साथ धोखा किया है। अब वे शांत नहीं बैठेंगे।