मंडियों में विधायक के दौरे के बाद अनाज मंडी में गेटपास के शेड्यूल को लेकर गोलमाल का मुद्दा गरमाया
अनाज मंडी में गेटपास के शेड्यूल में गोलमाल का मुद्दा फिर से गरमा गया है। आढ़ती पिछले काफी समय से मार्केट कमेटी पर गेट पास शेड्यूल को लेकर भेदभाव के आरोप लगाते आ रहे हैं। वहीं वीरवार को झज्जर अनाज मंडी में पहुंचे बादली विधायक कुलदीप वत्स ने भी मार्केट कमेटी कर्मचारियों पर आरोप लगाए और सरकार से इस गोलमाल पर रोक लगाने की मांग की।
जागरण संवाददाता, झज्जर : अनाज मंडी में गेटपास के शेड्यूल में गोलमाल का मुद्दा फिर से गरमा गया है। आढ़ती पिछले काफी समय से मार्केट कमेटी पर गेट पास शेड्यूल को लेकर भेदभाव के आरोप लगाते आ रहे हैं। वहीं वीरवार को झज्जर अनाज मंडी में पहुंचे बादली विधायक कुलदीप वत्स ने भी मार्केट कमेटी कर्मचारियों पर आरोप लगाए और सरकार से इस गोलमाल पर रोक लगाने की मांग की।
वीरवार को बादली विधायक कुलदीप वत्स, हैफेड के डीएम देवेंद्र सिंह व मार्केट कमेटी के सहायक सचिव झज्जर अनाज मंडी का दौरा करने पहुंचे। इस दौरान आढ़तियों ने शेड्यूल में गोलमाल व किसानों की कम संख्या का मुद्दा उठाया। साथ ही इन समस्याओं का भी जल्द से जल्द समाधान करने के लिए कहा। शेड्यूल में 400-500 की जाए किसानों की संख्या
अनाज मंडी के आढ़ती श्रीभगवान, चरण सिंह दलाल व हरेंद्र सिलाना आदि ने कहा कि शेड्यूल में केवल औसतन 50 किसानों का ही नाम आ रहा है। इस कारण बाजरे की आवक भी ठीक से नहीं हो रही। ऐसे में काफी किसान बाजरे को अपने घरों में रखे हुए हैं और बारी का इंतजार कर रहे हैं। वहीं आढ़तियों भी बाजरे की आवक का इंतजार कर रहे हैं। अगर किसानों की संख्या बढ़ाकर 400-500 कर दी जाए तो यह समस्या समाप्त हो जाएगी। वहीं बाजरे का उठान भी तेज किया जाए। विधायक ने अनाज मंडी में धरने की चेतावनी दी
बादली के विधायक डा. कुलदीप वत्स ने अनाज मंडियों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि झज्जर मंडी के आढ़तियों व किसानों से बातचीत करने पर सामने आया है कि झज्जर मार्केट कमेटी के तीन अधिकारी गेटपास के शेड्यूल में मिलीभगत करके गोलमाल कर रहे हैं। सरकार को चाहिए कि इस गोलमाल को रोका जाए। बाद में सरकार जांच के नाम पर उन्हीं अधिकारियों से जांच करवाएगी। यह तो वहीं कहावत हो गई दूध की रखवाली बिल्ली को देना। इस दौरान झज्जर अनाज मंडी में पहुंचे हैफेड के डीएम देवेंद्र व मार्केट कमेटी के सहायक सचिव विजय सिंह से भी बाजरा खरीद को लेकर बातचीत की और जल्द से जल्द समाधान करने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि अनाज मंडियों में काफी कम किसानों का शेड्यूल जारी किया जा रहा है। जिसे बढ़ाकर मंडी में किसानों की संख्या 300-400 की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो शुक्रवार को अनाज मंडी में धरने पर बैठने की भी चेतावनी दी। मंडी में बाजरे की स्थिति
मंडी बुधवार को आवक कुल आवक उठान
मातनहेल 257 2103 1567
झज्जर 339 2139 1329
ढाकला 151 1266 922
बेरी 202 2060 1203
बहादुरगढ़ 66 593 547
छारा 104 812 560
माजरा-डी 193 1003 616
बादली 31 86 00
पाटौदा 00 00 00
कुल 1343 10062 6744
नोट : सभी आंकड़े बुधवार तक बाजरा खरीद के मीट्रिक टन में हैं।
मार्केट कमेटी द्वारा कुछ आढ़तियों से मिलीभगत करते उनके किसानों के नाम शेड्यूल में डाले जा रहे हैं। जो किसान खुद अपनी शिकायत लेकर जाता है, उसका नाम तक नहीं डाला जाता। साथ ही उन्होंने भी अन्य आढ़तियों से लेकर 15-20 किसानों के नाम भेजे थे, सभी रिजेक्ट कर दिए। लेकिन जो आढ़ती चहेते हैं, उनके द्वारा भेजे गए नाम शेड्यूल में आ रहे हैं।
सतबीर सिंह मल्हान, प्रधान आढ़ती एसोसिएशन, अनाज मंडी झज्जर। - शेड्यूल के अनुसार किसानों के पास मैसेज भेजे जा रहे हैं। जो किसान मैसेज दिखाता है उसका गेटपास काटा जाता है। किसानों की संख्या कम होने के चलते इसके लिए उच्चाधिकारियों को लिखा गया है। रही बात बाहर के बाजरा आने की तो अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है। कुछ किसानों के नाम शेड्यूल में नहीं आ पाते तो वे शिकायत लेकर पहुंचते हैं। उनके नाम मार्केट कमेटी शेड्यूल में डालती रहती है। हालांकि इसके लिए किसान का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होना जरूरी है।
विजय सिंह, सहायक सचिव, मार्केट कमेटी, झज्जर। मंडियों में उठान ठीक चल रहा है। उठान में तेजी लाने के प्रयास जा रही है। पुराने व बाहर से आने वाले बाजरे को लेकर भी खरीद के दौरान जांच की जा रही है। वहीं तलाव में पहुंचे पुराने बाजरे के मामले में सीटीएम कार्रवाई कर रही हैं।
देवेंद्र सिंह, डीएम, हैफेड, झज्जर।