56 सफाई कर्मचारियों ने संभाली शहर की सफाई व्यवस्था
अपनी विभिन्न मांगों के पूरा नहीं होने से नाराज पालिका के कच्चे सफाई कर्मचारियों ने बुधवार से 3 दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी।
जागरण संवाददाता, झज्जर : अपनी विभिन्न मांगों के पूरा नहीं होने से नाराज पालिका के कच्चे सफाई कर्मचारियों ने बुधवार से 3 दिवसीय हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल के पहले दिन कर्मचारी सुबह से ही पालिका के पुराने भवन में एकत्रित हो गए और दिनभर कामकाज ठप्प करते हुए नारेबाजी करते रहे। सर्वकर्मचारी संघ और अन्य संगठनों के कर्मचारी भी हड़ताल का समर्थन करने पहुंचे और मांगे पूरी नहीं होने तक सफाई कर्मचारियों की हरसंभव मदद का आश्वासन दिया। पालिका के कुल 124 कच्चे सफाई कर्मचारियों में से 88 कर्मचारी हड़ताल पर रहे, जबकि 36 कर्मचारियों ने हड़ताल में भाग नहीं लिया। जबकि पालिका के नियमित 20 कर्मचारी और डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली फर्म के कर्मचारियों ने शहर की सफाई व्यवस्था को संभालते हुए दिनभर खूब मेहनत की। जिसका परिणाम यह रहा कि हड़ताल के पहले दिन कोई खास असर शहर की सफाई व्यवस्था पर नहीं पड़ा। दिनभर कर्मचारी करते रहे नारेबाजी
पालिका के सफाई कर्मचारी दिनभर सरकार पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी करते रहे। सफाई कर्मचारी कुलदीप ने बताया कि सरकार सफाई कर्मचारियों की अनदेखी कर रही है। जिसके चलते कर्मचारियों में रोष बना हुआ है। वहीं सर्वकर्मचारी संघ के राज्य सचिव राजेंद्र जुलाना ने बताया कि सरकार और कर्मचारियों के बीच हुई वार्ता के दौरान सरकार द्वारा जायज मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया गया था। करीब चार माह बीत जाने के बाद भी सरकार द्वारा मानी गई मांगे पूरी नहीं की गई है। जिसके विरोध स्वरूप कर्मचारियों को हड़ताल पर उतरने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ------------
124 कच्चे सफाई कर्मचारियों में से 88 सफाई कर्मचारी हड़ताल पर रहे है। जबकि 36 कर्मचारियों ने रूटीन की तरह कार्य किया है। इसके अलावा 20 नियमित सफाई कर्मचारियों और डोर टू डोर कूड़ा उठाने वाली फर्म के कर्मचारियों ने भी ड्यूटी पर तैनात रहे है। शहर की सफाई व्यवस्था पर कोई फर्क नहीं पड़ा है।
नरेंद्र सैनी, पालिका सचिव।