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पांच बार UPSC के इंटरव्यू में फेल होने पर भी नहीं मानी हार, अब बने HCS अधिकारी

हिसार के तीन युवकों ने एचसीएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। इसमें से दो सगे भाई शामिल हैं। अभ्यर्थियों ने यह लक्ष्य सरकारी नौकरी के साथ-साथ तैयारी कर हासिल किया।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 20 Dec 2019 01:11 PM (IST)Updated: Sat, 21 Dec 2019 01:33 PM (IST)
पांच बार UPSC के इंटरव्यू में फेल होने पर भी नहीं मानी हार, अब बने HCS अधिकारी
पांच बार UPSC के इंटरव्यू में फेल होने पर भी नहीं मानी हार, अब बने HCS अधिकारी

हिसार, जेएनएन। कोई ठान ले तो क्‍या नहीं कर सकता। हिसार के युवाओं ने यही साबित कर दिखाया है। बता दें कि हिसार के तीन युवकों ने एचसीएस की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। इसमें से दो सगे भाई शामिल हैं। अभ्यर्थियों ने यह लक्ष्य सरकारी नौकरी के साथ-साथ तैयारी कर हासिल किया। गुरुवार को एचएससीसी ने जैसे ही परीक्षा परिणाम जारी किया, तीनों अभ्यर्थियों के परिजनों में खुशी की लहर दौड़ गई। इसमें विशाल नगर निवासी सुरेश नौखवाल, आर्य नगर निवासी अजय सिंह व अभय सिंह का चयन हुआ है।

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खास बात यह है कि ये वे अभ्यर्थी हैं जिन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए जी जान तक कोशिश की। इस परीक्षा के साक्षात्कार तक भी एक दो बार नहीं, बल्कि कई बार पहुंचे। चयनित नहीं हुए मगर हिम्मत नहीं हारी। अब आखिरी बार एचसीएस की परीक्षा दी और चयनित भी हो गए। इसके साथ ही हिसार की नगर निगम की लाइब्रेरी में पढ़कर इस मुकाम को हासिल किया।

पढि़ए....तीनों अभ्यर्थियों की एचसीएस तक का सफर

पांच बार यूपीएससी इंटरव्यू तक पहुंचे, फिर भी नहीं मानी हार

सुरेश नौखवाल मूल रूप गांव शिकारपुर के निवासी हैं मगर हिसार में पिछले लंबे समय से विशाल नगर में रहते हैं। उनके पिता बीर सिंह बिजली बोर्ड से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने बताया कि वह सेंट्रल जीएसटी डिपार्टमेंट में सुप्रिटेंडेंट के पद पर कार्यरत हैं। पहले से ही यूपीएससी की तैयारी करते रहे थे, पांच बार इंटरव्यू तक भी पहुंचे मगर सफलता नही मिली। सुरेश बताते हैं कि अक्सर इतनी बार असफलता पर लोग हार मान जाते हैं मगर उन्होंने हार नहीं मानी। समय-समय पर सरकारी नौकरियों की परीक्षा देते रहते। इसके बाद एक बार एचसीएस की परीक्षा दी मगर चयन नहीं हुआ। यह दूसरा और आखिरी मौका था, ऐसे में पूरे जोश के साथ परीक्षा दी और चयनित भी हुए। खास बात है कि नौकरी के बाद के समय में वह लाइब्रेरी और घर पर परीक्षा की तैयारी किया करते थे। इसी के दम पर आज यह मुकाम मिला।

छोटे भाई को देखकर हुए प्रेरित: अजय

आर्य नगर कुरड़ी निवासी अजय सिंह व अभय सिंह दोनों सगे भाई हैं। अजय बताते हैं कि वह मार्केट कमेटी में ऑक्शन रिकॉर्डर के पद पर कार्यरत हैं। वह अक्सर अपने भाई अभय को यूपीएससी की तैयारी करते देखते। ऐसे में तीन वर्ष पहले ही उन्होंने तैयारी शुरू की जिसका परिणाम आज सबके सामने है। वहीं अभय मौजूदा समय में गुजरात स्थित एक्साइज डिपार्टमेंट में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। वह पिछले 10 वर्षों से यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। दोनों भाइयों की मेहनत ने जो परिणाम दिया उस पर पिता अजीत सिंह व माता रेनू बाला ने काफी सराहा।


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