मंडल कमिश्नर से बोले मजदूर : साहब घर भिजवा दो, परिवार राह देख रहा है
जागरण संवाददाता हिसार साहब घर भिजवा दो परिवार राह देख रहा है। यह मांग प्रवासी मजदू
जागरण संवाददाता, हिसार : साहब घर भिजवा दो, परिवार राह देख रहा है। यह मांग प्रवासी मजदूरों ने हिसार के मंडल कमिश्नर विनय सिंह ने की। मंडल कमिश्नर के साथ निगम कमिश्नर अशोक कुमार गर्ग, एसडीएम राजेंद्र सिंह, सीटीएम अर्श्वीर सिंह और निगम एसई रामजीलाल भी मौजूद थे। मजदूरों और कामगारों ने कमिश्नर को अपनी समस्याएं बताईं। वहीं कमिश्नर से अपनी मौजूदगी में प्रवासी मजदूरों के बच्चों के लिए दूध मंगवाकर उनमें वितरित करवाया। उन्होंने जब मजदूरों से उनकी समस्या पूछी तो सभी की यही मांग थी कि उन्हें उनके घर भिजवा दिया जाए। मंडल कमिश्नर ने उन्हें भिजवाने के संबंध में आगामी समस्य में प्रशासन की ओर से व्यवस्था का आश्वासन देते हुए कहा कि जब तक उन्हें उनके गृहराज्य भिजवाने की व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक उन्हें शेल्टर होम में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को प्रवासी श्रमिकों की सुविधाओं के संबंध में दिशा-निर्देश भी दिए। मंडल आयुक्त विनय सिंह ने कहा कि दूसरे जिलों या राज्यों से चलकर अपने गृह राज्य जाने वाले श्रमिकों को ठहराने के लिए हिसार के अलग-अलग क्षेत्रों में शेल्टर होम बनाए गए हैं। इन शेल्टर होम में करीब 660 प्रवासी श्रमिकों को ठहराया गया है। इनके लिए यहां खाने व रहने के जरूरी प्रबंध किए गए हैं।
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660 प्रवासी मजदूरों में से कहां कितने ठहरें
- राधा स्वामी सत्संग भवन में प्रवासी श्रमिक : 348 (बिहार से 275, मध्यप्रदेश से 70 और झारखंड राज्य से 3)
- विश्वकर्मा धर्मशाला में बिहार के श्रमिक : 149
- ब्राह्मण धर्मशाला में बिहार के श्रमिक : 124
- स्थाई शेल्टर होम में बिहार के श्रमिक : 4
- हांसी स्थित राधा स्वामी सत्संग भवन श्रमिक : 36
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ये भी जानें
- हिसार रेलवे स्टेशन से इसी माह दो श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के माध्यम से 2400 से अधिक व बसों के माध्यम से भी काफी संख्या में श्रमिकों को उनके गृह राज्य तक भिजवाया गया है।
- मंडल कमिश्नर विनय सिंह ने प्रवासी श्रमिकों को समझाते हुए कहा कि यदि वे चाहें तो उनके लिए जिला में औद्योगिक इकाइयों व वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में रोजगार का प्रबंध भी प्रशासन द्वारा किया जा सकता है।
- मंडल कमिश्नर विनय सिंह बोले कि यदि मजदूरों को कम वेतन देने, फैक्टरी प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार से परेशान करने, मकान मालिक द्वारा किराए के लिए दबाव डालने अथवा मकान खाली करवाने जैसी शिकायतें मिली तो संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- बुखार या अन्य किसी बीमारी से ग्रस्त श्रमिकों को जगजीवन नगर स्थित स्थायी शेल्टर होम में अलग से रहने का प्रबंध कर उन्हें मेडिकल सुविधाएं दी जा रही हैं।
- रैन बसेरे में राधा स्वामी सत्संग आश्रम, विश्वास फाउंडेशन, पंजाबी धर्मशाला, रॉबिन हुड आर्मी संस्थान खान-पान का प्रबंध कर रही हैं।
- रैन बसेरों के बाहर श्रमिकों की लाइन लग रही है क्योंकि प्रवासी श्रमिकों को एंट्री देने से पहले मेडिकल जांच की जा रही है। श्रमिकों का डाटा भी तैयार हो रहा है जिसमें नाम, आधार कार्ड, पिता का नाम, उसका पता, वह क्या काम करता है, दर्ज किया जा रहा है। श्रमिकों को किस राज्य में कौन से गांव में जाना है। विस्तृत डाटा कंप्यूटर में अपलोड किया जाता है। उसके बाद श्रमिकों को शेल्टर होम में एंट्री दी जाती है।
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निगम ने चार शेल्टर होम में 1050 श्रमिकों के ठहरने का किया प्रबंध
- राधा स्वामी सत्संग आश्रम : 500 बिस्तर
- ब्राह्मण धर्मशाला : 300 बिस्तर
- विश्वकर्मा धर्मशाला : 150 बिस्तर
- राजकीय बहुतकनीकी संस्थान : 100 बिस्तर
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सभी शेल्टर होम में श्रमिकों के ठहरने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। हर जरूरी सुविधा श्रमिकों को मुहैया करवाई जा रही है। राधा स्वामी सत्संग आश्रम का निरीक्षण करते हुए श्रमिकों से बातचीत की थी। श्रमिकों ने वहां मिलने वाली सुविधाओं को लेकर संतुष्टि जाहिर की।
- अशोक गर्ग, कमिश्नर, नगर निगम हिसार।