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हिसार में आखिर क्‍यों एक बारिश में ही खुल जाती है व्‍यवस्‍था की पोल, हर तरफ बस पानी ही पानी

जरा सी बारिश हुई नहीं कि शहर में हर तरफ पानी ही पानी नजर आता है। मगर यह समस्‍या क्‍यों है। इसे लेकर लंबे समय से सवाल उठते नजर आ रहे हैं। यही हाल ट्रैफिक सिस्‍टम का भी है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Mon, 13 Jul 2020 11:46 AM (IST)Updated: Mon, 13 Jul 2020 11:46 AM (IST)
हिसार में आखिर क्‍यों एक बारिश में ही खुल जाती है व्‍यवस्‍था की पोल, हर तरफ बस पानी ही पानी
हिसार में आखिर क्‍यों एक बारिश में ही खुल जाती है व्‍यवस्‍था की पोल, हर तरफ बस पानी ही पानी

हिसार, जेएनएन। हिसार में जाम चाहे वाहनों का का हो या फिर पानी का, दोनों ही समस्‍याओं का निदान नहीं हो रहा है। जरा सी बारिश हुई नहीं कि शहर में हर तरफ पानी ही पानी नजर आता है। मगर यह समस्‍या क्‍यों है। इसे लेकर लंबे समय से सवाल उठते नजर आ रहे हैं। जिस भी पार्टी की सरकार होती है, वह यह तर्क देती है कि शहर में नीचले इलाकों में जलभराव होता है। जबकि शहर के बीचों बीच दिल्‍ली रोड पर नाला बनाए जाने पर भी पानी भरने की समस्‍या का निदान नहीं हुआ। भाजपा नेताओं का कहना है कि शहर का ड्रेनेज सिस्‍टम महज 15 एमएम बारिश के पानी की निकासी के लिए ही बना है। इसलिए हालात बिगड़ जाते हैं। पर सवाल ये भी है कि जनसंख्‍या के हिसाब से सालों पहले बनाए गए ड्रेनेज सिस्‍टम को आखिर बदला क्‍यों नहीं गया। अभी मानसून जारी है और जब भी बारिश होती है शहर की रफ्तार भी रुक जाती है।

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शहर का ड्रेनेज सिस्टम हो या सीवरेज व्यवस्था सब चरमराई हुई है। रविवार को 20 एमएम बारिश में शहर की विभिन्न गलियां और सड़कों पर जलजमाव रहा। कई स्थानों पर रात तक गलियों में पानी निकासी में जनस्वास्थ्य विभाग की टीमें लगी रहीं। उधर विधायक से लेकर मेयर ने भी अपने स्तर पर शहर में जलजमाव की स्थिति जानी। जनस्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ शहर का दौरा कर उन्हें पानी निकासी के प्रबंध दिखाए। साथ ही पानी निकासी में उन्हें आ रही समस्याएं भी गिनवाईं।

कहीं मोटर हुई बंद तो कहीं सीवरेज लाइन में मिली ईंट व कट्टे

बरसात ने ड्रेनेज और सीवरेज लाइन की सफाई के दावों की पोल पहले ही बरसात में खुल चकी है। वहीं अब बरसाती पानी निकासी में जनस्वास्थ्य विभाग की टीम को नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कारण है कि बरसात में ड्रेनेज में लकड़ी बहकर आ रही हैं जो एसटीपी से लेकर डिस्पोजल तक पहुंच रही है। वहीं सीवरेज की लाइनों में ईंटें और कट्टे मिल रहे हैं। देर रात तक महावीर कालोनी में पानी निकासी में लगी जनस्वास्थ्य विभाग की टीम उस समय हैरान रह गई, जब चहल पार्क के पास सीवरेज लाइन खोलने के दौरान उन्होंने उसमें से एक कट्टा निकाला। जो ईंटों से भरकर उसका मुंह रस्सी से बांध कर सीवरेज लाइन में फेंका हुआ था। अफसर बोले कि किसी ने साजिश के तहत सीवरेज लाइन जाम करने के लिए यह किया हुआ था। लकड़ी व सीवरेज लाइन से निकल रहे सामान ने भी जनस्वास्थ्य विभाग की परेशानी बढ़ा रखी है।

शहर में अफसरों को निरीक्षण के दौरान यहां मिला जलजमाव

जनस्वास्थ्य विभाग के अफसर और भाजपा कार्यकर्ता जब फील्ड में जलजमाव की स्थिति देखने पहुंचे तो कई जगह हालत खराब मिली। जिसमें ऑटो मार्केट, मिलगेट, नई सब्जीमंडी गेट, शांतिनगर पानी की टंकी, सैनियान मोहल्ला में सब्जी मंडी चौक से मंदिर तक, सैनियान मोहल्ला से पारिजात चौक तक, विजय नगर में बिस्कुट फैक्ट्री वाली गली, संत नगर में गुरुद्वारा वाली गली, महावीर कालोनी में मंदिर से ग्राउंड क्षेत्र, 12 क्वार्टर रोड, 12 क्वार्टर श्मशानभूमि से गली नंबर 9 तक, कप्तान स्कूल रोड सहित मिलगेट के काफी हिस्से में जलजमाव मिला। इसके अलावा शहर में आजाद नगर, प्रीति नगर, कैमरी रोड, डाबड़ा चौक से ङ्क्षजदल पुल तक दिल्ली रोड, डाबड़ा चौक से संत निरंकारी रोड, मॉडल टाउन, न्यू अग्रसेन कालोनी, विजय नगर में विभिन्न स्थानों पर जलजमाव रहा।

सेक्टर व आरयूबी भी जलजमाव से नहीं रहे अछूते

सेक्टर-13, अर्बन एस्टेट-टू, 2 करोड़ रुपये से अधिक लागत से बना पटेल नगर आरयूबी जलमग्न, सेक्टर 16-17, सेक्टर 9-11 में कई स्थानों पर जलजमाव रहा। पार्षद अमित ग्रोवर, मनोहर लाल, बिमला देवी, जगमोहन मित्तल, अनिल जैन, कविता केडिया, शालू दीवान, उमेद खन्ना, महेंद्र जूनेजा और अंबिका शर्मा सहित कई पार्षद और पूर्व पार्षद रेखा सैनी व युवा भाजपा नेता मनोज फील्ड में पहुंचे और पानी निकासी के प्रबंध करवाने के लिए प्रयास करते रहे।

जनस्वास्थ्य विभाग को भी ये आई समस्याएं, ये किए समाधान

- बरवाला चुंगी पर बने पानी निकासी के डिस्पोजल पर ड्रेनेज लाइन से बड़ी लकड़ी मशीन तक पहुंच गई। जिससे मशीन में फाल्ट आ गया। एक्सईएन बिक्रमजीत और एसडीओ गुरतेज ङ्क्षसह ने उसे ठीक करवाया तब जाकर पानी निकासी हो पाई।

- ऋषि नगर स्थित 40 एमएलडी एसटीपी पर स्क्रीन की चेन टूटने से पहले ही समस्या आई हुई है। वहां पर सबमर्सिबल की मोटरों के सहारे पानी निकासी हो रही है।

- महावीर कालोनी में चहल पार्क के पास पानी निकासी के लिए 200 मीटर तक करीब 8 ईंच पाइपलाइन बिछाकर अस्थाई पानी निकासी का समाधान करवाया गया है।

- मिलगेट, जहाजपुल क्षेत्र सहित शहर में कई स्थानों पर पानी निकासी के लिए मशीनें लगाई गई है।

---बरसात में पानी निकासी के बेहतर प्रबंध करने के लिए दिनरात जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी कार्य कर रहे हैं। ड्रेनेज व सीवरेज लाइन में लकड़ी, ईंटें व कट्टे निकल रहे हैं। जिसके कारण एसटीपी व डिस्पोजल तक पर समस्या आ रही है।

- बिक्रमजीत ङ्क्षसह माथुर, एक्सईएन, जनस्वास्थ्य विभाग हिसार।


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