Move to Jagran APP

हिसार में डेंगू, कोरोना के बीच व्हाइट फंगस ने पांव पसारे, ब्लैक फंगस के भी दो मरीज मिले

एक और चिंता भरी खबर सामने आई है। कोरोना डेंगू के खतरे के बीच व्हाइट फंगस का भी मरीज मिला है। इसके साथ ब्लैक फंगस के दो मरीज मिले है। इनमें एक मरीज अग्रोहा मेडिकल कालेज में दाखिल है। जबकि दूसरा निजी अस्पताल में दाखिल है।

By Manoj KumarEdited By: Published: Fri, 03 Dec 2021 02:23 PM (IST)Updated: Fri, 03 Dec 2021 02:23 PM (IST)
हिसार में अब फंगस के केस फिर से सामने आने लगे हैं

जागरण संवाददाता, हिसार: हिसार में कोरोना, डेंगू के खतरे के बीच व्हाइट फंगस का भी मरीज मिला है। इसके साथ ब्लैक फंगस के दो मरीज मिले है। इनमें एक मरीज अग्रोहा मेडिकल कालेज में दाखिल है। जबकि दूसरा निजी अस्पताल में दाखिल है। व्हाइट फंगस के मरीज को शहर के निजी अस्पताल में दाखिल किया गया है। आइएमए प्रधान डा. जेपीएस नलवा ने बताया कि ब्लैक फंगस के मामले लगातार सामने आए है। उनकी लैब में दो मरीजों के सैंपल किए गए है, जिनमें एक को ब्लैक फंगस और दूसरे को व्हाइट फंगस है।

loksabha election banner

वहीं दंत चिकित्सक डा. बंसीलाल ने बताया कि ब्लैक और व्हाइट फंगस में मुंह और आंखों में समस्या आती है। सफेद फंगस अधिक खतरनाक माना जाता है। म्यूकोरमाइकोसिस यानि व्हाइट फंगस शरीर में तेजी से फैलता है। यह नाक, फेफड़ों में भी फैल सकता है। इसका उपचार चिकित्सक की देखरेख में जल्द करवा लेना चाहिए।

टारगेट से अधिक 2428 लोगों की हुई सैंपलिंग

दक्षिण अफ्रीका में मिले आमिक्रोन वायरस से बचाव के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक स्तर पर सैंपलिंग शुरु कर दी है। वीरवार को जिले में टारगेट से अधिक 2428 लोगों की सैंपलिंग की गई। वहीं कई ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों ने भी सैंपलिंग की। सबसे अधिक सैंपलिंग शहरी टीमों ने की। सीएचसी ने भी सरकार के सैंपलिंग बढ़ाने के आदेशों के बाद सीएमओ डा. रत्नाभारती ने भी प्रत्येक सीएचसी के एमओ, आइडीएसपी इंचार्ज और अन्य सैंपलिग मोबाइल टीमों को बैठक कर सैंपलिंग बढ़ाने के आदेश दिए थे। उस दौरान सीएमओ ने प्रत्येक सीएचसी को 200 सैंपल प्रतिदिन करने का टारगेट दिया था। बीते दो दिनों में 1200 और 1480 सैंपल किए गए थे। लेकिन वीरवार को टीमों ने एक ही दिन में 2428 लोगों के सैंपल कर दिए।

जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी सीएचसी स्टाफ की सराहना की है। गौरतलब है कि हिसार में पिछले 10 दिनों में काेरोना के तीन मामले मिल चुके है। जिससे विभागाधिकारी चिंतित है कि कहीं यह केस लगातार बढ़ते ना जाएं, वहीं आमिक्रान के खतरे को देखते हुए सरकार ने भी गाइडलाइन जारी करते हुए सैंपलिंग, वैक्सीनेशन और और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के आदेश जारी कर दिए है। गौरतलब है कि हिसार में पहली और दूसरी लहर में काेरोना 1140 लोगों की जान ले चुका है।

इधर विदेश से लौटे 26 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव, 12 और लौटे

शहर में विदेश से लौटे 26 लोगों के सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है। जीव वैज्ञानिक डा. रमेश पूनिया ने बताया कि वीरवार को 12 लोग और लौटे है। इन्हें अपने घरों पर क्वारंटाइन किया गया है। वहीं बुधवार काे लौटे 20 लोगों को भी होम क्वारंटाइन किया गया है। लेकिन क्वारंटाइन को लेकर कोई सख्त कानून न होने से लोग इसमें गंभीरता नहीं दिखा रहे है।

कोरोना का कोई नया मामला नहीं मिला

जिला सर्विलांस अधिकारी एवं आइडीएसपी इंचार्ज डा सुभाष खतरेजा ने बताया कि वीरवार को जिले में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। फिलहाल जिले में तीन एक्टिव केस तथा रिकवरी रेट घटकर 97.88 प्रतिशत हो गया है। उन्होंने बताया कि जिले में अब तक सात लाख 80 हजार 613 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिसमें संक्रमण के कुल 53 हजार 999 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक कुल 52 हजार 856 लोग कोरोना से रिकवर हो चुके हैं। पहली लहर में संक्रमण के 17 हजार 147 जबकि दूसरी लहर में अब तक 36 हजार 852 मामले दर्ज किए गए हैं।

डेंगू से रही राहत

डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि जिले में वीरवार को डेंगू संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके साथ ही जिले में डेंगू संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 52 हो गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 5511 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं, इनमें से 991 लोगों में डेंगू का संक्रमण मिला है। 938 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके है।

2541 लोगों को लगा टीका

जिले में वीरवार को 2541 लोगों को कोरोना से बचाव का टीका लगाया गया। इनमें से 60 से अधिक आयु वर्ग में 32 लोगों को, 45 से 60 के आयु वर्ग में 61 लोगों को तथा 18 से 44 के आयु वर्ग में 381 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। अब तक पहली डोज 1015825 ने लगवाई है, जबकि दूसरी डोज 414643 ने लगवाई है।

आमिक्रोन से बचाव के लिए आक्सीजन प्लांट और अन्य सुविधाओं पर जोर

आमिक्रोन के खतरे को देखते हुए जिले में आक्सीजन, वेंटीलेटर की सुविधाओं पर जोर दिया जा रहा है। अग्रोहा मेडिकल कालेज सहित सिविल अस्पताल में आक्सीजन प्लांट और वेंटीलेटर व्यवस्था को विभाग की तरफ से दुरुस्त् किया जा रहा है। अग्रोहा मेडिकल कालेज में 1100 लीटर और एक हजार लीटर आक्सीजन के दो प्लांट है। वहीं 200 बेड कोरोना मरीजों के लिए निर्धारित है। इसके अलावा 92 वेंटीलेटर है। सिविल अस्पताल में भी एक प्लांट है, जबकि दूसरे की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा हांसी में भी आक्सीजन प्लांट लगाया गया है। सेक्टर 1-4 में बनाई गई लैब में मशीनें लाई जा चुकी है। जल्द ही इसका उद्घाटन किया जाएगा। सिविल अस्पताल में बेड रिजर्व किए जा रहे है।, वेंटीलेटर व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है।

-- आमिक्रोन कितना खतरनाक होगा, यह केस आने पर बताया जा सकता है। अब तक इसके विदेशों में फैलने की सूचना मिल रही है। लेकिन आमिक्रोन कितना खतरनाक होगा और यह कितनी तेजी से फैल सकता है। इसके केस आने पर ही बताया जा सकता है।

डा. अजय चुघ, फिजिशियन, सिविल अस्पताल, हिसार।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.